हाल ही में मुंबई के Rafi Ahmed Kidwai (RAK) Marg पुलिस ने एक व्यवसायी को गिरफ्तार कर लिया है. और उसका जुर्म? उस इन्सान ने अपनी ही कार को चोरी कर पुलिस में उसकी रिपोर्ट लिखाई थी. यहाँ जिस कार की बात हो रही है वो कोई आम हैचबैक नहीं बल्कि एक सफ़ेद रंग की Mercedes-Benz A-Class है. Hindustan Times की एक रिपोर्ट के मुताबिक पुलिस को लगता है की इस व्यवसायी ने बीमा राशि के लिए अपने कार की चोरी करवाई है. जहां ये कोई नायाब मामला नहीं है, इस मामले से जुडी बातें इसे रोचक बनाती हैं.
Vijay Ramlal Dhavan की उम्र 62 साल की है और वो दिल्ली में रियल एस्टेट का कारोबार करते हैं. उन्हें उनके नाम में रजिस्टर्ड Mercedes-Benz A-Class को चोरी करने के जुर्म में 1 जून को दिल्ली में गिरफ्तार कर मुंबई लाया गया. पुलिस ने कार को आगे की कार्यवाही के लिए ज़ब्त कर लिया है. पुलिस के मुताबिक़, Dhavan ने 25 मई अपने पहचान के दो लोगों को इस कार को मुंबई लाने के लिए कहा था. इसके पीछे का कारण उन्होंने ये दिया था की यहाँ उनके किसी दोस्त को एक दिन के लिए इस कार की ज़रुरत है. उन्होंने कार ट्रांसपोर्ट करने वाले उन दो लोगों को RAK Marg में एक सामुदायिक लॉज में रहने को कहा था. जब वो दोनों इस कार के साथ 26 मई को मुंबई पहुंचे तो उसी लॉज में जाकर ठहरे.
वो दो लोग कार को लॉज के बाहर खड़ी कर घूमने चले गए वापस आने पर उन्हें कार वहीँ पर खड़ी मिली. लेकिन अगली सुबह कार वहां नहीं थी. जब उन्होंने Dhavan को इसके बारे में सूचित किया तो उन्होंने उन लोगों को पुलिस थाने में इसकी रिपोर्ट लिखाने को कहा. उन दो लोगों को 27 मई को RAK Marg पुलिस स्टेशन में इस बात की रिपोर्ट दर्ज कराई. अज्ञात लोगों के खिलाफ चोरी का मामला दर्ज किया गया. लेकिन पुलिस को इस बात पर भरोसा नहीं हो रहा था की दिल्ली से मुंबई तक इस कार को केवल एक दिन के इस्तेमाल के लिए लाया गया होगा.
तफ्तीश करने पर पुलिस ने Mercedes शोरूम से संपर्क किया और उन्हें पता चला की इस Mercedes मॉडल को केवल एक सेट वाली चाबी से ही खोला जा सकता है. उन्हें ये भी जानकारी मिली की हाल में ही Dhavan ने एक सेट चाबी भी आर्डर की थी. इससे पुलिस को शक हुआ की Dhavan ने दूसरी चाबी की मदद से अपनी ही कार चोरी की हो. पुलिस ने फिर टोल प्लाज़ा के CCTV फुटेज को स्कैन किया और उन्हें पता चला की 27 मई को Dhavan इसी Mercedes को मुंबई से बाहर चलाकर ले गए थे. फिर एक पुलिस टीम 29 मई को दिल्ली के लिए रवाना हुई और 1 जून को उन्होंने Dhavan को गिरफ्तार कर लिया.
इससे यही सबक मिलता है की अपनी कार चोरी कर पैसे बनाना ना केवल गैरकानूनी है बल्कि इससे जेल भी हो सकती है. ऐसे अधिकांश मामलों में पुलिस को असली चोर को पकड़ने में देर नहीं लगती.