Indian Grand Prix पहली बार 2011 में Buddh International Circuit में आयोजित किया गया था. इसके बाद Formula 1, 2012 और 2013 में भारत लौटा, जिसमें से वर्ष 2013 में Sebastian Vettel ने अपनी चौथी विश्व चैंपियनशिप (और रेड बुल के साथ आखिरी) जीती थी. Indian Grand Prix तब से सरकारी टैक्स के मुद्दों के कारण नहीं हुआ है, जबकि रेस ट्रैक के पास प्रमुख मोटरस्पोर्ट चैम्पियनशिप के लिए दो और रेस करवाने का अनुबंध है. हालांकि, भारत में Formula 1 की वापसी की संभावनाएं काफी ज़्यादा हैं. नए Formula 1 के बॉस Liberty Media के Chase Carey ने हाल ही में कहा था कि भारत में इस खेल के लिए काफी क्षमता है जो अब चार साल से देश में नहीं थी.
Libery Media ने हाल ही में Bernie Ecclestone, Formula 1 के प्रमुख के रूप में 40 साल के शासनकाल को समाप्त कर खेल के अधिकार खरीद लिए हैं. Singapore Grand Prix में, Liberty Media के बॉस, Chase Carey ने कहा, “भारत एक ऐसा देश है जिसमें निश्चित रूप से महान क्षमता है और जैसे जैसे हम आगे बढ़ेंगे, हम अध्ययन जारी रखेंगे. स्वामित्व में पूर्ण परिवर्तन हुए अभी छह महीने से थोड़ा अधिक समय ही हुआ है जिसमें हमें अभी तक गहराई से रूबरू होने का मौका नहीं मिला है. ”
आगे बढ़ते हुए उन्होंने कहा, “आज की तारीख़ में हमारा ध्यान यह सुनिश्चित करना है कि अगले वर्ष 21 रेस हो सकें. लेकिन दुनिया भर में ऐसी जगहें हैं जो हमें खेल क्षमता को बढ़ाने के लिए महान अवसर प्रदान करते हैं और निश्चित रूप से हाल के वर्षों में भारत में हुआ विकास और सफलता, इस देश को एक रोमांचक अवसर बनाता है. ”
Formula One के कैलेंडर में अब 21 रेस होंगी, जिनमें से केवल पांच एशिया में आयोजित की जाएंगी. Malaysian GP, जो इस सीज़न की सबसे लोकप्रिय रेस में से एक रही है, अगले साल कैलेंडर पर नहीं होगी क्योंकि अन्य देश इस प्रमुख मोटरस्पोर्ट सीरीज़ को आयोजित करने का मौका देते हैं. अतीत में Jaypee Group जो Buddh International Circuit के मालिक हैं के साथ सामने आई वित्तीय समस्याओं और हाई टैक्सेशन्स पर विचार करते हुए, Grand Prix की वापसी के लिए ये एक बड़ी लड़ाई होगी.
2013 में आयोजित अंतिम रेस में क्षमता से भरे ग्रैंड स्टैंड में 50 प्रतिशत से भी कम भीड़ का पार्टिसिपेशन देखा गया. बहराल, Ferrari और Mercedes-AMG के बीच हर साल शीर्ष स्थान के लिए जूझती लड़ाई और हर रेस के साथ इस खेल में लोगों की बढ़ती दिलचस्प के साथ, भारतीय F1 प्रशंसक भारत में सीरीज़ की वापसी देखना पसंद करेंगे.