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40 Cars, SUVs और Truck का Accident, कोहरे का कहर…

उत्तर भारत के कई हिस्से अभी भी घने कोहरे में ढके हुए हैं. इन हालात में ड्राइविंग/राइडिंग करते वक़्त गंभीर दुर्घटनाएं हो सकती हैं जिससे कई बार जान का नुक्सान भी उठाना पड़ता है. और 22 जनवरी को सुबह करीब 8 बजे हरियाणा के करनाल के पास नेशनल हाईवे 1 पर यही हुआ. कोहरे के चलते हुए इस पाइल-अप में लगभग 40 कार्स, SUVs और ट्रक्स एक दुसरे में टकरा गए और एक बड़ा जमावड़ा लग गया जिसमें 3 लोग मर गए और 20 से ज्यादा बुरी तरह घायल हो गए.

पिछले 3 महीनों में हुए पाइल-अप्स में से ये सबसे नया है. इस दुर्घटना में एक कार ड्राईवर और 2 मोटरसाइकिल सवार मारे गए. और जो लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं उन्हें कर्नाक, घरौंदा, और पानीपत के आस पास के अस्पतालों में भारती कराया गया है. इस पाइल-अप के चलते नेशनल हाईवे 1 पर एक ट्रैफिक जैम लग गया जो लगभग एक घंटे तक बचाव कार्य चलने तक रहा.

ऐसे कोहरे के चलते होने वाले एक्सीडेंट इंडिया में बार-बार क्यों होते हैं?

इंडिया में रोड इस्तेमाल करने वाले कोहरे के समय आगे बढ़ने से बाज नहीं आते और रुकने को तैयार नहीं होते. कोहरे में चलते वक़्त कार्स, SUVs और ट्रक्स के ड्राईवर ज़रुरत के अनुसार धीमे ड्राइव नहीं करते. ये शायाद सबसे बड़े कारण हैं की उत्तर भारत के कई हिस्सों में हर बार सर्दियों के दौरान कोहरे से जुड़े हादसे बार-बार क्यों होते हैं.

आप इन एक्सीडेंट से कैसे बच सकते हैं?

सबसे पहले तो अगर संभव हो तो घने कोहरे में गाडी न चलायें. ये ऐसे हालात में बचे रहने का सबसे आसान और असरदार तरीका है.

और अगर आपके पास ड्राइव करने के अलावा कोई चारा नहीं है, बहुत ध्यान से चलें और इतने कम स्पीड पर चलें की अगर आप अपने सामने रुके हुए या कोहरे के चलते क्रैश गाड़ी को देखें तो समय रहते रुक पाएं. अक्सर इसका मतलब होता है की 40 किमी/घंटे की रफ़्तार से चलें.

एक अच्छा सा फौग-लैंप खरीदें (पीले रंग वाले) और गाड़ी चलाते वक़्त उन्हें चालू रखें. और इस बात का ध्यान ज़रूर रखें की कार के अन्दर हर किसी ने सीटबेल्ट बाँधी है — किसी भी तरह के टक्कर के समय बचाव का पहला कदम.