नवम्बर 2018 में पुणे वासियों ने उस नए नियम का पुरजोर विरोध किया था जिसके तहत शहर में 2-व्हीलर्स के लिए हेलमेट का इस्तेमाल अनिवार्य किया गया है. ये नया नियम पुणे के नागरिकों के लिए 1 जनवरी 2019 से लागू कर दिया गया है. शहर के कम्यूटर और रोड इस्तेमाल करने वालों के लिए पुणे पुलिस के ट्रैफिक ब्रांच ने शहर के 9,500 राइडर्स पर जुर्माना लगाया है.
ट्रैफिक पुलिस ने सड़क पर बिना हेलमेट के 6,105 राइडर्स को पकड़ा वहीँ 3,414 मामलों में CCTV फुटेज के बिनाह पर कार्यवाही की गयी. पुलिस ने लगभग उन 50 राइडर्स का ई-चालान भी जारी दिया जो हेलमेट अनिवार्य बनाने वाली रैली में शामिल थे.
शहर के नागरिकों ने एक नयी समिति बनायी है जिसका नाम हेलमेट सकती विरोधी क्रुती समिति है. विरोध करने वाले लोग पत्रकार भवन से पुलिस कमिश्नर के ऑफिस तक बिना हेलमेट के गाड़ी चला कर गए. मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने सभी राइडर्स और उनकी सवारी की तस्वीरें खींचीं और उनके पंजीकृत पते पर ई-चालान भी भेज दिया.
ट्रैफिक पुलिस के उप-कमिश्नर ने कहा की रैली में भाग लेने वाले सभी लोगों को ई-चालान भेजा गया है. समिति के प्रमुख Suryakant Pathak, पूर्व महापौर Ankush Kakade, MNS नेता Roopali Patil और कई और प्रमुख हस्तियों ने पुलिस कमिश्नर K Venkatesham से मुलाकात कर शहर के पुलिस से नए हेलमेट वाले नियम को वापस लेने की गुहार की.
समिति के पर्मुखों ने हेलमेट के खिलाफ कई कारण दिए और कहा की हेलमेट को हाईवे पर अनिवार्य बनाना चाहिए और शहर के अन्दर नहीं जहां गाड़ी की स्पीड लिमिट 20 से 30 किमी/घंटे तक सीमित रहती है. उन्होंने ये भी कहा की हेलमेट से लोगों के स्वास्थय पर प्रभाव पड़ता है, एवं कुछ का ये भी कहना था की उन्हें हेलमेट पहनने में दिक्कत आती है. उन्हेओं ये भी कहा की अगर सिखों को उनके पगड़ी के चलते इस नियम से छूट मिलती है तो पुणे के लोग नियम से बचने के लिए पगड़ी पहनना शुरू कर देंगे.
पुणे पुलिस ने कहा है की कड़े विरोध के बावजूद बिना हेलमेट वाले राइडर्स के खिलाफ मुहीम चलती रहेगी. पुणे पहले भी अपने नो-हेलमेट नियम के लिए कुख्यात रहा है. हर साल शहर में सैंकड़ों लोग हेलमेट ना पहनने के कारण चोटिल होते हैं या जान से हाथ धो बैठते हैं, और अब समय आ गया है जब ये नियम शहर वासियों पर सख्ती से लागू किया जाए.
पुणे ट्रैफिक पुलिस कई तरीकों से नियम लागू करने की कोशिश कर रही है. अधिकांश पुलिसकर्मी अपने स्मार्टफ़ोन की मदद से फोटो खींच बिना हेलमेट वाले राइडर्स को ई-चालान जारी करने लगे हैं. विरोधियों का कहना है की वो आगे कदम उठाने को तैयार हैं और ज़रुरत पड़ने पर पुणे के जेल भी भरने को तैयार हैं. उन्होंने पुलिस कमिश्नर को चालान काटने को कहा, लेकिन ये भी कहा की जुर्माना ज़बरदस्ती ना वसूला जाए क्योंकि इससे अरेस्ट वारंट निकल सकता है.