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तो इस कारण से महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री Fadnavis की Tata Safari पर लगा 13,000 का जुर्माना!

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री Devendra Fadnavis रोड पर चलने के लिए दो बुलेट-प्रूफ Tata Safari SUVs को इस्तेमाल करते हैं. मुख्यमंत्री द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली इन आर्मरड SUVs पर मुंबई पुलिस ने 13,000 रूपए का जुर्माना लगाया है. लेकिन, ना मुख्यमंत्री ना ही राज्य सरकार ने अभी तक जुर्माना चुकाया है. ये जानकारी सूचना के अधिकार के तहत दायर की गयी याचिका से प्राप्त हुई है. Shakeel Ahmed नाम के एक याचिकाकर्ता ने एक याचिका दायर की थी जिसमें मुख्यमंत्री के कार्स द्वारा ट्रैफिक नियम के उल्लंघन की जानकारी मांगी गयी थी.

तो इस कारण से महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री Fadnavis की Tata Safari पर लगा 13,000 का जुर्माना!

क्या थे उल्लंघन?

मुख्यमंत्री द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली आर्मरड Tata Safari SUVs को Bandra Worli Sealink पर कई बार स्पीड लिमिट तोड़ते हुए पाया गया था. इसपर मुंबई पुलिस द्वारा लगाए गए स्पीड ट्रैप्स ने ट्रैफिक नियम उल्लंघन को रिकॉर्ड किया और ऑटोमैटिक इलेक्ट्रॉनिक जुर्माने की रसीद (e-Challan) बन गया.

जहां एक Tata Safari, जिसमें मुख्यमंत्री बैठे थे, ने जनवरी और अगस्त 2018 के बीच स्पीड लिमिट 5 बार तोड़ी, दूसरे SUV ने स्पीड लिमिट 8 बार तोड़ी. कुल मिलाकर 13 बार स्पीड लिमिट तोड़ने की घटनाएं हुई हैं जिसका कुल जुर्माना 13,000 रूपए है (हर बार के लिए 1,000 रूपए).

लेकिन मुख्यमंत्री या उनके कार्यालय ने अभी तक 13,000 रूपए का जुर्माना नहीं चुकाया है और इसके पीछे एक उचित कारण है.

क्या! क्यों?

मुंबई ट्रैफिक पुलिस के मुताबिक़ मुख्यमंत्री का काफिला उस स्पीड लिमिट से मुक्त होता है जिसे बाकी लोगों के लिए लागू किया जाता है. मुंबई ट्रैफिक डिपार्टमेंट द्वारा जारी किया गया एक स्टेटमेंट बताता है,

ट्रैफिक चालान स्पीड कैमरा द्वारा ऑटोमैटिक रूप से काट दिए जाते हैं. सुरक्षा के लिहाज से मुख्यमंत्री के काफिले की गाड़ियाँ स्पीड लिमिट का पालन करने से मुक्त होती हैं. e-challan काटने वाले तकनीकी गड़बड़ियों को सही किया जा रहा है.

स्पीडिंग के चलते जब Bandra-Worli Sealink पर कई एक्सीडेंट होने लगे, मुंबई ट्रैफिक पुलिस ने इस साल जनवरी में 40 हाई-टेक कैमरा लगा दिए. ये कैमरा तेज़ रफ़्तार गाड़ियों के नम्बर प्लेट को ऑटोमैटिक रूप से पढ़ लेते हैं. ऐसे कैमरा को इस प्रकार से प्रोग्राम किया जाता है ताकि वो नियम तोड़ने वाले को अपने आप e-challan भेज दे. इनके इनस्टॉल होने के बाद से मुंबई के आधे से ज़्यादा स्पीडिंग मामले यहीं से आये हैं. बताते चलें की यहाँ 4-व्हीलर्स के लिए स्पीड लिमिट 80 किमी/घंटे है और 2-व्हीलर्स के लिए स्पीड लिमिट 60 किमी/घंटे है.

वाया — NavbharatTimes