Advertisement

Maruti Vitara Brezza और Ford EcoSport के बीच ड्रैग-रेस: कौन है विजेता [विडियो]

Maruti Suzuki Vitara Brezza और Ford EcoSport देश में फिलहाल बेचीं जा रहीं सबसे पॉपुलर SUVs में शुमार हैं.  सोचिये तब क्या होगा जब Brezza और EcoSport के बीच ड्रैग रेस होगी. Dream Cars यूट्यूब चैनल के इस विडियो में आप इन दोनों डीज़ल इंजन वर्शन SUVs बीच हुईं कुछ ड्रैग-रसेज़ को देख सकते हैं.

पहली रेस में आप देख सकते कि किस तरह Vitara Brezza ने EcoSport की तुलना में ज़्यादा तेज़ स्टार्ट ली. Maruti SUV ने रेस ख़त्म होते-होते एक बड़ी बढ़त बनाते हुए अपनी प्रतिद्वंद्वी SUV और अपने बीच एक लम्बी दूरी बना ली थी. दूसरी रेस में, ड्राइवर्स बदल जाने के बाद, EcoSport ने Brezza को पिछली रेस की मुकाबले ज़्यादा कड़ी टक्कर दी लेकिन आखिरकार Maruti ने ये रेस भी जीत ही ली. यहां उन कारणों को खोजने की ज़रूरत है की Ford जैसी ज़्यादा पावरफुल गाड़ी जिसका आउटपुट (98.6 बीएचपी-215 एनएम) है, Brezza से जैसी कम आउटपुट (89 बीएचपी और 200 एनएम) देने वाली SUV से कैसे हार जाती है.

1) वज़न

Maruti Vitara Brezza और Ford EcoSport के बीच ड्रैग-रेस: कौन है विजेता [विडियो]

Maruti Vitara Brezza डीज़ल का वज़न 1,195 किलोग्राम है जो की Ford EcoSport से 125 किलो हल्की है. वहीँ Ford EcoSport 1,320 किलोग्राम वज़नी है. वज़न में इतना बड़ा फर्क होने के चलते ही Brezza, Ford से मुक़ाबला कर पाती है जबकि दोनों SUVs का पावर टू वेट रेश्यो लगभग 74.5 बीएचपी/टन है.

2) DOHC बनाम SOHC इंजन

Maruti Suzuki Vitara Brezza में एक ड्यूल-ओवरहैड-कैम (DOHC) इंजन लगा है जिसका एक कैमशॉफ्ट इन्टेक वॉल्व्स को संचालित करता है और दूसरा एग्ज़हॉस्ट वॉल्व्स को. वहीँ Ford एक पुराने तरीके के सिंगल-ओवरहैड-कैम इंजन (SOHC) है जो कि इन्टेक और एग्ज़हॉस्ट वॉल्व्स दोनों को सिंगल कैमशाफ्ट से संचालित करता है. Maruti के Fiat-आधारित DOHC इंजन तेज़ रेव करता है जिससे ड्राईवर Ford के मुकाबले तेज़ी से पॉवर बंद तक पहुँच जाता है.

3) टर्बोचार्जर्स

Brezza का इंजन एक वेरिएबल जिओमैट्री टर्बोचार्जर (VGT) का इस्तेमाल करता है और EcoSport’s में फिक्स्ड जिओमैट्री टर्बो (FGT) इकाई लगी है. FGT की तुलना में VGT तेज़ी से रेव करता है जिससे टर्बो जल्दी काम करना शुरू कर देता है और Brezza के ड्राईवर को हर बार ज़्यादा जल्दी एक्सीलीरेशन मिलता है.

लेकिन यहां एक बात ध्यान देने वाली है कि ऐसे रेस का आयोजन सार्वजनिक सड़क पर नहीं किया जाना चाहिए. हर ड्राइवर को, भले ही वो कोई भी गाड़ी चला रहा हो, इससे बचना चाहिए. इस रेस का सार्वजनिक सड़क पर आयोजन ग़ैरक़ानूनी और ग़ैरज़िम्मेदाराना है जिसे किसी भी कीमत पर रोका जाना चाहिए, भले ही रेस का नतीजा कुछ भी हो.