Honda ने पिछले साल इंडिया में WR-V लॉन्च की थी और तब से इस SUV ने मार्केट में काफी पॉपुलैरिटी बटोरी है. ये इंडिया में इस जापानी निर्माता की पहली कॉम्पैक्ट SUV और इसने कंपनी के सेल्स को काफी हद तक बढ़ाया है. अपने लॉन्च के बाद से WR-V ने एक साल में 50,000 यूनिट्स की सेल का आंकड़ा पार कर लिया और पिछले 12 महीनों में कंपनी के सेल्स में इसकी हिस्सेदारी 28% रही है. तो ये गाड़ी आखिर इतनी पॉपुलर क्यों है? आइये देखते हैं…
रोड प्रेसेंस
Honda WR-V कंपनी के Honda Jazz प्रीमियम हैचबैक प्लेटफार्म पर आधारित है, लेकिन इसकी रोड प्रेसेंस काफी अच्छी है. WR-V रोड पर बाकी गाड़ियों पर हावी नहीं होती लेकिन इसके पास इतने रफ एंड टफ लुक्स हैं की ये लोगों का ध्यान खींचे. इसके बॉडी में प्लास्टिक की मोटी सी क्लैडिंग, अग्रेसिव डिजाईन वाला बम्पर, और मोटी सी क्रोम ग्रिल है जो सबका ध्यान WR-V की ओर खींचती है.
WR-V में रूफ रेल्स और बॉडी में हर तरफ मस्कुलिन लाइन्स भी हैं. इस कार का लुक फ्रेश है जो इसे गाड़ियों के भीड़ में अलग करता है.
लम्बी फ़ीचर लिस्ट
Honda WR-V में फ़ीचर्स की लम्बी लिस्ट है. ये इस सेगमेंट की इकलौती SUV है जिसमें सनरूफ है जो कई कस्टमर्स को आकर्षित करती है. WR-V में नेविगेशन के साथ स्टेट-ऑफ़-दी-आर्ट इंफोटेनमेंट सिस्टम है. साथ इस इंफोटेनमेंट सिस्टम में MirrorLink फ़ीचर भी है.
WR-V में Jazz के मैजिक सीट्स नहीं हैं लेकिन इसमें रियर रीक्लाइनिंग सीट्स हैं जिससे रियर में पैसेंजर्स आराम से बैठ सकते हैं. WR-V में रियर पार्किंग कैमरा भी है जिसमें ज़ूम का भी ऑप्शन है. इसका इंफोटेनमेंट सिस्टम एक मोबाइल हॉटस्पॉट भी बन सकता है जो एक और सेगमेंट फर्स्ट फ़ीचर है.
ब्रांड नेम
Honda ब्रांड इंडिया में प्रीमियम स्टेटस होल्ड करता है. कंपनी अपने प्रीमियम कस्टमर्स की ज़रूरतों को भी पूरा करना चाहती है. City, Civic, Accord और CR-V जैसी कार्स ने ब्रांड के लिए मार्केट में अच्छा माहौल तैयार किया है. बहुत सारे लोग Honda कार्स को सिर्फ ब्रांड नेम के लिए खरीदते हैं.
4 मीटर से छोटी कॉम्पैक्ट SUVs के बढ़ते पॉपुलैरिटी के साथ WR-V मार्केट में हाईलाइट बन चुकी है. इंडिया में Honda की मार्केट वैल्यू Ford और Maruti से बेहतर है, जिससे ढेर सारे कस्टमर इस सेगमेंट में दूसरी कार्स की जगह WR-V को चुनते हैं.
किफायती इंजन चुनाव
Honda हमेशा से ही अपने भरोसेमंद पेट्रोल इंजन के लिए जानी जाती है लेकिन WR-V के साथ Honda ने आवाज़ करने वाले डीजल इंजन की समस्या भी सुलझा दी है. WR-V डीजल का नॉइज़ आइसोलेशन Honda की बाकी गाड़ियों से काफी बेहतर है जिसके चलते इस गाड़ी ने और कस्टमर्स को रिझाया है. वहीँ जांचा और परखा हुआ 1.2-लीटर पेट्रोल इंजन अधिकतम 89 बीएचपी और 110 एनएम उत्पन्न करता है. इसका 1.5-लीटर डीजल इंजन अधिकतम 99 बीएचपी और 200 एनएम उत्पन्न करता है. WR-V केवल मैन्युअल ट्रांसमिशन के साथ उपलब्ध है.
प्रैक्टिकल कार
SUVs ने अपने प्रैक्टिकल नेचर के चलते मार्केट में काफी ज्यादा पॉपुलैरिटी बटोरी है. WR-V में 185 एमएम का ऊंचा ग्राउंड क्लीयरेंस है जो इसे सिटी ड्राइविंग और वीकएंड के सफ़र के लिए बेहतरीन बनाता है. WR-V में काफी ज्यादा केबिन स्प्काए भी है. भले ही इसमें City और Jazz से कम फ़ीचर्स हैं, जैसे इसमें LED लैम्प्स और मैजिक सीट्स नहीं हैं, लेकिन कुल मिलाकर WR-V इंडिया के रोड्स के लिए ज्यादा प्रैक्टिकल है जो इसे एक पॉपुलर चॉइस बनाता है.