यूँ तो कई सारे कार्स और ब्रांड्स हैं जो इंडियन मार्केट से बिलकुल विलुप्त हो चुके हैं, पेश हैं 10 ऐसी कार्स जो इंडियन रोड्स से तेजी से गायब हो रही हैं.
Ford Fiesta Classic
Fiesta इंडियन मार्केट में पहली बार 2005 में लॉन्च हुई थी. Ford ने फिर इस सेडान को 2011 में Fiesta Classic के नाम से रीबैज किया ताकि नयी Fiesta को मार्केट एडजस्ट किया जा सके. Fiesta को एक ड्राईवर कार के तौर पर जाना जाता है और इसकी हैंडलिंग बेहतरीन है. Ford ने एक 1.6-लीटर Fiesta S वर्शन भी निकाला था जो शौकीनों को काफी पसंद आई थी. 2015 में निर्माण बंद होने के बाद से ये कार इंडियन मार्केट से लगभग गायब हो गयी है.
Honda City Type Z
Honda City Type Z इंडिया में इस कार के मॉडल की पहली जनरेशन थी. ये वर्ष 2000 में लॉन्च हुई थी और 2003 में इसका प्रोडक्शन बंद कर दिया गया था. City की स्ट्रैट लाइन डिजाईन ने इस कार को काफी पॉपुलर बना दिया था. इस गाड़ी के कलेक्टर अभी भी मौजूद हैं लेकिन ये रोड्स पर कम ही दिखती है.
Fiat Uno
Fiat Uno उन पहले मॉडल्स में से एक थी जिसे Fiat ने इंडिया में स्वतंत्र रूप से लॉन्च किया था. ये हैचबैक शौकीनों के बीच काफी फेमस थी और इसमें 1.2-लीटर पेट्रोल और 1.7-लीटर इंजन का ऑप्शन था. इसका डीजल इंजन अपने क्लास में सबसे बड़ा था. Uno अपने भारी बनावट के लिए जानी जाती थी लेकिन इस गाडी के सारे उदाहरण अब काफी दुर्लभ हो चुके हैं.
Suzuki Kizashi
Suzuki Kizashi इंडिया में ब्रांड का फ्लैगशिप मॉडल था. ये प्रीमियम सेडान इंडिया में Hyundai Elantra और Chevrolet Cruze से टक्कर लेती थी. Kizashi एक Completely Built Unit (CBU) के तौर पर आयात होती थी जो इसे काफी महंगा बनाता था. इसमें 2.4-लीटर इंजन लगा था जो अधिकतम 175 बीएचपी-230 एनएम उत्पन्न करता था. Kizashi को अभी भी देखा जा सकता है लेकिन बहुत दुर्लभ मौकों पर.
Suzuki Grand Vitara
Maruti ने अपने फ्लैगशिप SUV को 2009 में Grand Vitara के रूप में लॉन्च किया था. हालांकि इंडिया में दो बार लाये जाने के बावजूद Grand Vitara चली नहीं. ये Maruti की एक CBU SUV थी जो सिर्फ 2.4-लीटर पेट्रोल इंजन के साथ आती थी. इसके ज्यादा दाम, और पेट्रोल बेस्ड होने के चलते इंडिया में इसे खरीदने वाले लोग काफी कम थे. आगे चल कर इसे बनाना बंद कर दिया गया और अब रोड्स पर इस गाड़ी के काफी कम उदाहरण देखने को मिलते हैं.
Maruti SS80 DX
ये कार पहली बार 1984 में लॉन्च हुई थी और ये इंडिया की सबसे ज्यादा बिकने वाली कार थी. SS80 DX का देइस्ग्न काफी हद तक एक डब्बे जैसा था और 1986 में इसे नयी बॉडी स्टाइल वाली Maruti 800 से इसे रिप्लेस कर दिया गया था. ये कॉम्पैक्ट व्हीकल इंडिया में काफी फेमस हुई थी लेकिन आजकल ये कार सिर्फ कलेक्टर्स के गेराज में दिखती है और रोड पर इसके काफी कम उदहारण हैं.
Fiat Palio
Palio इंडियन मार्केट में काफी फेमस थी खासकर के इसका 1.6-लीटर इंजन वाला संस्करण. Palio 1.6 को एक मायने में इंडियन मार्केट की पहली हैचबैक का खिताब दिया जा सकता है. इस कार की हैंडलिंग काफी अच्छी थी, इंजन बहुत रिफाइंड था, और ये दशकों तक टिकने वाली गाडी थी. अभी भी हम Fiat Palio को रोड पर देख सकते हैं, लेकिन ये नज़ारा भी काफी दुर्लभ है.
Hyundai Getz
2004 में Hyundai ने इंडिया में मिड-साइज़ हैचबैक Getz लॉन्च की थी. Getz को इसके स्पेस और ज़बरदस्त डीजल इंजन के लिए जाना जाता था. Getz का 1.5-लीटर डीजल इंजन अधिकतम 110 बीएचपी-235 एनएम उत्पन्न करता था. ये हैचबैक अभी भी कई शौकीनों के गेराज में पायी जाती है लेकिन रोड्स पर से ये तेज़ी से गायब हो रही है.
Mitsubishi Lancer
कार प्रेमियों के दिलों में Lancer हमेशा ही एक अद्भुत कार रहेगी. यूँ तो Lancer की इंडिया में लाइफ लम्बी नहीं थी, जो कार्स इंडिया में बेचीं गयी थीं, वो अभी भी कई गेराजेस में आपको मिल जाएँगी. दमदार Lancer ये Cedia और Invex नाम के इसके वर्शन आपको आज भी रोड्स पर अक्सर देखने को मिल जायेंगे. Lancer को खासकर उस समय के कार शौक़ीन खरीदा करते थे और अब ये कार्स अगले जनरेशन को सौंपी जा रही हैं. ये कमाल की दिखती थी, इसमें अद्भुत क्षमता थी, और इसमें मॉडिफिकेशन की असीम संभावनाएं मौजूद थीं.
Ford Ikon
‘जोश’ मशीन के नाम से मार्केट की जाने वाली ये गाड़ी, पूरी तरह से ड्राईवर की कार थी. इसका पेट्रोल 1.6-लीटर ROCAM सारे मॉडल्स से ज्यादा बेहतरीन था. Ford इसमें छोटे इंजन का आप्शन — 1.3-लीटर पेट्रोल एवं 1.4 और 1.8-लीटर टर्बो डीजल इंजन — भी दिया करती थी. 1.6-लीटर Ikon में 91 बीएचपी लेकिन असली मज़ा इस बात में था की ये पॉवर हैंडल एवं इस्तेमाल कैसे करती थी. टिपिकल Ford, Ikon चलाने में काफी अच्छी थी जिसने इंडियन ड्राईवर की अमेरिकन कार निर्माता से और बेहतर कार्स की मांग को पूरा किया था. ये कार इंडियन रोड्स से तेज़ी से गायब हो रही है.