भारत-स्पेक Skoda Slavia और Volkswagen Virtus ने G-NCAP द्वारा किये गए टेस्ट के लेटेस्ट दौर में 5-स्टार सुरक्षा रेटिंग हासिल की है। आपको बता दें, कि Kushaw और Taigun की तरह सेडान ने भी अपडेटेड सेफ्टी टेस्ट प्रोटोकॉल के तहत एडल्ट और चाइल्ड पैसेंजर्स के लिए हाईएस्ट रेटिंग हासिल की।
वहीं, Skoda Slavia और Volkswagen Virtus G-NCAP के नए टेस्टिंग प्रोटोकॉल के तहत 5-स्टार रेटिंग प्राप्त करने वाली पहली मध्यम आकार की सेडान है। गौरतलब है कि Kushaw, Taigun और Scorpio-N नए अपडेटेड प्रोटोकॉल के तहत 5-स्टार रेटिंग हासिल करने वाले पहले तीन वाहन थे।
आपकी जानकारी के लिए बता दें, कि G-NCAP के संशोधित क्रैश टेस्ट प्रोटोकॉल अब सभी टेस्ट मॉडल के फ्रंटल और साइड इम्पैक्ट प्रोटेक्शन का वैल्यूएशन करते हैं। इसके अलावा, किसी वाहन को कम्पलीट 5-स्टार रेटिंग हासिल करने के लिए इलेक्ट्रॉनिक स्टेबिलिटी कंट्रोल, पैदल यात्री सुरक्षा और साइड इम्पैक्ट पोल सुरक्षा के लिए सभी तरह के वैल्यूएशन से गुजरना होता है।
Skoda Slavia/VW Virtus Adult Safety
Skoda और Volkswagen द्वारा निर्मित मध्यम आकार की सेडान ने वयस्क यात्री सुरक्षा परीक्षणों में 34 में से 29.71 स्कोर किया है, जो फिलहाल उनके एसयूवी समकक्षों की तुलना में 0.07 अंक अधिक है। Slavia और Virtus में ड्राईवर और यात्री के सिर और गर्दन को दी जाने वाली सुरक्षा को अच्छा माना गया है, लेकिन उनकी छाती की सुरक्षा को केवल पर्याप्त माना गया।
वहीं, डिफॉर्मेबल बैरियर के साथ साइड-इफेक्ट टेस्ट के दौरान, Slavia और Virtus ने पर्याप्त सुरक्षा दिखाई और 17 में से 14.2 का स्कोर किया। इसके अलावा, साइड पोल इम्पैक्ट टेस्ट में दोनों वाहनों को ‘ओके’ रेटिंग मिली, लेकिन चेस्ट प्रोटेक्शन मार्जिनल पाया गया।
G-NCAP की रिपोर्ट बताती है, कि Slavia और Virtus के बॉडीशेल और फुटवेल एरिया स्थिर होने के साथ ही आगे के भार को झेलने में सक्षम थे। इसके अलावा, चाइल्ड ऑक्यूपेंट प्रोटेक्शन टेस्ट में वाहनों ने बहुत अच्छा स्कोर कर 49 में से 42 अंकों के साथ 5-स्टार रेटिंग हासिल की। साथ ही साथ, चाइल्ड रेस्ट्रेंट सिस्टम (सीआरएस) में कारों को 12 में से पूरे 12 अंक मिले और डायनामिक स्कोर में 24 में से कुल 24 अंक हासिल किये गए।
ऐसा देखा गया था, कि Slavia और Virtus का टेस्ट 18 महीने के बच्चे और 3 साल के बच्चे की डमी का उपयोग करके किया गया था, जहां दोनों पीछे की ओर बैठे थे और आई-साइज़ एंकरेज और एक सपोर्ट लेग का इस्तेमाल कर के कार में रखा गया था। इसके साथ ही, सीआरएस ने फ्रंटल क्रैश में हेड एक्सपोजर को रोका और पूरा साइड इफेक्ट सिक्योरिटी प्रदान की।
आमतौर पर वाहनों में बैठने की सभी स्थितियों में 3-प्वाइंट सीटबेल्ट होते हैं। ऐसे में, अगर उस स्थिति में पीछे की ओर सीआरएस स्थापित किया जाए, तो सामने वाले यात्री एयरबैग को बंद नहीं किया जा सकता है।
MQB-A0-IN
गौरतलब है, कि Skoda Kushaq और Volkswagen Taigun MQB A0 IN प्लेटफॉर्म पर निर्मित पहली गाड़ियाँ हैं, जिन्हें खासतौर पर भारतीय बाजार के लिए डिज़ाइन किया गया है। यह प्लेटफॉर्म MQB A0 प्लेटफॉर्म पर आधारित है, जो भारत जैसे उभरते बाजारों के लिए प्रभावी होने के उद्देश्य से वैश्विक बाजारों में कारों की एक बड़ी श्रृंखला को आधार देता है। हालांकि, इस प्लेटफ़ॉर्म को लागत-बचत को ध्यान में रखकर बनाया गया था। मगर हाल ही में G-NCAP द्वारा किए गए क्रैश टेस्ट से पता चला, कि इस नए प्लेटफ़ॉर्म के सुरक्षा मानक यूरोपीय समकक्षों के बराबर हैं।