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भूल जाइए गाड़ियों को, इस मानसून आपकी नाव ही सबसे अच्छी सवारी है!

मानसून पूरे इंडिया में गरज रहा है. जहां मानसून देश के उतारी हिस्से में पहुँचते हुए थोडा कमज़ोर हो जाता है, दक्षिण भारत को इसका पूरा प्रकोप झेलना पड़ता है. Kerala और Tamil Nadu जैसे इलाकों में मानसून के मौसम में सड़कों पर पानी लगना आम बात होती है. पेश है केरल का एक विडियो जो जलजमाव वाली सड़कों का बेहतरीन उपयोग दर्शाता है.

यहाँ क्या हो रहा है?

That's supposed to be a road.We are malayalis.We are like this wonly.From whatsapp

Louis George ಅವರಿಂದ ಈ ದಿನದಂದು ಪೋಸ್ಟ್ ಮಾಡಲಾಗಿದೆ ಗುರುವಾರ, ಜುಲೈ 19, 2018

केरल में लोगों ने उन लम्बी नावों का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है जिन्हें आमतौर पर Onam के दौरान आयोजित किये जाने वाले Vallam Kali या Snake Boat रेस के दौरान देखा जाता है. ये नाव 100-120 फीट तक लम्बी हो सकती हैं और इसमें एक समय पर लगभग 40 लोग तक बैठ सकते हैं. इस विडियो में नाव को केरल में पानी लगे एक सड़क पर चलते हुए देखा जा सकता है.

नाव चालकों के साथ ड्रमर और दूसरे यन्त्र बजाने वाले लोग हैं जो इन्हें एक लय में रखते हैं. नाव चलाने वालों के एक मिनट में 120 बार चप्पू चलाने से ये 5 मिनट में 1.4 किलोमीटर का सफ़र तक तय कर सकती हैं. खेल के दौरान इसे देखना मजेदार होता है लेकिन सड़कों पर इसे चलाना अपने आप में ही काफी मजेदार है. इन नावों को आप पूरे जोश के साथ चलते हुए देख सकते हैं.

दक्षिण भारत में अधिकांश लोग अपने आप को मानसून के लिए तैयार रखते हैं. लोग रोड पर जलजमाव की स्थिति से निबटने के लिए अपनी नावों को तैयार रखते हैं. पानी से भरी सड़कों पर आम गाड़ियाँ लगभग बेकार होती हैं, पानी के इंजन में घुसते हीं गाड़ी पूरी तरह से ठप पड़ जाती है. कई लोग अपनी गाड़ी को नुक्सान से बचाने के लिए घरों के अन्दर रखते हैं. और ऐसे में खाली जलजमाव वाली सड़कों पर लोग नौका विहार का लुत्फ़ उठाते हैं.

पहली बार नहीं हुआ है ऐसा!

जहां ये पहली बार है नहीं है की सड़कों पर स्टंट करने के लिए लम्बी नावों का इस्तेमाल हुआ है. ऐसे मौकों पर लोग काम चलाने के लिए रबर की बोट से लेकर बांस के पटरे इस्तेमाल करते हैं. इन्टरनेट पर इसके कुछ विडियो भी मिल जायेंगे जहां सड़कों की बुरी हालत और इसे होने वाली दिक्कतों को दिखाया गया है.