नॉएडा में सड़क के गलत तरफ ड्राइविंग की समस्या को दूर करने के लिए पुलिस ने कल सेक्टर 77 में टायर किलर्स लगाए थे. लेकिन इसे लगाने के 24 घंटों के भीतर ही ये टूट गया है! जी हाँ, और इसके टूटने के बाद, अधिकांश मोटर चालाक इसके टूटे हुए हिस्से से इसे पार करने की कोशिश कर रहे हैं जिससे रोड पर काफी अफरा-तफरी मच रही है.
इसी बीच, नॉएडा अथॉरिटी ने ये कहा है की किसी ने इसके लगाने की प्रक्रिया में छेड़-छाड़ की है जिससे ये ढीला होकर अपनी जगह से निकल गया है. ये अभी तक लगाया गया इकलौता टायर किलर है और पुलिस ऐसे टायर किलर को सेक्टर 77 North Eye Junction, सेक्टर 76 मेट्रो स्टेशन, सेक्टर 61 में साईं मंदिर U-टर्न और सेक्टर 16A फ्लाईओवर के पास लगाने वाली है.
इन टायर किलर्स में नुकीली कील लगी हैं, जिससे गलत तरफ से आ रही गाड़ी के टायर फट जाते हैं. लेकिन, इनके टूट जाने से ये रोड के सही तरफ से आने वाली गाड़ियों के लिए भी खतरा बन गए हैं. इन टायर किलर्स में एक दिशा वाली नुकीली कील कगी हैं जिनके नीचे में स्प्रिंग लगे हैं. जब गाड़ी सही दिशा से इनके ऊपर से चढ़ती है, ये दब जाते हैं लेकिन अगर गाड़ी गलत दिशा से आ रही है ये गाड़ी के टायर्स में चुभ कर उन्हें बर्बाद कर देते हैं.
अगर टायर किलर्स टूटे हुए हैं तो वो रोड पर बड़े खतरे का सबब बन सकते हैं. ये मुड़कर सही दिशा से आ रही गाड़ियों के टायर्स को नुक्सान पहुंचा सकते हैं. उस टायर किलर के आसपास रहने वाले लोगों का कहना है की टायर किलर्स को अच्छे से नहीं लगाया गया है और इससे बड़ी दुर्घटना हो सकती है. साथ ही निवासियों ने प्रशासन से टायर किलर्स को सड़क की सतह में लगाने की गुजारिश की है ताकि सही दिशा से आने वालीं लो फ्लोर कार्स और छोटी हैचबैक्स के टायर्स इनसे ना फटें. नॉएडा अथॉरिटी ने इनके आसपास बड़े बैनर भी लगाए हैं जो लोगों को इन टायर किलर्स के बारे में सूचना देते हैं.
नॉएडा अथॉरिटी के जनरल मेनेजर ने कहा है की उन्होंने इस टायर किलर को लगाने पर 1.7 लाख रूपए खर्च किये हैं. वो फिलहाल इस दिक्कत को पूरी तरह से निबटाने पर काम कर रहे हैं और वो टायर किलर के पास एक बिटुमिन स्लोप लगा देंगे जिससे टायर किलर ज़मीन में अच्छी तरह से लग जाएगा. फिलहाल, टायर किलर्स को कुछ बोल्ट से ज़मीन में फिक्स किया गया है. लेकिन, ये बोल्ट ऊपर से गुजरने वाले भारी टायर्स का बोझ नहीं सह पा रहे हैं और अपनी जगह से निकल आये हैं.
यहाँ ध्यान दिया जाना चाहिए की टायर किलर्स को सबसे पहले पुणे में एक आवासीय कॉम्प्लेक्स में लगाया गया था. बाद में प्रशासन और पुलिस ने इन टायर किलर्स को ये कह कर हटा दिया था की वो बेहद खतरनाक हैं और गाड़ियों को काफी ज़्यादा नुक्सान कर सकते हैं. लेकिन पुणे में लगभग 2 हफ़्तों तक लगे रहने वाले ये टायर किलर्स टूटे नहीं थे. पर, नॉएडा में जहां इन टायर किलर्स को लगाया गया है वहां ट्रक्स जैसी भारी गाड़ियां काफी बड़ी तादाद में चलती हैं. नॉएडा अथॉरिटी को और मज़बूत टायर किलर्स लगाने चाहिए ताकि वो मजबूती से पाना काम कर सकें. ये एक पायलट प्रोजेक्ट है, और नॉएडा में इनके सफल होने के बाद इन्हें दूसरे जगह पर भी लगाया जाएगा.