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देखिये इतनी सारी Mahindra Scorpio SUVs एक ट्रेन पर क्या कर रही हैं

Mahindra Scorpio भारत में सबसे ज्यादा बिकने वाली SUVs में से एक है. Mahindra ने 2018-19 में इस गाड़ी के 47,837 यूनिट्स बेचे थे जो इस कीमत की SUV के लिए एक अच्छा आंकड़ा है. लेकिन, क्या आपने कभी सोचा है की कंपनी इतनी कार्स को देश के अलग-अलग हिस्सों तक पहुंचाती कैसे है? गाड़ियों की डिलीवरी जल्दी करनी होती है, क्योंकि कोई भी कस्टमर ज्यादा इंतज़ार नहीं करना चाहता. Abhinav LHB का ये विडियो आपको एक अंदाजा देगा की गाड़ियों को कैसे एक जगह से दूसरी जगह पहुंचाया जाता है.

जैसा की आपने विडियो में देखा होगा, एक स्टेशन पर खड़ी ट्रेन में सैंकड़ों Mahindra गाड़ियां मौजूद हैं. ये ट्रेन इन गाड़ियों को देश के एक हिस्से से दूसरे हिस्से तक पहुंचाती है. ध्यान से देखने पर आप पायेंगे की ये ट्रेन Changasari स्टेशन पर खड़ी है को Assam के Kamrup जिले में पड़ता है. जहां तक इस ट्रेन पर लदी गाड़ियों का सवाल है तो एक अंदाज़े के मुताबिक़ इस ट्रेन पर 120 से ज्यादा गाड़ियां लदी हुई हैं जिसमें Mahindra Scorpio, Maxximo वैन और Maxximo पिक-अप ट्रक शामिल हैं.

देखिये इतनी सारी Mahindra Scorpio SUVs एक ट्रेन पर क्या कर रही हैं

ट्रेन से ज़रिये गाड़ियां किफ्यती कीमत पर एवं तेज़ी से अपने गंतव्य तक पहुँच जाती हैं. सरकार ने कुछ साल पहले Automobile Freight Train Operator (AFTO) स्कीम शुरू की थी जिसके तहत इन ट्रेन्स की मदद से लम्बी दूरी तक गाड़ियों को ट्रांसपोर्ट किया जाता है. अब इसे कई निर्माता इस्तेमाल करने लगे हैं. ऐसी ट्रेन के बारे में ज्यादा जानने के लिए आप नीचे TheRailzone के विडियो को देख सकते हैं. इस विडियो में दिखाया गया है की कार्स को इन ख़ास ट्रेन्स से कैसे उतारा जाता है.

ऊपर के विडियो में अधिकाँश कार्स को ख़ास बंद डब्बों में डाल कर भेजा जाता है और ये इसी काम के लिए बनी होती हैं. इन डब्बों का नाम फ्लेक्सी डेक कार कैरियर वैगन कहा जाता है. इन्हें ये नाम इसलिए दिया गया है क्योंकि डब्बे के अन्दर एक डेक होता है जिसे कार की ऊंचाई के मुताबिक़ एडजस्ट किया जा सकता है.

आर्मी की गाड़ियां भी इसी तरह से ट्रांसपोर्ट की जाती हैं लेकिन वो डब्बे ढंके नहीं होते. आप Gypsy जैसी मिलिट्री गाड़ियों को इस प्रकार से ट्रांसपोर्ट होते हुए देख सकते हैं. टैंक्स को भी कई बार इसी तरह से एक जगह से दूसरे जगह ले जाया जाता है. नीचे b. r thakur के विडियो में आप देख सकते हैं की कैसे आर्मी की गाड़ियों को लम्बी दूरी तक पहुंचाया जाता है.

जहां तक पहले विडियो वाले Scorpio वाली ट्रेन के उस स्टेशन पर खड़े रहने की बात है तो Changasari में ही रेलवे ऑटो हब है. यहाँ गाड़ियां ट्रेन्स से उतारी जाती हैं एवं इन्हें डिलीवरी होने से पहले तक के लिए गोदाम ले जाया जाता है. ध्यान दीजिये की Scorpio और Maxximo को एक ख़ास तरह से रखा गया है और हर डब्बे में 3 Scorpio और एक Maxximo हैं ताकि जगह का इस्तेमाल उत्तम रूप से हो सके.