नई Maruti Swift तो लगभग एक सुपरहिट बन ही गयी है. तीन महीने में एक लाख से ज्यादा बुकिंग्स के साथ Maruti Suzuki की लेटेस्ट हैचबैक आज तक की सबसे सफल Swift बनने की राह पर अग्रसर है. नए Swift के पक्ष में कई चीज़ें हैं लेकिन ये अपने पिछले जनरेशन से थोड़ी ज्यादा महंगी है, और ये बात इसे Baleno के प्राइस रेंज के काफी करीब ले आती है. लेकिन, कीमत में टकराव और सेम इंजन ऑप्शन के बावजूद Maruti के इन दो बेस्ट’सेलर्स के बीच काफी अंतर है. यहाँ हमने नयी Maruti Swift और Baleno की एक दूसरे से तुलना की है और ये पोस्ट आपको इनमें से एक चुनने में ज़रूर मदद करेगा.
परफॉरमेंस
जहां इन दोनों में से Swift ज्यादा स्पोर्टी दिखती है, असल में परफॉरमेंस के मामले में Baleno आगे है. और ये बात आपको ज़रूर चौंका देगी की दोनों कार्स में समान इंजन हैं. साथ ही दोनों कार्स का वज़न भी समान है. और भले ही छोटे मार्जिन से लेकिन 0-100 तक Baleno जल्दी पहुँचती है. पेट्रोल वाली Baleno 85 पीएस और 115 एनएम का आउटपुट देती है. और 880 किलो के वज़न के साथ ये बाज़ी मार ले जाती है. वहीँ दूसरी ओर, पेट्रोल वाले Swift में 83.3 पीएस और 113 एनएम का आउटपुट मिलता है. Swift का वज़न भी 880 किलो ही है, लेकिन स्टेट ऑफ़ ट्यून कम होने के चलते ये 0-100 किमी/घंटे पहुँचने में 0.65 सेकेण्ड ज्यादा लेती है. इसका इन-गियर एक्सिलीरेशन टाइम भी थोडा कम है. दोनों कार्स के डीजल वैरिएंट का इंजन 75 पीएस और 190 एनएम का आउटपुट देता है. लेकिन यहाँ भी Baleno 0-100 किमी/घंटे पहुँचने में 0.4 सेकेण्ड तेज़ है. इसमें भी आपको इन-गियर एक्सिलीरेशन टाइमिंग में वही एडवांटेज मिलता है.
हाई स्पीड पर बेहतर कण्ट्रोल
Swift को राइड क्वालिटी और हैंडलिंग का अच्छा मिश्रण ऑफर करने के लिए जाना जाता है. लेकिन आश्चर्य की बात है की डायनामिक्स असल में Baleno में ज्यादा बेहतर हैं. हाई स्पीड पर बड़ी हैचबैक ज्यादा कण्ट्रोल में रहती है और इसका श्रेय इसके लम्बे व्हीलबेस को जाता है. लेकिन दुर्भाग्यवश दोनों ही कार्स की स्टीयरिंग कुछ खास नहीं है और असल में Baleno की स्टीयरिंग ज्यादा बेजान मालूम होती है.
राइड क्वालिटी
इन दोनों के बीच, Swift की राइड क्वालिटी ज्यादा बेहतर है. इस मामले में Baleno बुरी नहीं है लेकिन नयी हैचबैक थोड़ी ज्यादा बेहतर है. जहां Baleno की राइड तीखे मोड़ों पर ज़्यादा फर्म हो जाती है, Swift उबड़-खाबड़ सतहों पर ज्यादा आरामदायक है.
स्पोर्टी फील
Maruti Swift हमेशा से ही अपने स्पोर्टी लुक के लिए जानी जाती है. नयी जनरेशन वाली Swift इस मामले में बिल्कुल भी अलग नहीं है. इसका एक्सटीरियर डिजाईन अब काफी परिपक्व लगता है लेकिन इसके पुराने मॉडल्स के थीम को आप इसमें अभी भी देख सकते हैं. और तो और बाहर का स्पोर्टी डिजाईन थीम अब इंटीरियर में भी उपलब्ध है. नयी Swift अपना डैशबोर्ड और कई इंटीरियर पैनल अब नए Dzire के साथ शेयर करती है. लेकिन, असल अंतर इसके ऑल-ब्लैक थीम और गोल आकार वाले सेंट्रल एसी वेंट इसे अलग करते हैं. और तो और, हुड वाले इंस्ट्रूमेंट और फ्लैट-बॉटम स्टीयरिंग इसके इंटीरियर को काफी स्पोर्टी टच देते हैं. दूसरी ओर, Baleno अपने डैशबोर्ड डिजाईन, फेक सिल्वर ट्रिम और कलर्ड MID के चलते ज्यादा प्रीमियम लगती है. तो अगर आपको स्पोर्टी इंटीरियर चाहिए तो आपको Swift चुनना चाहिए.
