जल्द ही आपको भारतीय सड़कों पर ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन के लिए 10 गुना ज़्यादा बड़ा जुर्माना चुकाना पड़ सकता है. लोकसभा में Motor Vehicle Act का संशोधित बिल पास हो चुका है और एक बार जब ये राज्यसभा से पास हो जाए तब ये नियम बन जाता है. एक बार जब ये नियम पास हो जाएगा तब ट्रैफिक फाइन दस गुना बढ़ जाएगा.
फिलहाल बिना वैध लाइसेंस के गाड़ी चलाने का जुर्माना 500 रूपए है. ETAuto के मुताबिक़ ये बढ़कर 5,000 हो जाएगा. इसी प्रकार ड्राइविंग/राइडिंग के वक़्त मोबाइल फ़ोन पर बात करना का जुर्माना फिलहाल 1,000 रूपए है. ये बढ़कर 5,000 रूपए हो जाएगा. जहां तक नशे में गाड़ी चलाने की बात है तो ये भी पांच गुना बढ़कर 2,000 रूपए से 10,000 रूपए हो जाएगा. खतरनाक रूप से गाड़ी चलाने के लिए भी जुर्माना इसी तरह 1,000 रूपए से बढ़कर 5,000 रूपए हो जाएगा. ये सब इस बिल के क़ानून बनने के बाद होगा.
कार में सीटबेल्ट न पहनने ये तेज़ रफ़्तार पर चलने वाले जुर्माने भी क्रमशः 100 रूपए से बढ़कर 1,000 रूपए और 400 रूपए से बढ़कर 2,000 रूपए हो जायेंगे. इस बिल में और भी कुछ बातें हैं जो भारत की सड़कों को ज़्यादा सुरक्षित बनाने में मदद करेंगी. जैसे की नाबालिगों को गाड़ी चलाने की अनुमति देने पर मालिक पर ना केवल जुर्माना लगेगा बल्कि उसे जेल भी हो सकती है. ये नियम अभिभावकों को बच्चों को गाड़ी चलाने की अनुमति देने से रोकने के लिए है.
ड्राइविंग लाइसेंस एवं गाड़ी रजिस्ट्रेशन के लिए आधार कार्ड अनिवार्य कर दिया जाएगा. ये कदम एक इंसान के नाम पर कई ड्राइविंग लाइसेंस जारी होने पर लगाम लगाएगा. साथ ही इससे अंदेशा मिलता है की सरकार एक-राष्ट्र-एक-टैक्स स्कीम लागू करने की कोशिश कर रही है जिससे लोग टैक्स की चोरी नहीं कर पायेंगे एवं राज्यों में गाड़ी बिना रोक-टोक आ-जा सकेगी.
जहां ये संशोधन बिल काफी अच्छा मालूम पड़ता है, इसे काफी सख्त तरीके से लागू भी करना होगा. ट्रैफिक फाइन में इतनी बड़ी बढ़ोतरी का बुरा प्रभाव भी हो सकता है. भ्रष्ट अधिकारी बड़े जुर्माने से बचाने के लिए बड़े रकम की घूस की मांग कर सकते हैं. लेकिन, बढ़े हुए जुर्माने या बढ़े हुए घूस की रकम के चलते उम्मीद है जनता ट्रैफिक नियम तोड़ने से बचने की हर कोशिश करेगी. कुल मिलाकर, जुर्माने की रकम में इतनी बड़ी बढ़ोतरी के कदम में भारत के सड़कों को ज़्यादा सुरक्षित करने की संभावना है और हम इसका स्वागत करते हैं. बस उम्मीद है की इन सख्त नियमों को उतनी ही सख्ती से लागू भी किया जाएगा.