अपने लॉन्च के बाद ही से Jeep Compass ने भारतीय बाज़ार में बिक्री के आंकड़ों के मामले में कमोबेश स्थिर प्रदर्शन किया है. हाल ही के बिक्री के आकड़ों पर नज़र डालें तो Compass ने अपनी प्रतिद्वंदी Mahindra XUV500 को पछाड़ा भी है. Jeep Compass भारतीय बाज़ार में बेची जा रही सबसे किफायती Jeep SUV है जो ऑफ-रोडिंग के लिहाज़ से भी ठीक-ठाक गाड़ी है. आपके लिए पेश है यह वीडियो जिसमें आप ऑफ-रोडिंग के दौरान Jeep Compass द्वारा दिखाए गए जलवों को देख सकते हैं.
इस वीडियो को भारत में शूट नहीं किया गया है लेकिन इसमें दिख रही कार Jeep Compass के भारतीय संस्करण के समान है. इस वीडियो में आप देख सकते है कि किस प्रकार Jeep Compass पक्की सड़क से उतर उबड़-खाबड़ रास्तों पर अपने प्रभावशाली ऑफ-रोडिंग जलवे बखेर रही है. इस वीडियो में यह SUV कई बार ऐसी चुनौतियों का सामना करते नज़र आती है जब इसके या तो तीन या फिर दो ही पहिये ही ज़मीन को छू रहे हैं.
Jeep!
Modified ಅವರಿಂದ ಈ ದಿನದಂದು ಪೋಸ್ಟ್ ಮಾಡಲಾಗಿದೆ ಸೋಮವಾರ, ಆಗಸ್ಟ್ 28, 2017
भारतीय बाज़ार में Jeep Compass को पेट्रोल और डीज़ल दोनों ही इंजन विकल्पों में बेचा जा रहा है. Jeep Compass के साथ एक 1.4-लीटर टर्बोचार्ज्ड पेट्रोल इंजन उपलब्ध है जो 160 बीएचपी की अधिकतम पॉवर और 250 एनएम की अधिकतम टॉर्क पैदा करता है. इस SUV के साथ उपलब्ध 2.0-लीटर टर्बो-डीज़ल इंजन 170 बीएचपी की अधिकतम पॉवर और 350 एनएम टॉर्क पैदा करता है. Jeep Compass के डीज़ल संस्करण के साथ 4X4 सेटअप उपलब्ध है लेकिन इसके साथ केवल एक 6 स्पीड मैन्युअल ट्रांसमिशन का विकल्प ही मौजूद है.
यह बात ध्यान देने वाली है कि Jeep Compass के मूल संस्करण के साथ एक लो-रेश्यो ट्रान्सफर केस मौजूद नहीं है. इसके बदले इसमें Active Drive नाम का एक आधुनिक ‘टैरेन रिस्पांस सिस्टम’ लगा आता है. इस SUV को काफी सक्षम Auto, Snow, Mud, और Sand मोड्स से लैस किया गया है. ड्राइव के दौरान जब भी Jeep Compass को 4X4 सिस्टम की आवश्यकता महसूस होती है यह SUV बिना किसी अड़चन इन चारों मोड्स में से एक का चुनाव कर लेती है. साथ ही इस SUV में लॉकिंग डिफरेंशियल प्रणाली की जगह एक एक्टिव ब्रेकिंग सिस्टम भी लगा है. इस कार का यह फीचर गाड़ी के सड़क से पकड़ छोड़ रहे पहिये की पहचान कर ब्रेक लगाता है ताकि उस एक्सेल के दुसरे पहिये को शक्ति का संचार किया जा सके. ऊपर दिए गए वीडियो में आप इस SUV के इस फीचर को काम करते देख सकते हैं जहां ज़मीन छू रहे पहिए को शक्ति का संचार हो रहा है.
काफी सारे 4-व्हील ड्राइव वाहन पहिए के ज़मीन छोड़ देने की परिस्थिति में अक्षम हो जाते हैं जिसके पीछे की मुख्य वजह शक्ति का संचार ना होना होता है. ऐसी परिस्थिति में सारी शक्ति का संचार ज़मीन से ऊपर उठे पहिए की तरफ होता है और यह पहिया गाड़ी को इस परिस्थिति से बाहर आने में बिना कोई मदद किए हुए घूमते रहता है. Jeep Compass के ड्राइव मोड्स इस बात को सुनिश्चित करते हैं की परिस्थिति के अनुसार ही गाड़ी के अगले और पिछले एक्सेल को सही अनुपात में शक्ति का संचार हो. यही बात Jeep Compass को अपनी श्रेणी की बहुत सी अन्य गाड़ियों से बेहतर बनाती है. साथ ही Compass का ग्राउंड क्लियरेन्स भी 178 एमएम है. भले ही यह आंकड़ा एक SUV के लिहाज़ से ज्यादा प्रभावित करने वाला नहीं है लेकिन इस वीडियो की तरह सही कोण पर ड्राइव किए जाने पर कड़ी ऑफ-रोडिंग के लिए भी यह पर्याप्त है.
जल्द ही Jeep अपनी Compass का Trailhawk संस्करण भारतीय बाज़ार में उतारेगी. इस नए मॉडल में Jeep इसके डीज़ल संस्करण में 4-व्हील ड्राइव सिस्टम और एक ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन भी उपलब्ध कराएगी. इस SUV में लो-रेश्यो-ट्रान्सफर केस भी दिया जाएगा जो इसे Jeep Compass के मूल संस्करण से अधिक सक्षम बनाएगा.