पांडिचेरी की उप-राज्यपाल Dr Kiran Bedi अक्सर अपने प्रशासनिक फैसलों को लेकर ख़बरों में बनी रहती हैं. उनकी टीम अक्सर उनके काम और अफसरों से उनके वार्तालाप के विडियो अपलोड करती रहती है. हाल ही में अपलोड किये गए एक विडियो में उन्हें पांडिचेरी की सड़कों पर ट्रैफिक को लेकर जागरूकता फैलाते हुए देखा जा सकता है.
When there’s no culture of wearing a helmet in Puducherry and its CM keeps stalling enforcement & every 3rd day there’s a fatal accident, due to non wearing of a helmet,where does one begin?Giveup or take it in one’s own hands as well,alongside challenging enforcement agencies?
Kiran Bedi ಅವರಿಂದ ಈ ದಿನದಂದು ಪೋಸ್ಟ್ ಮಾಡಲಾಗಿದೆ ಸೋಮವಾರ, ಫೆಬ್ರವರಿ 11, 2019
हाल में ही रिटायर हुईं IPS अधिकारी ने कुछ साल पहले राजनीति और समाज सेवा में अपना करियर शुरू किया था. Kiran Bedi को कई जगहों पर देखा गया है जहां वो सरकारी कर्मचारियों को सही से काम करने के निर्देश दे रही हैं. उनके लेटेस्ट विडियो में उन्हें रास्ते पर चल रहे लोगों को ट्रैफिक को लेकर निर्देश देते हुए देखा जा सकता है. Kiran Bedi ने ऐसे कई लोगों को रोका जिन्होंने हेल्मेट नहीं पहना था और उन्होंने उन लोगों को हेल्मेट पहनने को कहा. उन्होंने ट्रिपल-राइडिंग कर रहे लोगों और स्कूटर के आगे बच्चों को खड़े करने वाले अभिभावकों को भी रोका. उप-राज्यपाल ने लोगों को बताया का कैसे गिरने पर सब ज़ख़्मी हो सकते हैं, और एक 2-व्हीलर पर ज़्यादा लोगों को लेकर जाना कितना खतरनाक हो सकता है.
इस लोगों पर जुर्माना लगाते हुए किसी को नहीं देखा गया लेकिन ये एक जागरूकता मुहीम लग रही थी जहां लोगों नियम मानने की ज़रुरत के बारे में बताया गया. विडियो में अधिकांश 2-व्हीलर राइडर्स बिना हेलमेट के थे और Kiran Bedi को राइडर्स से इसके बारे में पूछते हुए देखा जा सकता है. उप-राज्यपाल को देख अधिकांश मोटर चालक रुक जाते हैं और देखा जा सकता है की इनका प्रभाव कितना ज़्यादा है. वो काफी मशहूर इंसान हैं और सड़क पर उनका काम करते हुए देखना लोगों के लिए काफी प्रभावशाली हुआ होगा.
हेलमेट नहीं पहनने से आम एक्सीडेंट में भी जान जाने का खतरा बना रहता है. यहाँ ध्यान दिया जाना चाहिए की भारत में हर साल सड़कों पर कई एक्सीडेंट होते हैं और इनमें से अधिकांश हेलमेट की कमी के चलते जानलेवा साबित होते हैं. कई 2-व्हीलर चालक हेल्मेट न पहनने के नादान बहाने बनाते हैं. लेकिन, क़ानून के मुताबिक़ राइडर और सवारी के लिए हेल्मेट पहनना ज़रूरी होता है. ऐसा ना करने वालों के खिलाफ कार्यवाही की जा सकती है. लेकिन पुलिस बल और राइडर्स के बीच जागरूकता की कमी के चलते कई लोग अभी भी बिना हेलमेट के चलते हैं.
देशभर की पुलिस फ़ोर्स ने पहले भी जागरूकता फैलाने के लिए कदम उठाये हैं. कई बार पुलिस ने लोगों के बीचे गुलाब और मुफ्त हेलमेट बांटे हैं और हाल में ही दिल्ली पुलिस ने बिना हेलमेट वाले लोगों को आइना दिखाना और उनसे बैनर के ज़रिये सुरक्षा पर सवाल पूछना शुरू कर दिया है.
राज्यों के पुलिस ने जुर्माना देने के बजाय कई रचनात्मक तरीके भी अपनाए हैं. भविष्य में हो सकता है राइडर्स हेलमेट पहनने लगें या ड्राइवर्स सीटबेल्ट लगाने लगें लेकिन फिलहाल ऐसा होता हुआ नहीं दिखता और इससे सड़क पर हज़ारों लोगों की ज़िन्दगी खतरे में पड़ती है.