भारत और दुनियाभर में लापरवाह ड्राइविंग दुर्घटनाओं के प्रमुख कारणों में से एक मानी जाती है। हालांकि, सरकारी या आधिकारिक वाहनों के साथ ऐसे मामले कम ही देखे जाते हैं। मगर हाल ही में एक सरकारी अधिकारी की Mahindra Bolero और एक तेज गति वाली Honda City की सड़क दुर्घटना ने सबका ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया, जो एक लापरवाही के कारण हुआ था।
यह Prateek Singh का एक यूट्यूब वीडियो उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में Mahindra Bolero और Honda City के बीच हुई दुर्घटना को दर्शाता है। सामने आए CCTV फुटेज में, Bolero को एक सरकारी कार्यालय के परिसर में प्रवेश करने की कोशिश करते हुए और एक तेज रफ्तार Honda City को उसके साइड प्रोफाइल से टकराते हुए दिखाया गया है।
वीडियो में देखी जा रही टक्कर इतनी जोरदार थी, कि Bolero कार्यालय परिसर के गेट में जा घुसी। वहीं, Honda City चला रहा व्यक्ति ओवरस्पीड था और उसके दरवाजों से टकराते हुए अपना नियंत्रण खो बैठा। ऐसे में, Bolero दोनों तरफ से बुरी तरह क्षतिग्रस्त हुई जबकि Honda City का फ्रंट प्रोफाइल भी बुरी तरह प्रभावित हुआ था।
ऐसा देखा गया है, कि Bolero में सवार सरकारी अधिकारियों को मामूली चोटें आईं जबकि Honda City का ड्राईवर अपनी कार वहीं छोड़कर दुर्घटनास्थल से भाग गया। CCTV फुटेज से भी साफ पता चलता है, कि अगर Honda City निर्धारित गति सीमा के अंदर चल रही होती, तो दुर्घटना से बचा जा सकता था। हालांकि, अब तक यह स्पष्ट नहीं है कि ड्राईवर शराब के नशे में था या नहीं, लेकिन यह पता चला है कि यह मामला तेज गति का है जहां ड्राईवर की साफ गलती है।
भारतीय सड़कों पर तेजी
आमतौर पर अगर रेस ट्रैक की तरह नियंत्रित वातावरण में ड्राइव किया जाए, तो दुर्घटनाओं से बचा जा सकता है। हालांकि, विशेष रूप से भारत में सार्वजनिक सड़कों पर तेज गति से वाहन चलाने से दुर्घटनाएं और परेशानी हो सकती है। वहीं, धीमी गति से सवारी करने से टकराव से बचने और समय पर ब्रेक लगाने के लिए अधिक समय मिलता है। वहीं, तेज गति से चलने वाले वाहनों को रुकने में अधिक समय और दूरी की जरूरत होती है।
इतना ही नहीं, सुरक्षा के लिए भारतीय सड़कों पर हमेशा गति सीमा का पालन करना जरूरी है। वहीं, जब भी जानवर या मवेशी सड़क पर देखे जाते हैं, तो गति कम करना सबसे सुरक्षित विकल्प होता है क्योंकि अक्सर जानवर आखिरी समय में अपना मन बदल लेते हैं और दिशा बदल लेते हैं। इसके अलावा, हाईवे या आबादी वाले क्षेत्रों से गुजरते समय गति का धीमा होना आवश्यक है, जहां ऐसी घटनाएं अक्सर हो सकती हैं। एक दूसरा पहलू यह भी है, कि इस तरह की घटनाएं भारत में डैशबोर्ड और वीडियो कैमरों के महत्व पर भी जोर देती है।