आपने समय से पहले इंडिया में लॉन्च हुईं कार्स वाला आर्टिकल ज़रूर पढ़ा होगा. उसी बात को आगे लेकर जाते हुए पेश हैं टू-व्हीलर इंडस्ट्री से वो 5 उदाहरण जो इंडियन मार्केट में अपने समय से काफी पहले आ गए थे.
Yamaha RD350
जहाँ तक लीजेंडरी स्टेटस की बात है, कम ही बाइक्स हैं जो RD350 के करीब आती हैं, फिर चाहे बात पॉपुलैरिटी या परफॉरमेंस की हो. इस 2-स्ट्रोक बाइक का ओरिजिनल जापानी स्पेक मॉडल लगभग 42 बीएचपी उत्पन्न करता था, वहीं इंडियन वर्शन को 31 बीएचपी के लिए ट्यून किया गया था. ज्यादा सख्त उत्सर्जन नियम और राइडर्स की बात की इसमें ‘जितना पॉवर होना चाहिए उससे ज्यादा है’ने इस बात का ध्यान रखा की इसकी सेल्स कभी बढ़ी नहीं. और जब आखिरकार बाकी बाइक्स थोड़ी ज़्यादा ही सॉफ्ट हो गयीं तब जाकर मार्केट को इसकी असल कीमत समझ में आई. इससे यही साबित होता है की ये बाइक अपने समय से कहीं आगे थी.
Yezdi 350
कहा जाता है कि Yezdi 350 ग़रीब आदमी की Yamaha RD350 थी पर RD350 की तुलना में Yezdi 350 में कम पॉवर मिलता था. इसके बावजूद इसका 2-स्ट्रोक मोटर काफी पॉवर उत्पन्न करता था था जिसके कारण इसे चलाना मज़ेदार होता था. कम कीमत होने के बावजूद भी ये बाइक कभी भी ज़्यादा खरीदारों को आकर्षित नहीं कर पाई. फिर भी, आज ये 80 के दशक की एक सुंदर प्रतिष्ठित मोटरसाइकिल मानी जाती है जो सेकंड हैण्ड मोटरसाइकिल बाजार में काफी ज़्यादा कीमत में बिकती है. और हाल ही में इंडिया में Jawa की वापसी की ख़बरों को देखत हुए निश्चित ही ये बाइक अपने समय से काफी आगे थी.
LML Adreno
LML Adreno इंडिया के पहली फेयरड बाइक्स में से एक थी. लेकिन ये फुल बॉडी फेयरिंग नहीं थी. LML इस मॉडल के साथ युवाओं को टारगेट कर रही थी. इसमें 5-स्पीड मैन्युअल ट्रांसमिशन वाला 110 सीसी, 4-स्ट्रोक इंजन लगा था जो अधिकतम 8.5 बीएचपी और 7.5 एनएम उत्पन्न करता था. लेकिन बाइक मार्केट में कुछ वैसा ख़ास नहीं कर पायी. इंडिया में परफॉरमेंस बाइक्स की बढती हुई डिमांड को देखते हुए शायद ये बाइक आज के समय में पर्याप्त पॉवर के साथ अच्छा परफॉर्म करती, और यही कारण है की इस बाइक ने अपने समय से आगे होने वाली लिस्ट में पानी जगह बनायी है.
Kinetic Blaze
इंडिया में स्कूटर्स हमेशा से ही कम्यूटर सेगमेंट में अटकी पड़ी रही हैं. लेकिन Kinetic ने 2006 में Italiano Blaze लाकर इसे बदलना चाहा था. इस स्कूटर में 165.12 सीसी सिंगल सिलिंडर इंजन था जो 11.6 पीएस और 12 एनएम उत्पन्न करता था. लेकिन तब के कस्टमर्स ने इसे इसके शार्प स्टाइल और पावरफुल इंजन के बावजूद नकार दिया था. और तो और स्कूटर में पैसेंजर सीट काफी ऊंची थी और इसका माइलेज भी कुछ ख़ास नहीं हटा. लेकिन इंडिया में Aprilia जैसे ब्रांड्स की बढती डिमांड को देखते हुए ये कहना गलत नहीं होगा की ये स्कूटर आज के समय में ज़रूर अच्छा परफॉर्म करता.
Hero Honda Karizma
आप सोच रहे होंगे की यहाँ मौजूद बाकी टू-व्हीलर्स के उलट Karizma की सेल्स बेहतरीन रही हैं. फिर ये इस लिस्ट में शामिल क्यों है. असल में Karizma सेल्स के मामले में तो आगे रही है, लेकिन जब साल 2000 में ये लॉन्च हुई थी तब मार्केट में परफॉरमेंस बाइक्स ना के बराबर थीं. ये Karizma का 223 सीसी इंजन का पॉवर ही था जिसने लोगों को परफॉरमेंस बाइक्स की दुनिया का स्वाद चखाया. हाल के वर्षों में भले ही नए Karizma ZMR ने सेल्स में कुछ ख़ास नहीं किया हो, लेकिन जब ये बाइक लॉन्च हुई थी तब निश्चित रूप से ही अपने समय से काफी आगे थी.