Toyota ने भारत में Innova MPV को 2005 में लॉन्च किया था. तब से ये MPV आराम और भरोसे का पर्याय बन चुकी है. यही कारण है की ये लॉन्च के बाद से ही बेहद सफल हो गयी है. आप अभी भी पहले जनरेशन वाली Innova को सड़कों पर बिना किसी दिक्कत के दौड़ते हुए देख सकते हैं. लेकिन, आज हम आपके सामने एक वाक्या लेकर आये हैं जो Toyota की बिल्ड क्वालिटी के बारे में बताता है. नीचे आप जिस Innova को देख रहे हैं उसने बिना किसी दिक्कत के 6 लाख किलोमीटर से ज़्यादा का सफ़र तय किया है, और अभी भी चलती चली जा रही है!
ऊपर पेश की गयी Innova इस कार के फर्स्ट जनरेशन मॉडल है. इसके मालिक M V Gopinathan हैं और इस Innova को जुलाई 2005 में रजिस्टर कराया गया था. ये वही साल है जब Toyota ने अपनी Innova को भारत में लॉन्च किया था और इसलिए कहा जा सकता है की ये फैक्ट्री से निकलने वाले पहले मॉडल्स में से एक थी. इस कार के ओडोमीटर 6 लाख किलोमीटर से ज़्यादा की रीडिंग दर्शाता है जो किसी भी कार के लिए काफी ज़्यादा है. इस कार को केरल के Nippon Toyota से लिया गया था और वहीँ इसकी सर्विस भी होती है. कार के इतनी दूरी तय करने के अलावे, यहाँ एक और बात हाईलाइट की गयी है की इस कार का पहला क्लच 6 लाख किलोमीटर के बाद बदला गया था. ये भी बेहद आश्चर्यजनक बात है क्योंकि भारत में कई कार मालिकों को 50,000 किलोमीटर के बाद की क्लच बदलवाने की ज़रुरत पड़ जाती है.
यहाँ हमें Toyota की लीजेंडरी बिल्ड क्वालिटी पर भी ध्यान देने की ज़रुरत है. अक्सर कहा जाता है की कार को उसके लॉन्च के 1-2 साल के बाद ही खरीदना चाहिए. क्योंकि तब तक निर्माता उस कार के सारे निर्माण और बाकी दिक्कतों को दूर कर देता है. लेकिन, ये Innova साबित करती है की Toyota के साथ ऐसा नहीं होता. ये कंपनी दुनिया के सबसे बड़े ऑटो-निर्माता कंपनियों में से एक है और कई बार ये दुनिया की सबसे ज़्यादा सेल्स वाली ऑटो ब्रांड भी बनी है. Corolla सेडान अभी तक की बेस्ट सेलिंग प्रोडक्ट है और इसे दुनियाभर में अपनी टैंक जैसी बिल्ड क्वालिटी के लिए जाना जाता है.
लेकिन, अगर गाड़ी की देखभाल अच्छे से नहीं की जाए तो ये समय के साथ खराब तो होगी ही. अब भले ही गाड़ी Toyota की हो या Oshkosh की, बिना मेंटेनेंस और ध्यान के ये समय के साथ खराब होगी ही. ऐसा लगता है की इस गाड़ी के मालिक ने समय पर इसकी सर्विस कराई एवं इसका ध्यान बखूबी रखा. पहले जनरेशन वाली Innova में एक 2.5 लीटर टर्बोचार्ज्ड D-4D डीजल इंजन था जो अधिकतम 102 पीएस पॉवर उत्पन्न करता था. वहीँ इसके अलावे एक 2 लीटर पेट्रोल इंजन का ऑप्शन भी उपलब्ध था.
अपने ऊंचे कीमत के बावजूद, Innova देश की सबसे ज़्यादा बिकने वाली MPV बन चुकी है, और ये एक ऐसी बात है जो भारत में आमतौर पर देखने को नहीं मिलती. इसके पीछे के कारण है इसकी भरोसेमंद बिल्ड क्वालिटी, इंजन और बेहद आरामदायक एवं ज़्यादा जगह वाले इंटीरियर. ये गाड़ी फ़िल्मी सितारों एवं नेताओं के बीच भी काफी मशहूर है.
फिलहाल मार्केट में दूसरे जनरेशन वाली Innova बिक रही है और इसके नाम Innova Crysta रखा गया है. पिछले जनरेशन जैसी ही ये बड़ी और ज़्यादा पावरफुल है एवं इसमें बेहतर फ़ीचर्स और लुक्स भी मिलते हैं. इसमें 3 इंजन ऑप्शन मिलते हैं, एक पेट्रोल और 2 डीजल. 2.7 लीटर पेट्रोल इंजन अधिकतम 164 बीएचपी और 245 एनएम उत्पन्न करता है और इसका साथ एक 5 स्पीड मैन्युअल गियरबॉक्स निभाता है. डीजल इंजन ऑप्शन में एक 2.4 लीटर इंजन और एक 2.8 लीटर इंजन शामिल है जो क्रमशः 148 बीएचपी-343 एनएम और 172 बीएचपी-360 एनएम उत्पन्न करता है. जहां छोटे डीजल इंजन में केवल 5-स्पीड मैन्युअल का ऑप्शन मिलता है. बड़े डीजल इंजन के साथ 6-स्पीड टॉर्क कनवर्टर ऑटोमैटिक गियरबॉक्स भी मिलता है.
Innova का ये वाक्या एक बात को सामने लाता है जिसे अक्सर वाहन मालिक नज़रन्दाज़ कर देते हैं. एक कार किसी आम मशीन की तरह ही होती है जिसे सही से चलने के लिए लगातार सर्विस और चेक-अप की ज़रुरत होती है. अगर आप अपनी कार का ख्याल रखते हैं, इसे नियमित रूप से सर्विस कराते हैं, और इसपर होने वाले ज़रूरी खर्चों से परहेज़ नहीं करते, आपको कार बिना दिक्कत के काफी लम्बे समय तक सही हालत में चलती रहेगी.
सोर्स – ModsOwnCountry Whatsapp ग्रुप