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साक्षी महाराज की Toyota Fortuner को मारी टक्कर दूध के टैंकर ने; सांसद ने कहा जान लेने की कोशिश

कल सुबह उन्नाव से भाजपा के सांसद साक्षी महाराज नयी दिल्ली से अपने उदितपुर आश्रम की तरफ जा रहे थे जब उनकी Toyota Fortuner की टक्कर एक दूध के टैंकर से हो गयी. कहा जा रहा है की दूध टैंकर सड़क की ग़लत साइड से आ रहा था. पता चला है की टैंकर पहले सांसद की एस्कॉर्ट कार से टकराया और फिर Fortuner से. टैंकर ने एक Bajaj Pulsar मोटरसाइकल को भी रौंद दिया और चालक को ज़ख़्मी कर दिया. साक्षी महाराज को हाथ पर चोट लगी है और उनके ड्राइवर को भी चोटें आई हैं. टक्कर में Fortuner SUV को भारी नुकसान हुआ है.

साक्षी महाराज की Toyota Fortuner को मारी टक्कर दूध के टैंकर ने; सांसद ने कहा जान लेने की कोशिश

सांसद का आरोप है की दूध के टैंकर का उनकी गाड़ी से टकराना उन्हें जान से मारने की एक दुस्साहसिक कोशिश थी. उन्होंने कहा,

ये मुझे मारने की एक दुस्साहसिक कोशिश थी. टैंकर ग़लत साइड से आ रहा था, उसने पहले मेरी एस्कॉर्ट कार को टक्कर मारी और फिर मेरी एसयूवी को. मेरे ड्राइवर ने टैंकर की एस्कॉर्ट कार से टक्कर के फ़ौरन बाद ब्रेक लगा दिए थे लेकिन टैंकर के ड्राइवर ने रफ़्तार धीमी नहीं की और मेरी एसयूवी को टक्कर मारी. पुलिस को ठीक से मामले की जाँच करनी चाहिए और पता लगाना चाहिए की टैंकर का मालिक कौन है.

दूध के टैंकर के ड्राइवर, राजेंदर सिंह, को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है और सांसद के आरोपों के बाद उसके खिलाफ हत्या की कोशिशमामला दर्ज किया है. एटा के एएसपी, संजय कुमार, ने टैंकर ड्राइवर पर लगाए गये दूसरे आरोपों का खुलासा किया है.

साक्षी महाराज की Toyota Fortuner को मारी टक्कर दूध के टैंकर ने; सांसद ने कहा जान लेने की कोशिश

पहली नज़र में ये एक लापरवाह ड्राइविंग की वजह से हुई सड़क दुर्घटना लगती है क्योंकि टैंकर ग़लत साइड से आ रहा था. लेकिन चूँकि सांसद ने लिखित शिकायत दर्ज करवाई ये कहते हुए की ये उन्हें मारने की कोशिश थी, आरोपी ड्राइवर को IPC की धारा 279 (लापरवाह ड्राइविंग), 307 (हत्या की कोशिश), और 427 (हरकत की वजह से रु. 50 का नुकसान) के तहत गिरफ्तार किया गया है.

ग़लत साइड से आती गाड़ियों से रहें सावधान

इंडिया में गाड़ियों का ग़लत साइड चलना काफ़ी आम बात है. ये एक बड़ी समस्या है जो मोटरिस्ट्स को इंडियन हाइवे पर झेलनी पड़ती है. इसकी वजह से कई दुर्घटनायें भी हुई हैं. क़ानून और व्यवस्था के इन्हें रोकने लायक सख़्त ना होते हुए, आपकी भलाई इसी में है की आप ऐसे ड्राइवरों से सावधान रहें. हमेशा रहें सतर्क और स्पीड लिमिट का पालन करें क्योंकि एक धीमी कार या बाइक को नियंत्रित करना आसान होता है. बिना डिवाइडर वाली सड़कों पर अंधेरा होने के बाद जाने से भी बचें.