ऑफ-रोडिंग गाड़ियाँ हमेशा से ही बड़ी और ज़बरदस्त रोड प्रजेंस वाली रही हैं. अगर आपको हमारी बात पर भरोसा नहीं हो रहा, आप RFC Rally की दैत्याकार गाड़ियों को देख सकते हैं. लेकिन बैंगलोर के कार मॉडिफिकेशन एक्सपर्ट Zakir Khan ने एक मिनी Gypsy बनायी है जो भारत की सड़कों पर बेहतरीन ढंग से चलती है.
इस मॉडिफाइड मिनी Gypsy में Sipani Dolphin हैचबैक का इंजन लगा है. कई लोगों को Sipani Dolphin का नाम नहीं पता होगा लेकिन इसे 1982 में लॉन्च किया गया था और ये Reliant Kitten पर आधारित थी. Dolphin में फाइबरग्लास बॉडी का इस्तेमाल किया गया था और शुरुआत में केवल इसका 2-डोर वैरिएंट ही मिलता था. जहां Sipani Dolphin मार्केट में उतनी मशहूर नहीं हुई, कभी इस Dolphin में लगा इंजन अब इस मिनी Gypsy में लगा है. Dolphin में एक 848 सीसी, 4-सिलिंडर पेट्रोल इंजन था जो 4-स्पीड ट्रांसमिशन के साथ आता था. इस इंजन को तेज़ एक्सीलीरेशन के लिए मॉडिफाई किया गया है लेकिन इसके मॉडिफिकेशन की डिटेल्स मौजूद नहीं है. विडियो से हमें पता चलता है की इसमें एक आफ्टरमार्केट एग्जॉस्ट सिस्टम लगा है.
गाड़ी की बात करें तो ये केवल 3 फीट ऊंची है और सड़क पर सबका ध्यान खींचती है. इस पूरे चेसी को Zakir Khan ने खुद कस्टमाईज़ किया है और विडियो दिखाता है की ये काफी भार सह सकती है. इस गाड़ी में एक पिक-अप फ्लैटबेड स्टाइल बॉडी डिजाईन है और ये एक 4-सीटर गाड़ी है. इसके केबिन में 2 सीट्स हैं और इसके फ्लैटबेड पर 2 सीट्स हैं. इसके रियर सीट्स को हटाकर लगाया भी जा सकता है.
मॉडिफायर के मुताबिक़, इस मिनी Gypsy की टॉप स्पीड 140 किमी/घंटे तक पहुँच जाती है. लेकिन इस रफ़्तार तक पहुँचने में इसे काफी समय लगता है. ये हल्की-फुलकी ऑफ-रोडिंग भी कर सकती है. इस गाड़ी में 4WD सिस्टम नहीं है. Zakir Khan दुनिया में सबसे छोटी Gypsy बनाने के लिए Guinness World Record में अप्लाई करेंगे. लेकिन इसकी पुष्टि में कुछ समय लग सकता है.
हम Zakir को खुली सड़कों पर इस मिनी Gypsy को बेहद आसानी से इस्तेमाल करते हुए देख सकते हैं. ये गाड़ी खुद में काफी रोचक है. इसके लुक्स Maruti Suzuki Gypsy से प्रेरित हैं और इसका चटख हरा रंग सड़क पर सबका ध्यान खींचता है. इस गाड़ी के टायर्स संकरे हैं लेकिन इन्हें बॉडी से ज़्यादा चौड़ा करने के लिए इसमें स्पेसर्स का इस्तेमाल किया गया है. इसके फ्रंट ग्रिल पर Suzuki का लोगो भी है और इसमें दो गोल हेडलैम्प्स हैं. इसके इंटीरियर्स लाल हैं एवं काफी अच्छे दिखते हैं.
मॉडिफिकेशन नियमों के लागू होने के साथ, इस बात को मानना होगा की ऐसे टैलेंट पर प्रभाव पड़ेगा. लेकिन अभी के लिए ऐसी गाड़ियों का लुत्फ़ उठाना ही सही होगा.