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क्यों Seatbelt नहीं पहनते India के लोग, ये हैं 5 कारण…

इंडिया के लोगों को ड्राईवर सीट पर सीटबेल्ट पहनाने के लिए सरकार को कानून बनाने की ज़रुरत पड़ आई. और को-पैसेंजर और पीछे बैठे लोग तो मुश्किल से सीटबेल्ट पहनते हैं. इंडिया के सबसे बड़ी कार निर्माता Maruti Suzuki ने एक सर्वे कराया था की आखिर इंडिया के लोग सीटबेल्ट क्यूँ नहीं पहनते, पेश हैं उस सर्वे से 5 कारण की लोग ऐसा ज्यूँ करते हैं:

क्यों Seatbelt नहीं पहनते India के लोग, ये हैं 5 कारण…

1. कोई कानून नहीं: इंडिया में ऐसा कोई क़ानून नहीं जो ये बात को अनिवार्य करती है की ड्राईवर के अलावे कार के दूसरे पैसेंजर सीटबेल्ट पहनें. चूँकि ट्रैफिक पुलिस ऐसे कार्स जिनके पैसेंजर ने सीटबेल्ट नहीं पहन रखा, को रोक नहीं सकती और उनपर जुर्माना नहीं लगा सकती, लोग सीटबेल्ट पहनते ही नहीं. इस सर्वे में 45% लोगों का ऐसा ही मानना था.

2. इमेज. बहुत सारे इंडियन लोगों की मानें तो सीटबेल्ट पहनना कोई मर्दानगी भरा काम नहीं. उन्हें ऐसा भी लगता है की उनके पहचान के ऐसे लोग जो सीटबेल्ट पहनते हैं वो कोमल होते हैं. सर्वे में भाग लेने वाले लगभग 40% लोगों का कहना था की वो इसी कारण के चलते सीटबेल्ट नहीं पहनते.

3. अपर्याप्त बचाव जागरूकता. इस सर्वे में भाग लेने वाले 34% लोग इस बात में भरोसा नहीं करते की चोट से बचने के लिए पीछे में बैठे लोगों का सीटबेल्ट पहनना ज़रूरी है. उन्हें लगा की रियर सीटबेल्ट उन्हें चोटों से नहीं बचाएगी क्यूंकि उन्हें ये नहीं पता की सीटबेल्ट काम कैसे करते हैं.

4. लाइफस्टाइल या उम्र. आमतौर पर जवान लोगों ने कहा की वो सीटबेल्ट पहनने की परवाह नहीं करते. अविवाहित लोगों में से 80% सीटबेल्ट नहीं पहनते, वहीँ बिना बच्चों वाले विवाहित लोगों में से 66% ऐसा काम करते हैं, वहीँ सिर्फ 50% ऐसे लोग जो विवाहित हैं और उनके बच्चे भी हैं, सीटबेल्ट पहनते हैं.

5. कपडे. सर्वे के 32% लोगों का कहना था की सीटबेल्ट से उनके कपड़े सिकुड़ जाते हैं, और ये मुख्य कारण है की वो सीटबेल्ट नहीं पहनते.

ये सच है की सीटबेल्ट से कपड़े सिकुड़ जाते हैं, लेकिन ये भी सच है की आपकी ज़िन्दगी आपके कपड़ों से ज्यादा ज़रूरी है और एक्सीडेंट कभी भी हो सकते हैं. इसलिए, पीछे की सीट्स में भी सीटबेल्ट पहनना काफी ज़रूरी है.