Maruti Suzuki Vitara Brezza देश की सबसे ज्यादा खरीदी जाने वाली compact SUV है. अक्टूबर के महीने में इसकी 15,832 इकाईयां खरीदी गयीं थीं. यह कार कंपनी द्वारा लॉन्च किये गए सबसे सुरक्षित वाहनों में से एक है. बताते चलें कि Maruti की सुरक्षा मानकों के मामले में बहुत अच्छी प्रतिष्ठा नहीं है.
Vitara Brezza ने ग्लोबल NCAP क्रैश टेस्ट में 4 स्टार प्राप्त किए हैं जो काफी अच्छी रेटिंग है. इसमें ABS (एंटी-लॉक ब्रेकिंग सिस्टम) और EBD (इलेक्ट्रॉनिक ब्रेकफ़ोर्स डिस्ट्रीब्यूशन) जैसे सुरक्षा फीचर्स हर संस्करण में मौजूद हैं. ABS एक बहुत ही महत्वपूर्ण सुरक्षा सुविधा है जिसे अक्सर खरीदारों और ऑटो कंपनियों दोनों द्वारा उपेक्षित किया जाता है. यहां पेश है आपके लिए एक वीडियो जो ABS के महत्व और लाभ को एक बहुत ही आसान तरीके से प्रदर्शित करता है.
जैसा कि आपने वीडियो में देखा है, ABS कार की रोकने की दूरी में बहुत अंतर डाल सकता है. ABS मतलब एंटी-लॉक ब्रेकिंग सिस्टम. लोकप्रिय धारणा के विपरीत ABS काफी पुरानी तकनीक है जिसका आविष्कार 1929 में Gabriel Voisin द्वारा किया गया था. हालांकि उस समय इसे हवाई जहाज में उपयोग के लिए डिजाइन किया गया था और ऑटोमोटिव मे उपयोग बहुत बाद में शुरू हुआ. भारत में बेची जाने वाली कई कारें अभी तक ABS से सुसज्जित नहीं हैं जो ऑटो कंपनियों की अज्ञानता को दिखाती है. हालांकि सरकार ने आगामी BNSVAP मानकों में सभी कार्स के लिए ABS अनिवार्य कर दिया है.
अगर यह समझा जाए कि ABS कैसे काम करता है तो कोई भी इसे आसानी से समझ सकता है. भारी ब्रेकिंग के तहत एक गैर-ABS कार के पहिये बंद हो जाते हैं जिसके परिणामस्वरूप स्लाइडिंग और स्किडिंग हो जाती है. परिणामस्वरूप कार पर नियंत्रण नहीं रहता है और कार रुकने से पहले काफी दूरी तय कर लेती है. इसके विपरीत ABS क्या करता है कि ब्रेक को लगातार छोड़ता और प्रेस करता जाता है जो पहियों को लॉक होने से बचाता है. यह सेंसर और ऑन-बोर्ड कंप्यूटर की मदद से किया जाता है जो पहियों के लॉक होने को महसूस करता है. यह एक सेकंड के लिए ब्रेक छोड़ता है और फिर इसे लगता है जिससे व्हील लॉक न हो और यह तब तक जारी रहता है जब तक कार रुक न जाए.
विज्ञान कहता है कि फ्रिक्शन आधारित प्रणाली (जैसे पहियों और ब्रेक पैड) में कार को रोकने के लिए अधिकतम पॉवर व्हील-लॉक होने से ठीक पहले लगती है. ऐसा इसलिए है क्योंकि जब पहिये लॉक हो जाते हैं तो वाहन की स्लाइडिंग शुरू हो जाती है और इस पर से नियंत्रण खो जाता है. ABS व्हील लॉक और ब्रेक रिलीज के बीच संतुलन को बनाए रखने में मदद करता है जिससे आपको कार रोकने के लिए अधिकतम पॉवर मिल सके. इसके अलावा ABS सिर्फ कार को पहले रोकने में मदद नहीं करता है बल्कि भारी ब्रेकिंग के दौरान वाहन को नियंत्रण में रखने और हैंडलिंग में सुधार करने में भी मदद करता है. यानि आप कह सकते हैं कि अब सभी वाहनों में ABS जरूरी है.
धीरे-धीरे लोगों ने ABS सुसज्जित ब्रेक की जीवन रक्षा क्षमता का एहसास करना शुरू कर दिया है. आने वाले BNSVAP सुरक्षा नियमों के साथ — जो भारत के नए वाहन सुरक्षा आकलन कार्यक्रम के लिए है — सरकार ने सभी मौजूदा और आगामी कार्स के लिए ABS अनिवार्य बना दिया है.
इसके अलावा 125-सीसी और इससे अधिक इंजन पॉवर की मोटरसाइकल्स को अब नए नियमों के अनुसार ABS से सुसज्जित होना होगा. हमारे जैसे देश में जहां सड़कों का बुनियादी ढांचा खराब है और भटकने वाले जानवर किसी भी वाहन के सामने आ सकते हैं, ABS एक वरदान है क्योंकि यह कई गंभीर दुर्घटनाओं को रोक सकता है.