वही कीमत लेकिन ज्यादा फ़ीचर्स
जहां दोनों कार्स के टॉप-एंड ट्रिम्स में फ़ीचर्स की भरमार है, Baleno में ज्यादा फ़ीचर्स हैं. लेकिन आश्चर्य की बात है की दोनों के टॉप मॉडल्स के बीच के कीमत का अंतर बेहद कम है. Baleno का टॉप एंड पेट्रोल मॉडल Swift के टॉप एंड पेट्रोल मॉडल की तुलना में मात्र 7,000 रूपए महंगा है. वहीँ दूसरी ओर, टॉप-एंड डीजल पॉवर वाले ट्रिम में 21,000 रूपए का अंतर है. लेकिन इस कीमत में आपको कुछ ज्यादा फ़ीचर्स मिलते हैं जैसे एम्बिएंट लाइटिंग, टिल्ट और टेलीस्कोपिक एडजस्टेबल स्टीयरिंग (Swift में सिर्फ टिल्ट है), ऑटो-डिम रियर व्यू मिरर, और हाइट एडजस्टेबल फ्रंट सीटबेल्ट्स.
स्पेस
नयी Swift अपने पुराने जनरेशन के मुकाबले ज्यादा जगहदार है. उसमें ज्यादा केबिन स्पेस और सामान रखने की क्षमता है. लेकिन Baleno के सामने ये अभी भी फीका है. Baleno में ज्यादा लेगरूम, शोल्डररूम, और फ्रंट और रियर पैसेंजर्स के लिए ज्यादा हेड रूम भी है. और बड़े ग्रीनहाउस के चलते ये ज्यादा हवादार होने की फील भी देता है. नए Swift में 268 लीटर का बूस्टस्पेस है और ये पिछले जनरेशन के मुकाबले 64 लीटर ज्यादा है. लेकिन बूट स्पेस के मामले में 339 लीटर के साथ Baleno नए Swift को काफी पीछे छोड़ देती है.
किफायती आटोमेटिक पेट्रोल
3 जनरेशन में पहली बार Swift आटोमेटिक गियरबॉक्स के साथ उपलब्ध है. कंपनी नए Swift के मिड-लेवल ट्रिम पर ऑप्शनल AMT ऑफर कर रही है. AMTs सस्ते यूनिट्स होते हैं जो कीमत पर ज़्यादा असर नहीं डालते. और ज्यादा महंगे टॉर्क कनवर्टर/CVT यूनिट्स के उलट वो गाड़ी के माइलेज पर असर नहीं डालते. इसलिए वो सारे लोग जो फ़ीचर्स से भरे आटोमेटिक और आरामदायक B-सेगमेंट सेडान का इंतज़ार कर रहे थे अब नयी Swift खरीद सकते हैं. AMT-वाली Swift पेट्रोल CVT-लगे Baleno पेट्रोल से काफी सस्ती है और ज्यादा माइलेज भी देती है.
प्रीमियम आटोमेटिक
जहां Swift AMT पेट्रोल Baleno आटोमेटिक के मुकाबले ज्यादा किफायती है AMTs रिफाइनमेंट के मामले में आगे नहीं होते. Baleno CVT स्मूथ परफॉर्म करती है. इसलिए ऐसे लोग जिन्हें ज्यादा प्रीमियम ड्राइव एक्सपीरियंस चाहिए उन्हें Baleno आटोमेटिक लेनी चाहिए.
आटोमेटिक डीजल
Baleno डीजल सिर्फ 5-स्पीड मैन्युअल ट्रांसमिशन के साथ उपलब्ध है. आटोमेटिक ट्रांसमिशन का कोई ऑप्शन ही नहीं है. यहाँ नयी Swift को Baleno के ऊपर बड़ी बढ़त मिलती है. आप Swift के मिड लेवल ट्रिम्स को AMT के साथ खरीद सकते हैं. डीजल AMT में ना सिर्फ ऑटो गियर शिफ्ट का आराम है, वो माइलेज पर ज्यादा प्रभाव भी नहीं डालती.
माइलेज
जहां दोनों कार्स के इंजन और वज़न में कोई अंतर नहीं है, Swift की माइलेज थोड़ी ज्यादा है. ये इस बात के चलते हैं की Maruti Suzuki ने नयी Swift के इंजन को इस प्रकार ट्यून किया है की वो लो परफॉरमेंस के बदले बढ़िया माइलेज दे. मैन्युअल ट्रांसमिशन वाली Baleno पेट्रोल 21.4 किमी/लीटर का माइलेज देती है. वहीँ Swift मैन्युअल पेट्रोल 22 किमी/लीटर का. Baleno का डीजल वैरिएंट 27.39 किमी/लीटर का माइलेज देता है. वहीँ दूसरी ओर, Swift डीजल का ARAI प्रमाणित माइलेज 28.4 किमी/लीटर के साथ और भी ज़्यादा है.