Maruti Suzuki के देशव्यापी सीटबेल्ट सर्वेक्षण ने कुछ मज़ेदार खुलासे किये हैं और इन में से कुछ तो बिलकुल ही चोंकाने वाले हैं | देश भर के 2,505 उत्तरदाताओं के जवाबों का विश्लेषण करने की बाद पता चलता है कि ड्राइवर्स, को-ड्राइवर्स, और रियर पसेंजर्स में सीटबेल्ट ना इस्तेमाल करने के मामले में साउथ इंडिया पहले स्थान पर है |
इस मामले में नार्थ इंडिया की परफॉरमेंस कहीं बेहतर है और केवल 42 प्रतिशत कार चालक सीटबेल्ट का इस्तेमाल नहीं करते | सीटबेल्ट ना इस्तेमाल करने के मामले में ईस्ट इंडिया दूसरे स्थान पर है और 79 प्रतिशत कार चालक सीटबेल्ट का इस्तेमाल नहीं करते | दूसरी तरफ वेस्ट इंडिया से 60 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने माना कि वो सीटबेल्ट का इस्तेमाल नहीं करते |
किसी भी कार में सीटबेल्ट सेफ्टी की पहली लेयर होती है और कार में बैठे सभी लोगों के लिए ये अत्यंत ज़रूरी है की वे इसका इस्तेमाल करें | सीटबेल्ट ना पहनने से कार के ड्राईवर और को–ड्राईवर को हादसों की सूरत में नुकसान का ज्यादा खतरा होता है | हादसे की सूरत में कार में बैठे लोग अन्दर एक दुसरे से टकरा सकते हैं या फिर कार के इंटीरियर्स से भी चोट खा सकते हैं |
इससे गहरी चोटें और कुछ हादसों में जान का नुकसान भी हो सकता है | सीटबेल्ट न पहनने की वजह से हादसों के दौरान लोग कार के बाहर भी जा गिरे हैं | और कई बाहर गिरने के बाद दूसरी गाड़ियों द्वारा कुचले जा चुके हैं |
सीटबेल्ट अवश्य पहनें | ये आपकी जिंदगी बचा सकती है |
आम धारणा के विपरीत, अयरबैग्स युक्त कार्स में भी ड्राईवर और पसेंजर्स को हमेशा सीटबेल्ट का इस्तेमाल करना चाहिए | ऐसा इसलिए भी है क्योंकि कई कर्स में अयरबैग्स तभी काम करते हैं जब आपने सीटबेल्ट पहन रखा हो | कई बार ऐसा हुआ है कि हादसों के दौरान अयरबैग्स खुल जाने से सीटबेल्ट ना पहने हुए यात्री बुरी तरह घायल हुए हैं | कुल मिलकर सीटबेल्ट तब भी पहनी जानी चाहिए जब कार अयरबैग्स युक्त हो |
Maruti के सीनियर एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर (मार्केटिंग और सेल्स) आर.अस. कलसी इसकी पुष्टि करते हैं:
अयरबैग्स को लेकर काफी कुछ कहा जा रहा है पर अयरबैग्स अकेले पसेंजर्स का बचाव नहीं कर सकते | सीटबेल्ट के बिना तो ये और खतरनाक हैं |