भारत में कार मॉडिफिकेशन उतने मशहूर नहीं हैं जितने ग्लोबल मार्केट में हैं. लेकिन यहाँ पर सरकार ने गाड़ी में हिने वाले मॉडिफिकेशन के प्रकार को लेकर कोई नियम भी नहीं बनाया है. कुछ समय पहले सुप्रीम कोर्ट ने एक आदेश दिया था जिसमें कहा गया था की गाड़ियों में किसी भी प्रकार का मॉडिफिकेशन गैरकानूनी है. अब केरल राज्य पुलिस ने इस पर कार्यवाही शुरू कर दी है और मॉडिफाइड गाड़ियों की धर-पकड़ शुरू हो गयी है.
केरल की MVD गैरकानूनी रूप से मॉडिफाइड गाड़ियों को पकड़ने के लिए जोर-शोर से कवायद शुरू कर दी है. हाल में ही कुछ कर्मी एक कॉलेज के ऑटो शो में औचक निरिक्षण के लिए पहुँच गए और कई मॉडिफिकेशन के लिए कई गाड़ियों पर कार्यवाही की. ये ख़ास कवायद कोच्ची में हुई जहां MVD ने जिले में कई कॉलेज कैंपस मिलाकर 10 टू-व्हीलर्स पर कार्यवाही की. इन गाड़ियों को एक ऑटो-शो में डिस्प्ले किया गया था और जब इनपर MVD ने कार्यवाही की ये गाड़ियां रोड पर भी नहीं थीं.
MVD के एक ख़ास दस्ते ने शो पर कड़ी निगरानी रखी और गाड़ियों के पीछे लगे रहे. फिर वो दोपहर में शो में पहुंचे और मौके पर हर गाड़ी में बदलावों के लिए सघन जांच की. जिन गाड़ियों की जांच की गयी वो ऑटो शो का हिस्सा थीं.
कर्मियों ने ये भी कहा की ऑटो शो में एक ख़ास स्टंट प्रदर्शनी भी की गयी थी जिसमें खासतौर पर मॉडिफाइड गाड़ियों का इस्तेमाल किया गया था. इन मोटरसाइकिल में लगे मॉडिफाइड साइलेंसर काफी तेज़ आवाज़ निकाल रहे थे. ऐसे साइलेंसर से बाइक की पॉवर भी बढ़ती है. कर्मियों ने ये भी कहा की कुछ बाइक्स में साइलेंसर लगा ही नहीं था जिससे आसपास के इलाके में काफी तेज़ ध्वनि फ़ैल रही थी.
मॉडिफिकेशन के लिए पकड़ी गयीं सभी 10 गाड़ियों को RTO के समक्ष उपस्थित होना पड़ेगा. इन सभी गाड़ियों को आफ्टरमार्केट साइलेंसर को हटाकर बाइक को स्टॉक रूप में प्रस्तुत करना होगा. RTO बाइक का निरिक्षण करेगी और इस बात को सुनिश्चित करेगी की बाइक में सभी स्टॉक पार्ट्स ही लगे हैं. एक MVD अधिकारी बने Deccan Chronicle को इस प्रक्रिया के बारे में बताया भी.
MVD कर्मियों ने ये भी बताया की प्रतियोगिता में पहला स्थान प्राप्त करने वाली बाइक को भी पकड़ा गया है. इसके पहले RTO Manoj Kumar ने सैक्ष्निक संस्थानों को ऐसे इवेंट को लेकर और सतर्क रहने की चेतावनी दी थी. केरल में मॉडिफिकेशन काफी मशहूर है और कई युवा अपनी बाइक्स और कार्स को कई तरह से मॉडिफाई करवाते हैं. RTO की चेतावनी के बाद भी ये इवेंट हुआ और तभी MVD के ख़ास दस्ते ने इस पर कार्यवाही की.
इसके पहले MVD ने कहा था की वो सोशल मीडिया के जरिये भी मॉडिफाइड गाड़ियों पर कड़ी निगरानी रखेंगे. अगर उन्हें लगता है की किसी भी गाड़ी को मॉडिफाई किया गया है तो वो उसे इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से सूचित करेंगे और गाड़ी के मालिक को जांच के लिए गाड़ी के साथ RTO तक आना होगा.