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पहाड़ी सड़कों पर चलते हुए आप ये नज़ारा कभी नहीं देखना चाहेंगे!

पहाड़ी सकों पर गाड़ी चलाना काफी खतरनाक माना जाता है लेकिन अगर आप इसे सही तरीके से करें तो इसमें काफी मज़ा भी आता है. कुछ पहाड़ी इलाकों में केवल पहले से सर्टिफाइड ड्राइवर्स हीं ड्राइव कर सकते हैं क्योंकि वहां की सतह काफी चुनौतीपूर्ण होती है, लेकिन सड़कों के सही होने से अधिकांश पहाड़ी सड़कें सभी के चलाने के लिए खुली होती हैं. ये बात हमें नीचे दिए गए विडियो पर लाती है. नीचे दिए गए विडियो में एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना घटते हुए देख सकते हैं जिसमें चलती कार का एक पहिया निकल आता है! नीचे दिए गए विडियो में आप देख सकते हैं की इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना में ये लोग कैसे बच निकले.

क्या हुआ?

जैसा की आपने विडियो में देखा होगा, कुछ लोग सर्पीली पहाड़ी सड़कों पर अपनी Tata Hexa में घूम रहे थे. कुछ समय बाद हम देख सकते हैं की कार धीमी हो रही है और इसका एक पहिया सड़क से नीचे लुढ़कता हुआ आ रहा है. हुआ ये की ड्राइविंग के दौरान कार का पहिया निकल गया लेकिन चूंकि गाड़ी की स्पीड 50 किमी/घंटे से कम ही थी, एक बड़ी दुर्घटना टल गयी. बायीं तरफ का पिछला चक्का निकल आया था और आप इसे नीचे दिए गए तस्वीर में भी देख सकते हैं. अगर ये अगला चक्का होता तो हालत और ख़राब हो सकती थी.

पहाड़ी सड़कों पर चलते हुए आप ये नज़ारा कभी नहीं देखना चाहेंगे!

ये क्यों हुआ?

कार के मालिक Angad Adlakha के मुताबिक़ इस इलाके में हिमनद के चलते रातभर काफी लम्बा जैम लगा हुआ था जिससे कई कार्स वहीँ खड़ी रह गयीं थीं. वो फिर एक अपनी Hexa को एक सुनसान इलाके पर ले जाकर खड़ी कर दी और हिमनद को देखने पहुँच गए. इसी बीच कुछ स्थानीय लोगों को लगा की कार वहां लम्बे समय से खड़ी है और उन्होंने उसके चक्के चुराने की कोशिश की. किस्मत से Angad और उनके साथ के लोग जल्द ही वापस आ गए और स्थानीय लोग वहां से चलते बने. लेकिन, वो तब तक कुछ नट हटा चुके थे और कार चालक को इस बात के बारे में जानकारी नहीं थी.

फिर वो लोग Hexa में चलते बने और 100 मीटर आगे बढ़ने से पहले ही गाड़ी के पहिये निकल आये. इसे उनके पीछे चल रही Pajero ने देख लिया और विडियो में आप Pajero मालिक को रेडियो के ज़रिये इस बात की जानकारी देते हुए सुन सकते हैं. आपको बता दें की इस कार के सारे पैसेंजर सुरक्षित हैं.

इससे कैसे बचें?

  1. अगर आपको कार में वाइब्रेशन महसूस हो तो तुरंत बाहर निकलकर कार का मुआयना करें. अपने कार से आने वाली किसी भी प्रकार की अजीब आवाज़ को कभी नज़रंदाज़ ना करें.
  2. उबड़-खाबड़ सड़कों पर चलने से पहले एक बार कार के इर्द-गिर्द चक्कर ज़रूर लगा लें. अपने टायर्स को किसी प्रकार के क्षति या कम हवा के लिए जांच लें. इस छोटे काम से आप किसी बड़ी दुर्घटना से आसानी से बच सकते हैं क्योंकि ढीले हुए बोल्ट वगैराह को केवल देख कर ही पहचाना जा सकता है.
  3. जहां भी हो सके एक सुरक्षित जगह पर गाड़ी पार्क करें भले ही इसके लिए आपको थोड़ा ज्यादा क्यों ना चलन पड़े.
  4. साथ ही पहाड़ों की सड़क पर कभी भी सुरक्षित स्पीड से ज्यदा तेज़ ना चलें. ये मामला बिलकुल सही उदाहरण है की स्पीड लिमिट में रहने से बड़े एक्सीडेंट होने से कैसे बचा जा सकता है.

ऐसी दुर्घटना हमेशा आपके कण्ट्रोल में नहीं रहती है और ऊपर दी गयी बातों को ध्यान में रखने से आप किसी भी दुर्भाग्यपूर्ण घटना से बच सकते हैं.