प्रीमियम हैचबैक मार्केट इंडियन कार निर्माताओं के लिए काफी फायदे वाला सेगमेंट बनता जा रहा है. हर महीने Elite i20 और Baleno के लगभग 30,000 यूनिट्स बिकते हैं जिसका मतलब है की इस सेगमेंट में सालाना 25,000 करोड़ रूपए का टर्नओवर है. हाँ, आपने सही पढ़ा. इसलिए कोई आश्चर्य की बात नहीं है की Honda भी इसमें हिस्सा लेना चाहती है, और इसके लिए 2018 के अपडेटेड Jazz से बेहतर और क्या हो सकता है. तो नया क्या है? नीचे दिए गए विडियो में जानिये.
Jazz इंडिया में Honda के लिए बेहतर परफॉरमेंस कर रही है और ये BR-V और Brio के कुल सेल्स से ज़्यादा बिक रही है. नए 2018 अपडेट के साथ, मकसद ये है की ये अच्छी वैल्यू ऑफर करें जिससे इसकी सेल्स बढें. अगर सही कहा जाए तो इसमें कुछ ज़्यादा अपडेट नहीं हैं जैसे उदाहरण के लिए बाहर के बदलाव डोर हैंडल पर क्रोम कवर्स एवं टेल लैम्प्स तक सीमित हैं. लेकिन अब दो नए कलर आते हैं Radiant Red Metallic और Lunar Silver Metallic.
Jazz में अन्दर किट है जिसमें Amaze में दिखने वाला नया Digipad 2.0 शामिल है. 17.7 सेमी के इस टचस्क्रीन इंटरफ़ेस में ब्लूटूथ कनेक्टिविटी, रियर कैमरा डिस्प्ले, नेविगेशन, Apple CarPlay, Android Auto एवं और चीज़ें शामिल हैं. फिर आता है क्रूज़ कण्ट्रोल, स्टोरेज स्पेस वाला फ्रंट आर्मरेस्ट (लेकिन इसमें स्लाइड ऑप्शन नहीं है), सेंट्रल लॉक हैण्ड स्विच, ड्राईवर का वैनिटी मिरर, रियर पार्किंग सेंसर, और स्पीड सेंसिटिव डोर लॉक. Honda ये भी दावा करती है की उन्होंने साउंड इंसुलेशन को बेहतर किया है लेकिन चूंकि हमारे पास पेट्रोल मॉडल था तो हमें अंतर कुछ ख़ास पता नहीं चला.
Jazz अन्दर में अभी भी सेडान जैसा स्पेस देती है और ये कार बेहद प्रैक्टिकल है. वो इसकी परफेक्ट अर्गोनोमिक्स हो या स्टीयरिंग के दाहिने तरफ बोतल चिलर, ड्राइविंग में सहूलियत के लिए इस हैचबैक को अव्वल नम्बर मिलते हैं. हमारे पास 1.2-लीटर पेट्रोल मॉडल था जिसमें 7-स्टेप CVT है और ये इंडिया में बेची जाने वाली सभी ट्रिम्स में हमारी पसंद है. लेकिन, इसका एसी उत्तरी भारत के गर्मी से उबार नहीं पा रहा था और पीछे में एसी वेंट ना होने से दिक्कतें और बढ़ जाती हैं. Honda ने नयी Jazz में पुश बटन स्टार्ट के साथ बिना चाबी की एंट्री ऑफर करना भी शुरू कर दिया है.
नयी Jazz में कोई भी मैकेनिकल बदलाव नहीं हैं और इसकी ड्राइव अभी भी बेहतरीन हैं. इसका थ्रोटल रिस्पांस बेहतरीन है और ट्रैफिक में इसे कोई दिक्कत नहीं आती. भले ही गियर शिफ्ट में थोड़ा विलम्ब होता है, स्पीड प्रेमी Sport मोड और पैडल शिफ्टर्स दोनों का इस्तेमाल कर सकते हैं. यहाँ बता दें की इसका 1.2-लीटर पेट्रोल इंजन अच्छे से रेव करता है और इससे ड्राईवर को अच्छा एक्सीलीरेशन मिलता है. ध्यान देने वाली बात है की CVT ऑटोमैटिक मैन्युअल मॉडल से अच्छा माइलेज देती है. शहर में ये आसानी से 11-12 किमी/लीटर का माइलेज देगी.
Honda ने नयी Jazz के वर्शन लाइन में भी बदलाव किये हैं. पेट्रोल मॉडल सिर्फ V और VX में मिलता है और CVT दोनों में उपलब्ध है. डीजल तीन मॉडल S, V और VX में मिलता है. लेकिन दुःख की बात है की नयी Jazz में अभी तक डीजल-CVT कॉम्बिनेशन नहीं मिलता. 7.35 लाख रूपए से 9.29 लाख रूपए के बीच कीमत होने के चलते Jazz अभी अभी अपने प्रतिद्वंदियों से महंगी है और ये अच्छा पैकेज ऑफर करती है.