भारत दुनिया का सबसे बड़ा 2-व्हीलर मार्केट है लेकिन बात जब सड़क सुरक्षा की आती है तो ये दुनिया की सबसे खतरनाक देशों में से एक भी है क्योकि यहाँ हर साल हज़ारों एक्सीडेंट होते हैं. इनमें से अधिकाँश जानलेवा हादसे 2-व्हेलेर्स पर होते हैं. ऐसे में 2-व्हीलर्स पर सुरक्षा के लिए हेल्मेट बेहद ज़रूरी बन जाता है और देश के अधिकाँश राज्यों एवं बड़े शहरों के नियम हेल्मेट पहनना अनिवार्य बनाते हैं. हाल ही में सरकार ने हेल्मेट की गुणवत्ता के मानक भी निर्धारित किये थे और कहा था की केवल “ISI” मार्क वाले हेल्मेट वैध माने जायेंगे. पेश है दिल्ली पुलिस का एक विडियो जो दर्शाता है की खराब क्वालिटी के हेल्मेट कितने खतरनाक हो सकते हैं.
दिल्ली पुलिस ने तोड़ा हेल्मेट
आम ट्रैफिक चेकिंग के दौरान आप देख सकते हैं की दिल्ली पुलिस का एक कांस्टेबल एक ट्रैफिक सिग्नल पर रुके स्कूटर को रोकता है. फिर वो पीछे बैठी महिला सवारी का हेल्मेट लेता है और उसे केवल अपनी हाथों की मदद से तोड़ कर दर्शाता है की वो हेल्मेट कितना कमज़ोर है. वो पुलिसकर्मी इस बात को समझाने की कोशिश कर रहा था की खराब क्वालिटी के हेल्मेट कितने खतरनाक हो सकते हैं और भार पड़ने पर टूट कर इस्तेमाल करने वाले को और ज्यादा नुक्सान कर सकते हैं.
फिर इस पुलिसकर्मी ने उस महिला को एक खुले-चेहरे वाला ISI मार्क हेल्मेट दिया और उनसे केवल अच्छे क्वालिटी एवं अधिकृत हेल्मेट इस्तेमाल करने को कहा. पुलिस ने महिला पर जुर्माना ना लगाते हुए एक सबक के तौर पर उसे मुफ्त हेल्मेट देकर आगे से सुरक्षित रहने की अपील की.
बाद में विडियो में दिल्ली ट्रैफिक पुलिस के Rambir Sangwan ने दर्शाया की हेल्मेट को किस तरीके से सही से पहना जाना चाहिए. वो अलग-अलग स्टाइल के हेल्मेट पहन कर उसे सही से पहनने का तरीका दर्शाते हैं और केवल ISI मार्क वाले हेल्मेट को इस्तेमाल करने की अपील करते हैं.
बाद में वो ये भी कहते हैं की वो राइडर्स जो ISI मार्क वाले हेल्मेट नहीं पहनते हैं उन्हें बिना-हेल्मेट माना जायेगा. साथ ही अच्छे से हेल्मेट न पहनने या उसे सही से ना बाँधने को भी बिना हेल्मेट करार दिया जायेगा. लेकिन, उन्होंने ये नहीं बताया की क्या पुलिस ऐसे लोगों को जुर्माना लगा सकती है या नहीं.
भारत में राइडर्स को हेल्मेट के नियम का पालन करवाना एक बड़ी दिक्कत है. हाल में ही पुणे शहरवासियों ने शहर में हेल्मेट अनिवार्य करने वाले नियम का कड़ा विरोध किया और इसके खिलाफ बिना-हेल्मेट पहने बड़ी रैलियाँ भी निकालीं. वहां के लोगों के मुताबिक शहर के अंदर स्पीड लिमिट में चल रहे लोगों के लिए हेल्मेट अनिवार्य नहीं होना चाहिए क्योनी शहर में स्पीड लिमिट कभी भी 20-30 किमी/घंटे से ज्यादा नहीं होती. उनका कहना था की कई लोगों को हेल्मेट पहनने पर बाल झड़ने और उल्टी की समस्या भी आती है.
कम स्पीड पर भी चलते हुए हेल्मेट ना पहनना भारी पड़ सकता है. कम रफ़्तार पर भी एक्सीडेंट के दौरान हेल्मेट सिर को आने वाली गहरी चोटों से बचाता है. पहले ऐसे कई मामले सामने आये हैं जब राइडर्स को धीमे रफ़्तार पर भी गिरने पर गहरी चोटें ई हैं. किसी भी राइडर को 2-व्हीलर चलाते हुए पर्याप्त सुरक्षा गियर पहनना चाहिए. बेसिक सेफ्टी गियर में हेल्मेट, ग्लव्स, और जूते आते हैं.