अगर आपको भी अपनी बीके बाइक चलाते हुए गाने सुनना पसंद है तो सावधान हो जाइए क्योंकि पुलिस आप पर जुर्माना लगा सकती है. पुणे और बैंगलोर जैसे कई शहरों की पुलिस हेडफ़ोन इतेमाल करने वाले राइडर्स के खिलाफ कार्यवाही कर रही है. और कवल कॉल ही नहीं, बल्कि गाने सुनते हुए टू-व्हीलर राइडर्स पर भी जुर्माना लगाया जा रहा है.
बैंगलोर ट्रैफिक पुलिस ने कहा है की हेडफ़ोन इस्तेमाल करने वाले टू-व्हीलर राइडर्स पर 1,000 रूपए का जुर्माना लगाया जायेगा. ये बैंगलोर ट्रैफिक पुलिस द्वारा जारी किये गए नए अधिसूचना के तहत किया जायेगा. बैंगलोर ट्रैफिक पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने Bangalore Mirror से कहा की इयरफ़ोन आर हेडफ़ोन के इस्तेमाल से राइडर को आने वाले गाड़ियों के बारे में पता नहीं चलता. राइडिंग के दौरान बात करना या गाने सुनना दोनों ही नियम के विरुद्ध है. कार में गाने सुनने की अनुमति है क्योंकि तब हेडफ़ोन या इयरफ़ोन का इस्तेमाल नहीं होता.
पुलिस सीसीटीवी के मदद से नियम तोड़ने वालों के खिलाफ कार्यवाही करेगी और उन्हें इ-चालान जारी किया जायेगा. इससे कई राइडर्स पर असर पड़ेगा क्योंकि वो अक्सर इसी प्रकार से राइडिंग के दौरान फ़ोन पर बात करते हैं. इसमें कोई आश्चर्य की बात नहीं है की ये केवल बैंगलोर में हो रहा है.
पुणे में ट्रैफिक पुलिस ने भी राइडर्स के खिलाफ ऐसी ही कार्यवाही की थी. पुणे पुलिस ऐसे राइडर्स को रोक उके हेडफ़ोन की पड़ताल कर पता लगा रही है की कहीं राइडर नियम का उल्लंघन तो नहीं कर रहे. लेकिन पुणे में नियम तोड़ने वालों पर अभी तक जुर्माना नहीं लगाया गया है.
कोलकाता में भी पुलिस ने पिछले साल ऐसे ही कदम उठाते हुए हेडफ़ोन इस्तेमाल करने वाले राइडर्स के खिलाफ कार्यवाही की थी. कई राइडर्स पर हेडफ़ोन के इस्तेमाल के लिए जुर्माना लगाया गया था. कोलकाता पुलिस ने इन राइडर्स पर खतरनाक ड्राइविंग के तहत जुर्माना लगाया था.
हाल में ही केरल पुलिस न एक अधिसूचना जारी की टी जिसमें कहा गया था की हैंड्सफ्री इस्तेमाल करने वाले कार ड्राइवर्स पर कार्यवाही हगी क्योंकि इससे ध्यान बंटता है. अभी इस बात पर जानकारी मौजूद नहीं है की ब्लूटूथ इस्तेमाल करने वाले राइडर्स पर कार्यवाही कैसे की जायेगी.
क्या ये फैसला सही है?
हेडफ़ोन या इयरफ़ोन इस्तेमाल से राइडर को आसपास की आवाजें सुनाई नहीं देती और रोड पर ऐसा होना काफी खतरनाक साबित हो सकता है. भारत के अनियमित ट्रैफिक को देखते हुए ये बात और भी ज़रूरी हो जाती है की राइडर का ध्यान हमेशा सड़क पर ही लगा रहे.
कई टू-व्हीलर राइडर यूँ ही हेडफ़ोन के इस्तेमाल के चलते हॉर्न वगैराह पर ध्यान नहीं दे पते क्योंकि उन्हें वो सुनाई ही नहीं देता है. ये बड़े एक्सीडेंट का कारण बन सकता है. जहां ये एक अच्छा कदम है, पुलिस को कार ड्राइवर्स पर भी इसी तरह के निओयम नियम लगाने चाहिए.
बैंगलोर पुलिस अधिकारी का ये बयान की कार में गाने सुनते हुए या बात करते हुए ध्यान नहीं बंटता, टू-व्हीलर राइडर्स को कुछ जमेगा नहीं. सड़क पर ध्यान कई कारणों से बंट सकता है और किसी भी एक हरकत को गैरकानूनी घोषित करने से पहले प्रशासन को उसपर थोड़ा सोच-विचार करना चाहिए.