मोटरसाइकिल और स्कूटर्स रबर के दो पतले टुकड़ों (टायर्स) के सहारे चलते हैं और काफी अनस्टेबल होते हैं. यही कारण है की हेलमेट और राइडिंग गियर इतने ज़रूरी हैं. पेश है एक विडियो जो आपको कुछ महत्वपूर्ण बातों को समझने में मदद करेगा.
जैसा की विडियो में आप देख सकते हैं एक Bajaj Discover पर दो लोग एक Tata Sumo के पीछे चल रहे हैं और वो उस गाड़ी को बायें तरफ से ओवरटेक करने की कोशिश कर रहे हैं. ये Sumo आगे की ओर एक कार को ओवरटेक करते वक़्त अचानक से लेफ्ट लेन में स्वर्व करती है. बाइकर पूरे ज़ोर से ब्रेक करता है जिसके चलते वो स्किड करके गिर जाता है. हालांकि पीछे बैठे हुए इंसान ने हेलमेट पहनी थी, लगता है उसने उसका बेल्ट ठीक से बाँधा नहीं था. वो हेलमेट पीछे बैठे हुए इंसान के सर पर से गिर जाता है.
इस क्रैश से हमें तीन बड़ी बातें पता चलती हैं:
1. बायीं ओर से ओवरटेक करना बेवकूफाना हरकत है, और ये बात दोनों ही Bajaj Discover वाले बाइकर और Tata Sumo ड्राईवर पर लागू होती है. लेकिन, ये कुछ ऐसा है जो इंडिया में अक्सर घटता है, रोड पर चलने वालों के लिए ये बहुत ज़रूरी हो जाता है की वो ऐसी परिस्थिति का सामना करने के लिए तैयार रहें. हमेशा डिफेंसिव तरीके से गाड़ी चलायें. इंडिया के रोड पर कई मूर्ख हैं जो काफी खतरनाक ढंग से गाड़ी चलाते हैं.
2. अब ये हमें ABS या एंटी-लॉक ब्रेकिंग सिस्टम के महत्व पर लेकर आता है. अगर Bajaj Discover में ABS लगा होता तो हार्ड ब्रेक लेने के बावजूद मोटरसाइकिल अनियंत्रित होकर नहीं गिरती. अगर आपके पास ऑप्शन हो तो हमेशा ABS वाली बाइक ही लें. ये आपके लिए जीवन-रक्षक का काम कर सकता है.
3. अच्छी तरह से हेलमेट का बेल्ट न बांधना हेलमेट न पहनने के बराबर है. ये बेहद ज़रूरी है की एक क्रैश के वक़्त हेलमेट आपके सर पर हो क्योंकि एक टू-व्हीलर राइडर/सवारी के पास ये इकलौता बड़ा प्रोटेक्शन होता है. टू-व्हीलर क्रैश के दौरान सर में चोट लगना मौत और गंभीर चोटों का मुख्य कारण है. हेलमेट खरीदते समय इस बात का ध्यान ज़रूर रखें की वो कम से कम ISI सर्टिफाइड हो ताकि वो आसानी से फिट हो जाए और अच्छे से पहना जा सके.