Maruti Suzuki के चेयरमैन RC Bhargava ने घोषणा की है की उनकी कंपनी की पहली इलेक्ट्रिक कार 2020 में लांच होगी. चूँकि Maruti के पास फिलहाल इलेक्ट्रिक कार बनाने की टेक्नोलॉजी नहीं है, इसलिए इस कार में Suzuki-Toyota पार्टनरशिप से ली गयी टेक्नोलॉजी होगी.
Suzuki और Toyota ने एक दुसरे के साथ इलेक्ट्रिक कार टेक्नोलॉजी के लिए करार किया है. Toyota की ही एक सब्सिडियरी कंपनी Denso ने गुजरात में Lithium Ion बैटरी की फैक्ट्री लगाने के लिए Suzuki के साथ करार किया है. तो हो सकता है की Maruti की इलेक्ट्रिक कार में lithium ion बैटरी लगी होगी.
तो ऐसी उम्मीद नहीं रखियेगा की Maruti की इलेक्ट्रिक कार सस्ती होगी. श्रीमान Bhargava ने संकेत दिए हैं की कम से कम शुरुआत में ये पेट्रोल और डीजल कार से महंगी होंगी. उन्होंने ये भी बताया की फिलहाल Maruti इलेक्ट्रिक कार से कस्टमर्स की अपेक्षा का एक सर्वे करा रही है. ये सर्वे 2018 में समाप्त होगा.
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अभी तक किसी को इस बात का पता नहीं है की एक कस्टमर को इलेक्ट्रिक कार से क्या चाहिए. हमें पता है की सर्कार क्या सोचती है, मीडिया क्या सोचती है, और एक्सपर्ट्स क्या सोचते हैं. लेकिन गाडी को कस्टमर के अपेक्षाओं के हिसाब से बना होना चाहिए और ये उसके लिए किफायती होना चाहिए. इलेक्ट्रिक गाड़ियों को व्यवहार्य बनाने के लिए इन दोनों शर्तों का पूरा हिना ज़रूरी होगा. इंडिया में बेचीं जाने वाली कार्स में 75% छोटी कार्स होती हैं. अब उन्हें इलेक्ट्रिक और किफायती कैसे बनाया जाए यही चुनौती है. एक किफायती छोटी कार बनाना एक बड़ी और किफायती इलेक्ट्रिक कार बनाने से अलग होता है. हो सकता है अमेरिका या यूरोप में एक कार किफायती हो लेकिन ज़रूरी नहीं की वो इंडिया में भी किफायती हो. इसलिए इसकी पालिसी और इंसेंटिव पर गहराई से काम करना होगा. मैं नहीं मनाता की एक लम्बे समय तक बैटरी-चालित कार जीवाश्म इंधन से चलने वाली कार से ज्यादा किफायती होगी. ये सर्वे इस बात का पता लगाने की कोशिश करेगी की खरीददार इलेक्ट्रिक कार के बारे में क्या सोचते हैं, वो ऐसी कार कहाँ चार्ज कर सकते हैं, क्या उनके घर पर चार्जिंग स्टेशन हैं, और वो ऐसी गाड़ियों की पेट्रोल/डीजल कार के मुकाबले कैसी तुलना करेंगे. ये वैसा ही होगा जो Maruti ने M800 के लांच के पहले किया था, वो एक मार्केट सर्वे का नतीजा था, क्यूंकि उपभोक्ताओं को वही चाहिए था.
Maruti के चेयरमैन ने ये नहीं बताया है की ये इलेक्ट्रिक कार हैचबैक होगी या सेडान. लेकिन एक बात पक्की है की ये एक मास-मार्केट कार होगी जो इस बात पर लक्ष्य करेगी की ढेर सारे खरीददार Maruti ब्रांड की ओर रुख करें. फिलहाल इंडिया में इलेक्ट्रिक कार के नाम पर बस Mahindra की E2O और eVerito सेडान उपलब्ध है. ये हालात 2020 के बाद से तेज़ी से बदलने लगेंगे जब Maruti जैसे कार निर्माता इलेक्ट्रिक कार लांच करेंगे.