Jawa ने हाल ही में अपनी दो बिल्कुल-नई बाइक्स — Jawa और Jawa 42 — को लॉन्च कर भारतीय बाज़ार में अपने ब्रैंड को पुनर्जीवित किया है. अपनी दो नई बाइक्स को लॉन्च करने के पीछे Jawa की मंशा फ़िलहाल भरतीय रेट्रो सेगमेंट की सरताज Royal Enfield को सीधे निशाने पर लेने की है.
भारत में Jawa ब्रैंड की मालिक Classic Legends ने पूरी बारीकी से इस बात का ध्यान रखा है कि वो भारतीय बाइक प्रेमियों की यादों में बसी प्रसिद्ध Jawa बाइक को एक बार फिर मूर्तरूप दे पाए.
आपके लिए पेश है YouTuber DCV द्वारा बनाया गया यह वीडियो जो Royal Enfield सिंगल-सिलेंडर और बिल्कुल-नई Jawa बाइक्स की आवाज़ों के बीच के मुख्य अंतर को बतलाता है. इस वीडियो में उपयोग में लाई गई Royal Enfield बाइक Thunderbird 350 है. इन दोनों बाइक्स के साइलेंसर की आवाज़ के बीच का अंतर आप साफ-साफ महसूस कर सकते हैं.
Royal Enfield अपनी मशहूर धमक भरी आवाज़ लिए हुए है जिसने इस बाइक को एक अलग पहचान और बाज़ार में लोकप्रियता दिलाई है. लेकिन Royal Enfield की वह बाइक्स जिनमें नवीनतम पैरेलल-ट्विन सिलेंडर इंजन लगा है की आवाज़ वैसी धमक भरी नहीं है जिसके लिए Royal Enfield को जाना जाता है. वहीँ दूसरी ओर Jawa अपने दो साइलेंसर्स के ज़रिए एक मीठी गुर्राहट भरी आवाज़ पैदा करती है. असल में Jawa अपने दो साइलेंसर्स के ज़रिए एक ट्विन-सिलेंडर इंजन के समान आवाज़ पैदा करती है.
Royal Enfield की आवाज़ का Jawa की आवाज़ से इतना भिन्न होने के पीछे सबसे बड़ा कारण है इसका इंजन न कि साइलेंसर. Royal Enfield की पुरानी बाइक्स में UCE इंजन का उपयोग होता है जिसके स्ट्रोक के बीच का अंतर Jawa के इंजन से अधिक होता है. स्ट्रोक के बीच के लम्बे अंतर का मतलब है इसे एक पूरा चक्कर लगाने में अधिक समय लगता है जिस वजह से इसे यह धमक भरी आवाज़ पैदा करने का पूरा समय मिलता है. साथ ही स्ट्रोक के बीच में लम्बे अंतर का मतलब हुआ इंजन के चैम्बर में बड़ी मात्रा में हवा और ईधन के मिश्रण का धमाके के साथ प्रज्वलन और नतीजे में उठने वाली इसकी धमक भरी आवाज़. वहीँ Jawa बाइक्स में लगे इंजन के स्ट्रोक के बीच में अंतर छोटा होता है जिस कारण यह अधिक तेज़ी से घूमता है जो इसकी मीठी गुर्राहट भरी आवाज़ का कारण बनता है. Royal Enfield के बिल्कुल-नए पैरेलल-ट्विन इंजन के स्ट्रोक के बीच का अंतर छोटा है इस वजह से यह बाइक धमक भरी आवाज़ पैदा नहीं करती. स्ट्रोक के बीच छोटे अंतर वाले इंजन अधिक तेज़ी से घूम कर पॉवर पैदा करते हैं वहीँ स्ट्रोक के बीच बड़े अंतर वाले इंजन निम्न-स्तर के टॉर्क उत्पन्न करने के लिए अच्छे होते हैं.
बाइक निर्माताओं के सामने ऐसी प्रसिद्ध और पुरानी बाइक्स को भारतीय सडकों पर वापस लाने की प्रक्रिया में जो सबसे बड़ी चुनौती है वो है इनके साइलेंसर की आवाज़. Jawa के भारत में बंद किये जाने के समय इस बाइक में एक 2-स्ट्रोक इंजन का इस्तेमाल किया जाता था. उस ज़माने की Jawa मोटरसाइकल्स के साथ जुड़ी यादों में शामिल है इस बाइक का इंजन आयल का लीक होना और धुआं छोड़ना. अब 2-स्ट्रोक इंजन प्रचलन से बाहर हो चुके हैं और एक 4-स्ट्रोक इंजन से इनसे मिलती-जुलती आवाज़ पैदा कर पाना एक टेढ़ी खीर है.
Royal Enfield अपनी बाइक्स के साथ कस्टम एग्जॉस्ट भी मुहैय्या करवाती है जो सिलेंसर की आवाज़ में इज़ाफा करते हैं और Jawa भी अगले साल अपनी बाइक्स को ग्राहकों को सौपने के काम की शुरुआत के बाद इस ही प्रक्रिया को अपनाएगी. Jawa ने मॉडिफाइड एग्जॉस्ट वाली एक बाइक को प्रदर्शित किया था जो इसकी आवाज़ को तेज़ करता है. इस बाइक की आफ्टर-मार्केट एक्सेसरी Jawa की डीलरशिप्स पर बेचे जाने की उम्मीद है लेकिन कंपनी ने इस बात की कोई आधिकारिक घोषणा अभी नहीं की है.