भारतीय सड़कों पर कुछ कार्स ऐसी हैं जो दूसरों से बिलकुल अलग नज़र आती हैं और तुरन्त ही लोगों का ध्यान अपनी और आकर्षित करती हैं. अक्सर ऐसी कार्स अपने अजीबोगरीब डिजाईन और लुक्स के कारण लोगों में कौतुहल का विषय बन जाती हैं. इस लेख में हम नज़र डालेंगे 10 ऐसी ही कार्स पर जो सड़कों पर अपनी एक अलग पहचान के लिए जानी गयीं.
Nissan Evalia
साल 2014 में Nissan ने Evalia MPV को भारत में लॉन्च किया. इस कार के ज़रिये कंपनी का इरादा Maruti Ertiga के वर्चस्व को खत्म करना था. Evalia कई सारे विदेशी बाज़ारों में धूम मचाने में कामयाब रही मगर भारत में यह सफलता का स्वाद नहीं चख सकी. इसकी ख़राब सेल्स की वजह से कंपनी ने 2 साल बाद इस कार का प्रोडक्शन बंद कर दिया और इसलिए भारतीय सड़कों पर यह MPV मुश्किल से ही देखने को मिलती है.
Evalia में Renault-Nissan का काफी सफल रहा 1.5-लीटर K9K टर्बो डीजल इंजन इस्तेमाल किया जाता है जो 85 बीएचपी पॉवर और 200 एनएम टॉर्क पैदा करता है. इस कार के साथ एक 5-स्पीड मैन्युअल ट्रांसमिशन गियरबॉक्स भी उपलब्ध है. इस 7-सीटर Evalia में स्लाइडिंग दरवाजे होते हैं और इसलिए पीछे की सीट्स तक आसानी से पहुंचा जा सकता है. मगर लुक्स के मामले में यह कार ज़रा अजीब ही लगती है और इसलिए Ertiga के मुकाबले भारतीय जनता ने इसे ख़ास पसंद नहीं किया.
Fiat Avventura Abarth
Fiat Avventura Abarth भरता में एक hot hatchback के तौर पर लॉन्च की गयी थी पर इसे Fiat की Punto hatchback का मसल संस्करण भी कहा जाता है. Fiat Avventura में कई अजीब फीचर्स ऑफ बॉडी डिजाईन थे जो पहली बार में सबका ध्यान इस कार की ओर खींचते थे. इन में शामिल है एक रियर टेल-गेट जिसमे टायर कैरियर भी लगा हुआ था. यह एक तरीके से कार तक पहुँच को रोकने का ही काम करता था. इसके साथ ही hatchback होने के बावजूद इस कार में 1.4-लीटर टर्बो डीजल इंजन मौजूद था जो फ़िलहाल बाज़ार में मौजूद किसी भी hatchback या sedan से अधिक पॉवर और टॉर्क — 140 बीएचपी पॉवर और 210 एनएम टॉर्क — पैदा करता था. इस कार की अनूठी स्टाइलिंग और कीमत इसे भारत में एक दुर्लभ कार बनाते हैं.
Tata Sumo Grande
Tata Sumo Grande हमारे हिसाब से भारत में मौजूद सबसे आलीशान Tata Sumo है. कम्पनी इस कार को रेगुलर Sumo के साथ ही बाज़ार में बेचती थी और इसलिए यह कभी भी ज्यादा ग्राहकों को अपनी और आकर्षित नहीं कर सकी. Tata ने इस Sumo Grande को वह सब दिया जो इसे सफल बना सकती थी जिसमें शामिल है Safari का 2.2-लीटर इंजन. इस कार का नाम बदलने के बाद भी कंपनी इससे ग्राहकों को लुभाने में सफल नहीं रही.
Mahindra E2O
Mahindra e2o बाज़ार में पहली बार Reva नाम से लॉन्च की गयी थी और यह मूल रूप से एक 3-डोर कार थी. अपने मौजूदा अवतार में यह hatchback E2o नाम से जानी जाती है और एक 5-डोर कार है. इस इलेक्ट्रिक कार में 5 लोगों के बैठने के लिए जगह है और सड़क पर अपनी अपारंपरिक बॉडी और डिजाईन के लिए इसे ‘सबसे अलग’ कार माना जाता है.
Fiat Punto Abarth
Punto Abarth इतालवी कार निर्माता Fiat की ओर से पेश की गयी एक दुर्लभ और तेज़ कार है जो भारतीय सड़कों पर कम ही देखने को मिलती है. इस कार का अनूठापन और साथ में 145 बीएचपी पॉवर और 212 एनएम टॉर्क पैदा करने की क्षमता हर किसी का ध्यान आकर्षित करती है.
Renault Scala
Renault Scala को हम Nissan Sunny का एक ज्यादा खूबसूरत और मन-लुभावन अवतार भी कह सकते हैं. इस sedan को सेल्स के मामले में ख़राब प्रदर्शन के बाद कम्पनी को बंद करना पड़ा. यह कार जहाँ भी जाती थी, सबका ध्यान आकर्षित करती थी पर अक्सर लोग इसे मॉडिफाइड Sunny कार मान बैठते थे.
Force Gurkha
Force Gurkha को बनाने के लिए कंपनी ने Mercedes-AMG G-Wagen SUV से प्रेरणा ली है. यह ऑफ-रोडिंग कार भारतीय सड़कों पर कम ही दिखाई देती है और इसलिए इस सूची में जगह भी पाती है.
Gurkha में आपको मिलता है 2.6-लीटर टर्बोचार्ज डीजल इंजन जो पैदा करता है 80 बीएचपी पॉवर और 230 एनएम टॉर्क. यह कार 4-व्हील ड्राइव संस्करण में ही बाज़ार में मौजूद है.
Renault Lodgy
Renault की यह Lodgy कार कंपनी का भारत में एक शानदार MPV बेचने का आखिरी प्रयास था. मगर Renault की बदकिस्मती यह रही की अब भारतीय के बीच यह सेगमेंट लोकप्रिय नहीं रह गया है. Lodgy में पेश 1.5-लीटर टर्बो डीजल इंजन पैदा करता है 85 बीएचपी पॉवर और 200 एनएम टॉर्क. इस इंजन का दूसरा आउटपुट विकल्प है 108 बीएचपी पॉवर और 240 एनएम टॉर्क. मगर भारी-भरकम डिस्काउंट के साथ बेचे जाने के बावजूद यह कार कभी भी भारतीयों के दिलो-दिमाग में जगह नहीं बना सकी.
Premier Rio
Rio भारत की सबसे पहली sub-4 मीटर SUV थी. इस SUV को उसी कम्पनी ने बनाया था जो 1980 की शुरुआत में Padmini बना कर भारतीय बाज़ार में छा गयी थी. Rio के साथ तीन इंजन विकल्प मौजूद थे — 1.3-लीटर डीजल, 1.5-लीटर पेट्रोल, और 1.5-लीटर डीजल.
Renault Koleos
Captur के लॉन्च होने से काफी समय पहले Koleos कार ही Renault की फ्लैगशिप SUV हुआ करती थी. मगर चूँकि यह SUV भारत में आयात की जाती थी इसलिए इसकी कीमत काफी अधिक थी. Koleos को भारत में एक सॉफ्ट-रोडर के तौर पर पेश किया गया था. यह कार सेल्स के मामले में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सकी और भारतीय सड़कों पर कम ही देखि जाती थी. इसमें ग्राहकों को 2-लीटर टर्बो डीजल इंजन उपलब्ध था और साथ मैन्युअल और ऑटोमैटिक गियरबॉक्स विकल्प.