आज इंडिया का कार मार्केट बेहद बड़ा बन चुका है, और वो दिन निकल गए जब यहाँ कुछ ही निर्माता मौजूद थे. अंतर्राष्ट्रीय निर्माता इंडिया में कार्स लॉन्च करने के लिए लाइन में खड़े हैं. पर इतनी सारे मॉडल्स होने के साथ दिक्कत ये आने लगती है की अक्सर निर्माताओं को अलग-अलग देशों में कार्स को अलग नाम से लॉन्च करना पड़ता है. इसके पीछे एक बड़ा कारण है की कुछ कंपनियां पहले ही कुछ नाम पंजीकृत करा लेती हैं, और कभी-कभी नाम स्थानीय लोगों के भाषा के हिसाब से बदलना पड़ता है. आइये आज एक नज़र डालते हैं ऐसी ही 5 कार्स पर जिनका नाम इंडिया में कुछ और है और बाहर कुछ और.
Ford Endeavour उर्फ़ Ford Everest
आपने Everest Masala का नाम तो सुना ही होगा, लेकिन ये नाम Ford के लिए दिक्कत बन गया. चूंकि इंडिया में Everest पहले से ही रजिस्टर्ड थी. इसलिए Ford को अपनी Everest SUV को यहाँ Endeavour के नाम से लॉन्च करना पड़ा.
Maruti Ritz उर्फ़ Suzuki Splash
अपने Everest पर दिक्कत झेल चुके Ford के चलते दूसरे कंपनी को नाम बदलने की बारी 2009 में आई जब Maruti इंडिया में Splash लाने वाली थी. Ford ने इस नाम को 2002 में ही रजिस्टर करा लिया था इसलिए Maruti को एक नया नाम रखना पड़ा — Ritz. कार की सेल्स अगर बुरी नहीं तो काफी अच्छी भी नहीं थीं और लॉन्च के कुछ सालों के बाद इसे बंद कर दिया गया.
Honda Jazz उर्फ़ Honda Fit
ये जापानी कार निर्माता जापान, यूरोप, अमेरिका, और एशिया के लिए हमेशा ही अपने कार्स के नाम अलग रखता है. इसलिए जो प्रीमियम हैचबैक इंडिया में Jazz के नाम से बिकती है, उसे जापान और अमेरिका में Fit के नाम से बेचा जाता है.
Nissan Sunny उर्फ़ Nissan Versa
Nissan भी अमेरिका और एशिया में अपनी कार्स अलग-अलग नाम से निकालता है. इसीलिए Sunny सेडान अमेरिका में Versa के नाम से, थाईलैंड में Almera के नाम से, और इंडिया में Sunny के नाम से बेची जाती है. इंडिया में इसके ये नाम होने के पीछे एक और कारण है की Maruti ने कुछ साल पहले ही अब बंद हो गयी वैन निकाली थी जिसका नाम Versa था, इसलिए उन्होंने ये नाम भी रजिस्टर करा लिया था.
Hyundai Santro उर्फ़ Hyundai Atos Prime/Amica
दक्षिण कोरिया के इस निर्माता की Santro को इंडिया में वैसा ही प्यार मिला है जैसा Maruti 800 और Alto को मिला है, और इसके पीछे बड़ा कारण है इसका प्रैक्टिकल ‘टॉल बॉय’ डिजाईन और किफायती मेंटेनेंस. ये ग्लोबल मार्केट में ‘Atos’ के नाम से बेची जाती थी और इंडिया में Santro के नाम से.