अच्छे बिल्ड क्वालिटी की कार्स जान बचाती हैं. ये हमें हाल ही में केरल में हुए एक हादसे से पता चलता है जिसमें एक Volkswagen Vento दो ट्रकों के बीच दब गयी थी. नीचे दिया गया विडियो और उसके साथ की फ़ोटोज़ आपको एक अंदाजा देंगे की आखिर कितने जोर से Vento सेडान टकराई, और फिर भी अपने पैसेंजर की जान बचा पायी.
Posted by Sharook S on Saturday, 6 January 2018
इस विडियो में नैरेटर मलयालम में बोल रहा है. वो कहता है की इस हादसे में दो राज्य के बाहर के ट्रक शामिल थे. Vento ट्रक के पीछे के हिस्से में जा कर टकरा गयी और दूसरे ट्रक ने सेडान को पीछे से टक्कर मार दी, जिसके चलते कार दो ट्रक्स के बीच में एक तरह से सैंडविच हो गयी. ये विडियो हमें इस क्रैश में शामिल एक ट्रक को दिखाता है, जिसे हम Mahindra Bolero पिक अप के सामने खड़ा देख सकते हैं. वहीँ दूसरा ट्रक एक्सीडेंट के बाद से फरार है. इस विडियो में नैरेटर इस बात पर आश्चर्य भी जताता है की इतने ज़बरदस्त टक्कर के बावजूद इस एक्सीडेंट में Vento के अन्दर का कोई भी पैसेंजर घायल नहीं हुआ. वो ये भी कहता है अन्दर के सारे लोग कार के चलते ही बच पाए.
ये एक्सीडेंट हमें दुर्घटना के दौरान क्रम्पल ज़ोन के काम करने की तकनीक को बेहतरीन तरीके से दिखाता है. भले ही इस हादसे में Vento पूरी तरह से बर्बाद हो गयी हो लेकिन गाड़ी के आगे और पीछे के क्रम्पल ज़ोन ने टक्कर को संभालने का और आघात को बर्दाश्त करने का बेहतरीन काम किया है. इस डीफॉर्मेशन के चलते ही अन्दर बैठे लोगों को चोट नहीं आई.
Vento के बारे में दूसरी अच्छी बात ये है की ज़बर्दस्त आघात के दौरान भी इसका बॉडी स्ट्रक्चर जस का तस है जिसके चलते अन्दर की सवारी को कोई नुक्सान नहीं हुआ. एक सॉलिड बॉडी स्ट्रक्चर और पैसेंजर कम्पार्टमेंट पैसेंजर को क्रैश के दौरान पहुंचे आघात से बचाता है. सीटबेल्ट और एयरबैग के साथ ही Vento का सॉलिड बॉडी स्ट्रक्चर एक कारण है की अन्दर की बैठी सवारी बिना किसी चोटों के बच निकल आई.
कई सारे कार निर्माता कम मजबूती वाले चीज़ें और हलके चेसी डिजाईन का इस्तेमाल कर के कई कार निर्माता कार के बॉडी स्ट्रक्चर पर समझौता कर लेते हैं. वो ये काम कार की कीमत (निर्माण और बिक्री) को घटाने के लिए, और माइलेज बढाने के लिए करते हैं. लेकिन, Volkswagen, Skoda, Fiat और Ford जैसे कई ऑटो निर्माता इंडिया में भी मज़बूत और दृढ बॉडी स्ट्रक्चर वाले कार — जो पैसेंजर को बड़े एक्सीडेंट में भी बचाते हैं — बनाने के लिए जाने जाते हैं.
Global NCAP के द्वारा किये गए क्रैश टेस्ट ने ये साफ़ दर्शाया है. इंडिया में अभी भी ऐसे क्रैश रेटिंग उपलब्ध नहीं हैं लेकिन उम्मीद है की जल्द ही लागू होने वाले Bharat New Vehicle Safety Assessment Program (BNVSAP) कार्स को क्रैश टेस्ट करेगा और उन्हें ‘पास’ या ‘फेल’ की रेटिंग देगा. ये बहुत अच्छी बात होगी अगर BNVSAP Global NCAP या Euro NCAP जैसी व्यापक क्रैश टेस्ट रेटिंग दे (जो बॉडी की स्थिरता/मजबूती भी दर्शाए).