Maruti Suzuki WagonR भारत में एक बेहद मशहूर गाड़ी है. Maruti ने हाल में ही भारत में बिल्कुल नयी WagonR को लॉन्च किया है लेकिन अपने प्रैक्टिकल रूप के चलते Maruti Suzuki WagonR पहले से ही काफी मशहूर बन चुकी है. आपको पुराने जनरेशन Maruti Suzuki WagonR के कई मॉडिफाइड उदाहरण देखने को मिल जायेंगे. पेश है एक ऐसी ही मुंबई की गाड़ी जिसे आप भी खरीद सकते हैं. इसकी कीमत 5 लाख रूपए निर्धारित की गयी है.
यहाँ आप जिस कार को देख रहे हैं वो एक काफी ज्यादा मॉडिफाई की हुई Maruti Suzuki WagonR है और ये काफी हद तक जापान में मॉडिफाई होने वाली Kei कार्स जैसी दिखती है. इस Maruti Suzuki WagonR के आगे में काले रंग का एक विशाल ग्रिल लगा हुआ है. आगे में ज़्यादातर हिस्सा इसी ग्रिल से ढंका हुआ है. इसके स्टॉक हेडलैम्प्स की जगह गोल हेडलैम्प्स हैं और इनमें LED बम्प हैं. गाड़ी को स्पोर्टी लुक देने के लिए इसे स्मोक्ड लुक दिया गया है.
फ्रंट बम्पर को हटाकर इसके जगह एक कस्टम बम्पर लगाया गया है. ये आगे से हैचबैक को पूरी तरह से अलग लुक देता है. अपने इस रूप में ये गाड़ी किसी भी तरफ से एक स्टॉक WagonR जैसी बिल्कुल नहीं लगती.
इस गाड़ी में काले पिलर और विंडोफ्रेम लगे हैं. वहीँ इसके रूफ को सफ़ेद रैपिंग दी गयी है. इस मॉडिफाइड कार के पूरे बॉडी को लाल रंग गया है. इसमें स्टील रिम्स हैं और टायर्स की बात करें तो वो स्टॉक टायर्स जैसे ही दिख रहे हैं. अगर इसमें अलॉय व्हील्स लगा दिए जाएँ तो ये और भी अच्छी दिखेगी.
इस मॉडिफाइड WagonR का इंजन भी स्टॉक रूप में है. पुराने जनरेशन वाली Maruti Suzuki WagonR में केवल पेट्रोल इंजन मिलता था. ये एक 998 सीसी K10B इंजन हुआ करता था जो अधिकतम 68 पीएस और 90 एनएम का आउटपुट देता था. इसके पहले Maruti Suzuki इस कार पर एक 1.1-लीटर पेट्रोल इंजन देती थी जो अधिकतम 64 पीएस और 84 एनएम उतपन्न करता था. इसमें फैक्ट्री फिटेड CNG ऑप्शन भी मिलता था. इस गाड़ी के बाकी के मॉडिफिकेशन डिटेल्स फिलहाल मौजूद नहीं हैं.
भारत में सुप्रीम कोर्ट ने मॉडिफिकेशन्स पर बैन लगा दिया है लेकिन इस आदेश से जुड़े उचित निर्देश जारी नहीं किये हैं. इस नए नियम के मुताबिक़ गाड़ी के स्टॉक हालत में कोई भी बदलाव नहीं किया जा सकता है. राज्य पुलिस बल ने अभी तक इस नियम को लेकर कार्यवाही शुरू नहीं की है लेकिन केरल में ऐसे मामले सामने आये हैं जहां मॉडिफाइड गाड़ियों पर अलग-अलग धाराओं के तहत कार्यवाही की गयी है. अब ये तो समय ही बताएगा की आगे चलकर इन नियमों पर किस प्रकार की कार्यवाही की जाती है.