ज्यादातर मामलों में ऐसा देखा जाता है, कि दोपहिया वाहनों के लिए गीली सड़कें काफ़ी बार खतरनाक साबित हो सकती हैं। ऐसा ही एक मामला केरल राज्य में भी देखा गया, जहां एक घटना में तीन सवार एक के बाद एक फिसलते और गिरते दिख रहे हैं। आपको बता दें, कि राज्य की एक बस के पिछले डैशबोर्ड में लगे कैमरे पर रिकॉर्ड किए गए वीडियो में देखा गया है, कि कैसे गीली सड़क के कारण कैसे वह फिसल गए।
फुटेज में साफ दिख रहा है, कि चार स्कूटर सवार बस का पीछा कर रहे थे और तभी बस ड्राईवर ने अचानक ब्रेक लगा दिया, जिससे पहला राइडर धीमा होकर पूरी तरह से रुक जाता है और आखिरी राइडर फिसलकर नीचे गिर जाता है। फिर आखिरी सवार ने पीछे देखने की कोशिश की, कि क्या हो रहा है जिससे वह संतुलन खो बैठा और नीचे गिर गया। इसके बाद, दूसरे सवार ने भी चेक करने के लिए पीछे देखने की कोशिश की और वह भी गिर गया।
वहीं, इस वीडियो का दिल को छू लेने वाला हिस्सा वह है, कि कैसे वह उठते हैं और एक दूसरे की मदद करने के लिए दौड़ते हैं। यहां तक, कि स्थानीय लोग भी दुकानों से बाहर भागते हुए आते हैं और सवारियों को उठने में मदद करते हैं। उनसे अलह बस ड्राईवर इस सबको देखे बिना मौके से दूर चला जाता है।
गीली सड़कें हैं खतरनाक
गीली सड़कें बहुत खतरनाक हो सकती हैं और खासतौर जिनका इस्तेमाल भारी वाहन करते हैं। अब क्योंकि कई भारी वाहन पुराने भी होते हैं और उनमें से कई का रख-रखाव ठीक से नहीं होता है, तो बहुत से मामलों में उनसे तेल का रिसाव होने लगता है। ऐसे में, पानी के साथ मिला हुआ तेल एक खतरनाक फिसलन तैयार करता है जिससे ऐसी घटनाएं होना बहुत आम है।
इस वीडियो को देखकर भी यहाँ ठीक यही स्थिति नज़र आ रही है, जहां स्कूटर बस के पीछे फंस गया और अचानक ब्रेक लगाने पर फिसल गया। वहीं, दूसरों ने पीछे देखने की कोशिश की और संतुलन खोकर गिर पड़े। यही वजह है, कि गीली सड़कों पर चलते समय अतिरिक्त सावधानी बरतनी चाहिए क्योंकि तेजी से दिशा बदलने या अचानक ब्रेक लगाने से वाहन फिसलकर नीचे गिर सकता है।
एक्वाप्लानिंग का कारण
गीली सतहों पर एक्वाप्लानिंग के कारण कई उच्च गति दुर्घटनाएं हो सकती हैं, जो कई बार सीसीटीवी में कैद हुई हैं और दिखाती हैं कि यह कितनी खतरनाक हो सकती है। आपको बता दें, कि एक्वाप्लानिंग या हाइड्रोप्लानिंग तब होता है जब टायर अपनी सतह से पानी को फैलाने या खत्म करने में असमर्थ हो जाते हैं। फिर वह पानी पूरे टायर को निगल जाता है और सड़क के साथ टायर को जोड़ने वाला संपर्क पैच अलग हो जाता है। इसके परिणामस्वरूप ड्राईवर नियंत्रण खो देते हैं।
हालांकि, कुछ आसान स्टेज को अपनाकर एक्वाप्लानिंग को रोका जा सकता है। वहीं, अगर आपको सड़क पर पानी का गड्ढा दिखाई दे, तो अपनी गति को जितना हो सके कम कर लें। मगर सबसे पहले इसमें स्पीड का धीमा होना जरूरी है क्योंकि अगर आप 40 किलोमीटर प्रति घंटे से कम गति से पानी पार करते हैं, तो इससे पूरी तरह बचा जा सकता है।