कुछ सालों से अमरीकी मोटरसाइकिल निर्माता Harley Davidson की सेल्स नए मोटरसाइकिल खरीदारों से कनेक्ट नहीं हो पाने के कारण कम हो रही हैं. पारम्परिक Harley Davidson मोटरसाइकिल खरीदार – अमरीकी बेबी बूमर जेनेरशन – अपनी Harleys पर सवारी करने के लिए बूढी हो रही है जो शायद सबसे बड़ा कारण है जिसके चलते इस मोटरसाइकिल के निर्माता की सेल्स नीचे जा रही हैं. Harley Davidson का इसके लिए उपाय? अपनी ब्रांड वैल्यू का लाभ उठाएं और 250 सीसी से 500 सीसी के बीच इंजन क्षमताओं के साथ किफायती मोटरसाइकिलों में शामिल हों, दूसरे शब्दों में मध्य-क्षमता सेगमेंट – दुनिया के सबसे तेज़ी से बढ़ रहे मोटरसाइकिल खंडों में से एक.
Harley Davidson अपनी मिड-कैपेसिटी मोटरसाइकिल श्रंखला के लिए एक एशियायी पार्टनर की तलाश में है. Harley Davidson की 250 cc-500 cc मोटरसाइकिल्स Royal Enfield की थंपर रेंज को टारगेट करेंगी.
जहाँ ये योजना फिलहाल थोड़ी धुंधली है, 2020 वो साल है जिसमें Harley Davidson नौजवान खरीदारों को टारगेट करने के लिए अपनी नई रेंज को लॉन्च करेगा. इन मोटरसाइकिल्स में 250-सीसी – 500-सीसी मॉडल्स शामिल होंगे, एक मॉडुलर प्लेटफार्म जो 750 cc और 1250 cc के बीच वाले इंजिन्स की बाइक्स बनाएगा. ये मोटरसिकलों की एक नई केटेगरी होगी जिसमें एक एडवेंचर टूरिंग (ADV) मशीन और एक इलेक्ट्रिक क्रूजर शामिल होगी.
2020 के लिए Harley Davidson ने नई एडवेंचर टूरर, Harley-Davidson Pan America 1250, एक 1250 कस्टम और छोटी 975-सीसी Streetfighter मशीन की पुष्टि की है. ये सारी मोटरसाइकिल्स नए मॉडुलर प्लेटफार्म पर बनाई जाएँगी. Harley Davidson अगले साल अपनी इलेक्ट्रिक क्रूजर मोटरसाइकिल LiveWire लॉन्च करेगी. इस दौरान Harley Davidson द्वारा एक स्टेटमेंट है, जो उनकी 250 सीसी-500 सीसी समेत नए उत्पादन योजना है,
“यह नया उत्पाद और व्यापक डिस्ट्रीब्यूशन भारत में Harley-Davidson की ग्राहक पहुंच और विकास को बढ़ावा देने के लिए है, जो दुनिया के सबसे बड़े, सबसे तेजी से बढ़ते बाजारों में से एक है, और अन्य एशिया बाज़ार में भी. हम भविष्य में इन बाजारों को वैश्विक स्तर पर लाने के लिए अपने वैश्विक विनिर्माण पदचिह्न का लाभ उठाने की उम्मीद करते हैं. कौन से उत्पादन किस जगह पर निर्मित किए जाएंगे इसका विशिष्ट विवरण अभी तक पता नहीं है.”
Harley Davidson अकेली नहीं है. पिछले कुछ वर्षों में, मिड-कैपेसिटी मोटरसाइकिल्स (250 cc-750 cc) के लिए कई मल्टीप्ल टाई-अपस यहीं भारत में ही हुए हैं. उदहारण के लिए KTM और Triumph ने छोटी-क्षमता वाली मोटरसाइकिल्स के लिए Bajaj के साथ टाई-अप किया है वहीं BMW Motorrad ने TVS Motors के साथ टाई-अप किया है. बल्कि KTM और BMW Motorrad की बाइक्स पहले से ही भारतीय सड़कों पर मौजूद हैं, और Bajaj-Triumph और Husqvarna जैसे नए ब्रांड्स, जल्द ही, भारत आने के लिए पूरी तरह तैयार हैं. Royal Enfield एक मल्टी-सिलिंडर मिड-कैपेसिटी मोटरसाइकिल्स – 650 ट्विन्स – जो इस साले के अंत में लॉन्च की जाएँगी, के लिए तयारी में है.
ये देखना अभी बाकी है कि क्या Harley Davidson यहाँ इन 250 सीसी – 500 सीसी मोटरसाइकिल्स को पेश करने के लिए एक भारतीय पार्टनर चुनता है. इसकी काफी ज़्यादा संभावनाएं हैं. इस दौरान Harley Davidson अपनी Bawal factory, Haryana में Street 500 का उत्पादन करती है. अमेरिका में 500-सीसी Street एंट्री लेवल क्रूजर के बतौर बेची जाती है. मिड-कैपेसिटी सेगमेंट की लीडर Royal Enfield को ये टकराव जल्द महसूस हो सकता है – जिनमें सारे स्थापित निर्माता हैं, 250 सीसी-750 सीसी सेगमेंट का अधिकाँश हिस्सा चाहते हैं.