आज़ादी के बाद Hindustan Ambassador बन गयी थी इंडिया के लोकोमोटिव परिदृश्य की पोस्टर बॉय. हाँ! कामयाबी के शिखर पर Premier Padmini भी उतनी ही लोकप्रिय थी लेकिन Hindustan Motors की Ambassador थी वो गाड़ी जिसने 2014 में अपने अंत तक हमारी सड़कों पर अपनी मौजूदगी बनाये रखी. टूरिस्ट कैब्स से लेकर बाबुओं की पसंदीदा गाड़ी के रूप में Ambassador ने कई भूमिकाएं निभाई हैं. और अब भी ऐसे कई हैं जो इस कार को इसके स्पेशियस केबिन, बड़े बूट, सोफ़ा जैसी रियर सीट्स, और टैंक जैसी बिल्ड क्वालिटी की वजह से बेहद पसंद करते हैं.
यहाँ आप जिस Ambassador को देख रहे हैं, ऐसा लगता है उसे भी ऐसे ही किसी Ambassador-प्रेमी ने कमीशन किया है. कार को उसकी पुरानी शान लौटा दी गयी है. गाड़ी की ओवरआल अपील को एन्हांस करने के लिए इसे कुछ मॉडर्न टचेज़ दिए गए हैं. रेस्टोरेशन किया है Ceramic Pro Calicut की स्किल्ड वर्कफोर्स ने. 1969 विंटेज की Mark-II Ambassador पर आधारित, ये गाड़ी आती है बौटल ग्रीन रंग में. हमारा मानना है की कस्टम मैटेलिक पेंट जॉब इस कार की ब्रिटिश रूट्स को काफी कॉम्प्लीमेंट करता है.
साइड प्रोफाइल के हाइलाइट्स में शामिल हैं क्लियर-लेंस इंडिकेटर और एक मल्टी-स्पोक एलाय व्हील्स का सेट. इस Ambassador को ORVMs का एक नया सेट भी दिया गया है जिन्हें शायद Maruti Esteem से लिया गया है. रियर के हाइलाइट्स में शामिल हैं एक क्लियर-लेंस टेललैम्प्स का सेट, एग्जीक्यूटिव/पॉवर स्टीयरिंग बैज, एंड एक क्रोम मफलर टिप. जहाँ गाड़ी के एक्सटीरियर में कोई रैडिकल बदलाव नहीं है, हाई-क्वालिटी रेस्टोरेशन जॉब इस कार को इतना शानदार बनाता है देखने में.
अगर आपको लगता है की इस Ambassador का एक्सटीरियर डिजाईन है एक हेड टर्नर, तो आपको ज़रुरत है इंटीरियर्स चेक करने की. इस कार के केबिन को दिया गया है फुल-लेदर अपहोल्स्टरी और साथ ही एक हाई-क्वालिटी ट्रिम. डैशबोर्ड को मॉडिफाई किया गया है इंटीरियर को फ्रेश और मॉडर्न बनाने के लिए. इसे दिया गया है एक नया इंस्ट्रूमेंट बिनेकल जो शायद 2nd जेनेरेशन Honda City से लिया गया है नए डिजाईन के aircon वेंट्स, कुछ फ़ो वुड, और एक नया गियर लीवर.
स्टीयरिंग व्हील भी नयी है. ये आती है लास्ट-जेनेरेशन Ford Fiesta से और इसे दिया गया है फ़ो कार्बन फाइबर फिनिश. इसके इलावा, देख कर लगता है की कार में फिट किया गया है एक आफ्टरमार्केट aircon सिस्टम और एक CD/USB प्लेयर. फ्रंट की बेंच सीट को रिप्लेस कर दिया गया है 2 कैप्टेन सीट्स से और बीच में है एक आर्मरेस्ट. कार को इलेक्ट्रिक विंडोज भी दिए गए हैं. अल्ट्रा-कम्फ़र्टेबल रियर सीट को मिले हैं एडजस्टेबल हेडरेस्ट. ज़ाहिर है लेदर अपहोल्स्टरी से रियर बेंच और भी आरामदायक हो गयी है.
इस कार में किये गए किसी भी परफॉरमेंस अपग्रेड की जानकारी नहीं है. पहले Mark II Ambassador आती थी 1,489cc पेट्रोल इंजन के साथ जो प्रोड्यूस करता था 46.50 एचपी की मैक्सिमम पॉवर, 91 एनएम् के पीक टार्क के साथ. इंजन को साथ मिला था एक 4-स्पीड मैन्युअल ट्रांसमिशन जो रियर व्हील्स को पॉवर भेजता था. कंपनी द्वारा किये गए दावों के मुताबिक, 1969 Ambassador की टॉप स्पीड थी 119 kmph. CarToq करता है तारीफ उस मेहनत की जो लगी है इस Ambassador को रिस्टोर करने में. हमने तो हालिया वक़्त में इससे खूबसूरत Ambassador नहीं देखी!