भारत की राजधानी Delhi ने निर्धारित 1 अप्रैल 2018 से पहले शांतिपूर्वक BS VI ग्रेड ईंधन का इस्तेमाल शुरू कर दिया है. Delhi में लगभग 397 रिटेल फ्यूल पम्प हैं और उनमें से लगभग सभी अब ज्यादा साफ़ BS VI ग्रेड फ्यूल बेच रहे हैं. इसी के साथ Delhi वो पहला शहर बन गया है जो इंडिया में BS VI ग्रेड फ्यूल बेच रहा है.
हालांकि ऑटो निर्माताओं के लिए BS VI का पालन करने वाली गाड़ियों को बेचने की डेडलाइन सितम्बर 2020 है, BS VI फ्यूल इस डेडलाइन के काफी पहले से उपलब्ध कराया जायेगा. साफ़ ईंधन का अभियान पिछले साल नवंबर में चला था जब आसपास के राज्यों में फसल की ठूंठ जलाने के चलते Delhi में भयंकर प्रदूषण फैला था. उस दौरान पुराने गाड़ियों को भी टारगेट किया गया था और पेट्रोलियम मिनिस्टर Dharmendra Pradhan ने फ्यूल रिटेलर्स को 1 अप्रैल 2018 से दिल्ली में BS-VI फ्यूल की सप्लाई शुरू करने को कहा था.
इंडिया में उपलब्ध BS VI ग्रेड फ्यूल Euro VI के जैसा ही है लेकिन वो हू-ब-हू एक जैसे नहीं हैं. BS VI ग्रेड डीजल फ्यूल में सल्फर का लेवल 50 ppm से 10 ppm पर आया है. पेट्रोल BS VI ग्रेड फ्यूल में भी सल्फर 50 ppm से 10 ppm पर गिरा है और वहीँ सीसे की मात्र 0.005 ग्राम/लीटर से 0.001 ग्राम/लीटर पर आई है. सीसे और सल्फर की कम मात्र के चलते उत्सर्जन में कमी आती है जिससे वातावरण ज्यादा साफ़ रहता है.
कई तेल कंपनियों ने ये दावा भी किया है की BS VI फ्यूल के उत्सर्जन CNG से चल रहे गाड़ियों से बेहतर होंगे. लेकिन, अगर ये फ्यूल BS IV फ्यूल के ट्यूनिंग वाले गाड़ियों में इस्तेमाल किया जाता है, तो कुछ ख़ास असर नहीं आएगा. फिलहाल केवल Mercedes-Benz अपनी S-Class के ज़रिये इंडिया में BS VI का पालन करने वाली गाड़ी बेचती है. पहले खबरें आई थीं की BS VI फ्यूल कम लुब्रीकेशन के चलते BS-IV गाड़ियों को नुक्सान पहुंचाएगा. लेकिन ट्रांसपोर्ट मंत्रालय का कहना है की BS VI फ्यूल को इस तरह पैकेज किया जायेगा की वो BS IV फ्यूल जितना लुब्रीकेशन ही दे.