आजकल के प्रीमियम कार्स किसी लक्ज़री होटल रूम से कम नहीं होते. आजकल की गाड़ियों में ढेर सारे फ़ीचर्स जुड़ते जा रहे हैं और इन्हें हमारी ज़िन्दगी को आसान बनाने के लिए जोड़ा जाता है. लेकिन कई बार इन फ़ीचर्स का गलत इस्तेमाल किया जाता है — पेश है ऐसे ही गलत इस्तेमालों की एक लिस्ट.
सनरूफ
सनरूफ कुछ ही साल पहले लक्ज़री कार्स का फ़ीचर हुआ करते थे. लेकिन अब, इंडिया में कई किफायती गाड़ियों में सनरूफ होता है. जहां सनरूफ बेहतरीन लगते हैं और गाड़ी के सुन्दरता बढ़ाते हैं, वो अन्दर ताज़ी हवा के अन्दर आने का बेहतरीन स्त्रोत होते हैं.
तेज़ रफ़्तार पर खिड़कियों के खुले रखने से हवा सीधे आपके आँखों से टकराती है जिससे कई दिक्कतें आ सकती हैं. सनरूफ को ऐसे डिजाईन किया जाता है की वो बिना डिस्टर्बेंस के हवा का संचार जारी रखें. लेकिन कई लोग इसे गाड़ी से सिर बाहर निकालने के लिए इस्तेमाल करते हैं. ये बहुत ही खतरनाक होता है, खासकर बच्चों के लिए. अचानक से ब्रेक लेने पर वो बाहर गिर सकते हैं. साथ ही दुसरे गाड़ियों से अगर छोटे पत्थर जैसा कुछ भी गिरता है तो वो उनसे टकरा कर उन्हें चोटिल कर सकता है. रूफ से बाहर निकल रहे ऐसे लोगों के लिए बिजली के तार भी काफी खतरनाक होते हैं.
हजार्ड लैंप
जैसा की आप नाम से ही अंदाजा लगा सकते हैं, हजार्ड लैंप बाकी लोगों को आगे हजार्ड के बारे में बताने के लिए हैं. ये तभी इस्तेमाल किया जाता है जब आप एक हाईवे पर अचानक से ब्रेक ले रहे हों, या अगर आपकी गाड़ी खराब हो गयी हो. कई लोग बारिश या फॉग के होते ही हजार्ड लाइट इस्तेमाल करना शुरू कर देते हैं. ये पीछे चल रही गाड़ियों को एक गलत सन्देश देता है और इसके चलते एक्सीडेंट हो सकते हैं. ये बेहद ज़रूरी है की हजार्ड लाइट का इस्तेमाल तभी हो जब गाड़ी आगे नहीं बढ़ पा रही, रोड पर खतरनाक हालत में हो, या बहुत तेज़ ब्रेक ले रही हो.
हाई-बीम
एक कारण है की आजकल के गाड़ियों में हाई और लो बीम दोनों होते हैं. कई लोग अपने हेडलैम्प्स को हमेशा हाई बीम में रखते हैं. ये सामने से आ रही गाड़ियों के लिए बहुत मुश्किलें पैदा करता है. हाई बीम्स को हाईवे पर इस्तेमाल किया जाना चाहिए जहां सेपरेटर होते हैं और जहां पर्याप्त रौशनी नहीं होती. और शहरों के अन्दर रोड के किनारे के लैम्प्स पर्याप्त रौशनी देते हैं.
हाई बीम आपके आगे की गाड़ी को इस बात का संकेत देने के लिए भी इस्तेमाल किये जाते हैं की आप उन्हें ओवरटेक करने वाले हैं या पास मांग रहे हैं. उन्हें शहर के अन्दर अँधेरे जगहों पर इस्तेमाल किया जा सकता है और वो भी तब जब सामने से कोई गाड़ी नहीं आ रही हो. हाई बीम से थोड़ी देर के लिए सामने वाला ब्लाइंड हो सकता है और इससे एक्सीडेंट हो सकते हैं.
