Hyundai की कोरियाई सब्सिडियरी Kia भारत में पदार्पण की अपनी योजना पर ज़ोर शोर से काम कर रही है और भारत में इसका पहला Kia SP कॉन्सेप्ट पर आधारित होगा. इसके साथ ही ऐसी खबरें भी हैं कि आगे चल कर यह कम्पनी अपने इससे भी ज्यादा रोचक वाहनों की एक श्रृंखला को भारत में लाने की तैयारी में है. एक भारत में ही निर्मित कॉम्पैक्ट SUV की भी तैयारी है जिसका भारत में पदार्पण 2020 में होगा. इसके अलावा कंपनी Ceed प्रीमियम हैचबैक को भी लॉन्च कर सकती है. Kia Motors India के सीनियर जनरल मेनेजर, मार्केटिंग और PR, Sun Wook Hwang ने इस बात की पुष्टी की है.
इस कार के बारे में बात करें तो Kia Ceed एक प्रीमियम हैचबैक है जो बाज़ार में Hyundai i20 और Maruti Suzuki Baleno जैसी कार्स से ऊपर स्थान ग्रहण करेगी. अभी तक इस कार का अपनी श्रेणी में कोई प्रतिद्वंदी मौजूद नहीं है और ये भी कहा जा सकता है की ये कार एक नए सेगमेंट का सृजन करेगी. Ceed का एक रोचक पहलु यह है कि इसकी लम्बाई 4.3 मीटर है जिस वजह से यह 4 मीटर से कम लम्बाई की गाड़ियों को मिल रही करों में छूट का स्वाद नहीं ले पाएगी. इसका मतलब ये हुआ कि इस कार को हम Honda City के बराबर या इससे ऊपर रख सकते हैं. अंतरराष्ट्रीय बाज़ारों में Kia Ceed का मुकाबला Volkswagen Golf और Hyundai i30 जैसी कारों से है जो कि बड़ी प्रीमियम हैचबैक्स में शुमार होती हैं.
भारत में अभी तक इस श्रेणी की कोई कार मौजूद नहीं है लेकिन Ceed खेल के नियमों को बदलने वाली एक कार साबित हो सकती है, विशेषकर मेट्रो शहरों में जहाँ कारों को लेकर लोगों की पसंद में बड़ा बदलाव आया हैं. आधुनिक शहरों में जगह की बेहद कमी है जहाँ सडकें और पार्किंग की जगहें गाड़ियों से खचाखच भरी रहती हैं. ऐसी परिस्थितियों के लिए एक ऐसी कार आदर्श कार वो है जो एक सलून कार जितनी बड़ी तो न हो लेकिन उसके समान जगह, परफॉरमेंस, और सभी आरामदायक पहलुओं और फीचर्स को लिए हुए हो. Kia अपनी इस हैचबैक को केवल GT Line ट्रिम में ही लॉन्च करेगी जसमें आपको ज्यादा स्पोर्टी बम्पर्स, कार की बाहर की ओर लाल और काले रंगों की डिटेलिंग और बड़े 17-इंच एलाय व्हील्स मिलेंगे जो इस कार की अपील को बढाते हैं.
Kia Ceed में 1.4-लीटर डायरेक्ट-इंजेक्शन टर्बो पट्रोल इंजन लगा है जो 140 बीएचपी पॉवर पैदा करता है साथ ही एक 1.6-लीटर डीज़ल इंजन का विकल्प भी आ रहा है जिसके 136 बीएचपी की पॉवर पैदा करने की उम्मीद है. दोनों इंजनों को एक 7-स्पीड ड्यूल-क्लच गियरबॉक्स से जोड़ा जाएगा. अभी कम्पनी का लक्ष्य इस कार को बड़ी संख्या में बेचने का नहीं है बल्कि कम्पनी इसके ज़रिए अपनी एक अच्छी छवि के निर्माण की कोशिश में है. इस कार को Kia की प्रस्तावित फैक्ट्री में CKD किट्स के जरिए असेम्बल किया जाएगा और मांग में उछाल आने की स्थति में इसे भारत में ही बनाया जा सकता है.