रोड पर ढेर सारे एक्सीडेंट इसलिए भी होते हैं क्यूंकि पर्याप्त टाइम और दूरी नहीं मिल पायी और गाड़ी के ब्रेक्स को अच्छे से काम करने का मौका नहीं मिल पाया. अगर आप अपने सामने की गाड़ी के बेहद करीब हैं आप समय रहते ब्रेक नहीं लगा पाएंगे, और इसके चलते बेहद बुरा रियर-एंड एक्सीडेंट हो जाता है. और कई बार तो ऐसे रियर-एंड एक्सीडेंट में गंभीर चोट लग सकती है या जान भी जा सकती है. बेशक कार डैमेज तो पक्का है ही. लेकिन एक सिंपल 3-सेकेण्ड नियम आपको रियर-एंड एक्सीडेंट का हिस्सा बनने से बचा सकता है. ये विडियो समझाता है कैसे.
जैसा की ये विडियो समझाता है अगर आप एक एसयूवी जैसी भारी गाडी में हैं तो आपको अपने आप को एक या दो अतिरिक्त सेकेण्ड देने चाहिए क्यूंकि ऐसी गाड़ियों का ब्रेकिंग डिस्टेंस ज्यादा होता है. गीले रोड्स के लिए भी यही बात लागू होती है. एक दूसरा कारण भी है की आपको गीले रोड्स पर गाड़ी चलाते वक़्त धीरे क्यों चलना चाहिए, क्यूंकि गीले हालत में ब्रेकिंग टाइम और डिस्टेंस बढ़ जाता है. अगर आप हाईवे पर टू-व्हीलर चला रहे हैं, सबसे ज्यादा सेफ होगा अगर आप अपने और आपसे आगे वाली गाड़ी के बीच 5 सेकेण्ड का गैप रखें, ख़ासकर हाईवे स्पीड पर. ये इसलिए है क्योंकि 2-व्हीलर्स आसानी से स्किड होती हैं.
ये 3 सेकेण्ड रूल आपके लिए इस बात का रिमाइंडर भी है की अगर अभी आपके पास ABS लगी गाडी नहीं है तो आपको ABS लगी हुई कार या 2-व्हीलर लेनी चाहिए. हार्ड ब्रेक्स लगाते वक़्त ABS न सिर्फ स्किड होने से बचाता है बल्कि गीले हालात में ये ब्रेकिंग दूरी को भी काफी कम कर देता है. लेकिन, ये ज़रूर याद रखिये की अगर आपके गाडी में ABS है तो इसका मतलब ये नहीं की आपके पास 3 सेकेण्ड रूल पालन ना करने का लाइसेंस है. ABS एक सेफ्टी बूस्टर है, सेफ्टी की गारंटी नहीं.
दूसरी बात जो आपको याद रखनी चाहिए वो ये है की भारी गाड़ियों को रुकने में ज्यादा समय लगता है. अगर आप एक हाईवे पर चल रहे हैं और आपके पीछे ढेर सारी भारी गाड़ियां हैं, ये बात ज़रूर सुनिश्चित कर लीजिये की आप जब भी मुमकिन हो आहिस्ते से ब्रेक लगायें, ताकि आपके पीछे के भारी वाहन वाले को इतना समय मिले की वो सुरक्षित तरीके से रुक सके. ये एक ऐसी दूसरी बात है जिसपर लोग ध्यान अनहि देते, और भारी कीमत चुकाते हैं.