बाइक्स पर मिरर्स को हेलमेट हैन्गर के रूप में इस्तेमाल करना
बाइक्स में रियर व्यू मिरर एक बेहद ज़रूरी फ़ीचर होते हैं जिनसे पीछे से आ रही गाड़ियों के बारे में जानकारी रहती है. अधिकाँश लोग इसे हेलमेट हैंगर के रूप में इस्तेमाल करते हैं. ये हर किसी के लिए परेशानी खड़ी करता है. बाइक राइडर टर्न लेने से पहले कई बार पीछे नहीं देखता, जिसके चलते एक्सीडेंट हो सकते हैं. साथ ही, हेलमेट टांगने से राइडर अपना संतुलन खो सकता है क्योंकि हैंडल पर ज्यादा भार है.
IRVM से चीज़ें लटकाना
इंडिया के कई कार ओनर्स रियरव्यू मिरर में कुछ सजावटी या धार्मिक चीज़ें लटका देते हैं. समय के साथ आपका दिमाग आपके विज़न के कोने में ऐसी चीज़ का आदि हो जाता है जो हमेशा हिल रही होती है फिर आपके पीछे अगर कोई गाड़ी तेज़ रफ़्तार से आ रही है तो आपका दिमाग इसे रियरव्यू मिरर में देखने के बावजूद रजिस्टर नहीं कर पायेगा, इसका नतीजा एक भयावह एक्सीडेंट हो सकता है. आपका दिमाग एक हिलती हुई चीज़ देखने का आदि हो जाता है और अगर कुछ खतरनाक भी है तो वो आपको उस बारे में चेतावनी नहीं दे पाता. हमेशा इस बात की कोशिश कीजिये की आप गाड़ी में अगर कुछ सजावटी लगा ही रहे हैं तो वो हिलने के बजाये एक जगह फिक्स रहे.
बुल बार
बुल बार बेहद खतरनाक होते हैं. वो गाड़ी के क्रम्पल जोन में दखल करते हैं और इम्पैक्ट को गाड़ी के बॉडी पर ट्रान्सफर कर देते हैं, जिससे चोटें आ सकती हैं. लोग रोड पर दूसरों को तंग करने के लिए भी बुल बार का दुरूपयोग करते हैं. बुल बार्स वाली कार्स ट्रैफिक को गलत ढंग से रोकने के लिए इस्तेमाल कर सकती हैं क्योंकि लोग ऐसी गाड़ियों से दूर रहेंगे क्योंकि उन्हें डर रहता है की बुल बार्स उनकी गाड़ी को डैमेज कर सकती हैं. अब जब आफ्टरमार्केट बुल बार्स को बैन कर दिया गया है, हो सकता है हम भविष्य में कुछ सुधार देखें.
फॉग लैंप
फॉग लैंप ऐसे सेफ्टी डिवाइस होते हैं जो भारी बारिश या घने कोहरे के दौरान रौशनी दें. अगर उन्हें आम दिनों में इस्तेमाल किया जाता है तो हो सकता है वो सामने से आ रहे लोगों को थोड़ी देर के लिए चकाचौंध कर दें. फॉग लैम्प्स को गाड़ी के मैन्युअल में दिए गए निर्देश के अनुसार इस्तेमाल किया जाना चाहिए. कई देशों में फॉग लैंप के गलत इस्तेमाल पर फाइन लगाया जाता है. हालांकि भारत में पुलिस अभी तक ऐसा कुछ नहीं करती है लेकिन लोगों को इस बात का अंदाजा होना चाहिए की वो इसके गलत इस्तेमाल से दिक्कतें खड़ी करते हैं.
ORVMs को फोल्ड करना
बाहर के रियरव्यू मिरर का इस्तेमाल न करना उनके गलत इस्तेमाल के जैसा ही है. कई ड्राईवर उन्हें फोल्ड करके रखते हैं और अपने पीछे के गाड़ियों की स्थिति जाने बगैर लेन बदलते हैं. ऐसे ब्लाइंड मूव से हमेशा ही एक्सीडेंट होने का खतरा बना रहता है. इसलिए ये बेहद ज़रूरी है की रोड पर ORVMs को सही ढंग से इस्तेमाल किया जाए.