Dominar Polar Odyssey (Dominar ध्रुवीय यात्रा) की शुरुआत 28 जुलाई 2018 को हुई थी. Trans-Siberian Odyssey के बाद ये Bajaj Dominar की एक और अंतर-देशीय यात्रा है. जैसा की आप नाम से जान गए होंगे, ये सफ़र उत्तरी ध्रुव से दक्षिणी ध्रुव तक का होगा. इस यात्रा की शुरुआत अलास्का के एंकरेज से हुई थी.
अब तीन सदस्यीय टीम ने यात्रा का अलास्का वाला भाग पूरा कर लिया है और वो आर्कटिक सर्किल में कनाडा के तुकतोयाकतुक तक पहुँच गए हैं. राइडर्स अब यात्रा का दूसरा हिस्सा शुरू करेंगे और कनाडा को पार करेंगे.
रास्ते में, टीम के सदस्य Deepak Gupta, Deepak Kamath और Avinash PS ने कई घातक बाधाएं पार की हैं. इस टीम ने यात्रा के दौरान पृथ्वी की दो सबसे मुश्किल सड़कों का सामना किया — Dalton हाईवे और Dempster हाईवे.
Dalton हाईवे एक 666 किलोमीटर लम्बा कंकड़ीला रास्ता है जो खड्डे, गड्ढे, और बर्फ की परत से पटा रहता है. इससे राइडर्स के लिए गति और अपनी ताकत बरकरार रखना चुनौतीभरा हो गया था. Dalton हाईवे Deadhorse पर आकर खत्म होती है को दुनिया के उस हिस्से में मोटरगाड़ी से पहुँच पाने वाली आखिर जगह है. इस हाईवे को अक्सर पृथ्वी की सबसे अकेली सड़क भी कहा जा सकता है.
इस मुश्किल सफ़र में आगे यात्रियों को Dempster हाईवे मिला जो कनाडा के तुकतोयाकतुक में आकर खत्म होता है, और यहीं कनाडा भी खत्म होता है. Dempster हाईवे में एक बार फिर दिक्कतें आयीं क्योंकि अक्सर ढीले कंकड़ के ऊपर बर्फ पड़ने के चलते राइडिंग की अधिकतम स्पीड केवल 20 किमी/घंटे तक सीमित हो जाती थी. एक और चुनौती थी कीचड़ में मिला हुआ कैल्शियम कार्बोनेट जो अगर गाड़ी से तुरंत ना हटाया जाए तो बाइक के मेटल के पुर्जे क्षारित हो जायेंगे. सफर के इस हिस्से में कुछ बार बाइक का रेडियेटर भी जाम हो गया था.
राइडर्स ने बाइक की बहुत तारीफ़ की और वो सफ़र के दौरान बाइक की क्षमता से बेहद खुश थे. Bajaj ने इस कठिन सफ़र के लिए बाइक में कुछ बदलाव किये हैं. Bajaj Dominar में किये गए बदलावों में चौड़े, नॉबी ऑफ-रोड टायर्स, बड़ी विंडस्क्रीन, और बीक शामिल है. इस मोटरसाइकिल में पैनियर, टॉप बॉक्स, हैण्ड ग्रिप, और जेरीकैन भी लगे हैं.
इस सफर में इस्तेमाल किये गए Bajaj Dominar 400 में कोई भी मैकेनिकल बदलाव नहीं किये गए हैं. इसका मतलब है की ये अभी भी 373 सीसी, 4-स्ट्रोक इंजन है जो 35 बीएचपी-35 एनएम का आउटपुट देता है. इस बाइक में स्लिपर क्लच के साथ 6 स्पीड मैन्युअल गियरबॉक्स और ड्यूल चैनल ABS स्टैण्डर्ड हैं. राइडर्स को किसी प्रकार की मदद नहीं दी गयी है और उनके पास कोई भी सपोर्ट/अटेंडिंग क्रू नहीं है. उन्होंने अभी तक अपना आधा सफ़र भी पूरा नहीं किया है और हम उन्हें आने वाले सफ़र के लिए सारी शुभकामनाएं देते हैं.