Atal Bihari Vajpayee भारत के पहले प्रधानमंत्री थे जिन्होंने अपने समय में नेताओं को दी जाने वाली Hindustan Ambassador को छोड़ एक आरामदायक BMW 7-Series Security Edition का इस्तेमाल किया था. Vajpayee जी ने यह बदलाव अपने कार्यकाल के मध्य में किया था जब उनकी सिक्यूरिटी में तैनात Special Protection Group — जो भारत में VVIPs की सुरक्षा का जिम्मा सँभालते हैं — ने कहा की वह एक महंगी बख्तरबंद BMW का ही इस्तेमाल करें. इससे पहले भारत के अधिकतर प्रधानमंत्री Hindustan Ambassador का इस्तेमाल किया करते थे जो की एक बुलेट-प्रूफ कार थी.
क्यों हुआ यह बदलाव?
2001 में आतंकवादियों ने भारतीय लोकतंत्र के मंदिर संसद भवन पर हमला बोल दिया. इस वजह से नेताओं और उनकी सुरक्षा में तैनात सिपाहियों के कान खड़े हो गए. चार उच्च-सुरक्षा वाली BMW लक्ज़री कार्स का तुरंत आर्डर दिया गया. इन कार्स का इस्तेमाल प्रधानमंत्री को एक स्थान से दुसरे स्थान ले जाने के लिए किया गया. एक कार को इमरजेंसी के लिए रखा जाता है जबकि दो कार्स को हमलावरों को चकमा देने के लिए इस्तेमाल किया जाता है. यह एक आम चलन होता है जब भी किसी प्रधानमंत्री या राष्ट्रपति को एक स्थान से दुसरे जाना होता है.
क्या Vajpayee से पहले किसी प्रधानमंत्री ने किया लक्ज़री कार्स का इस्तेमाल?
जी हाँ. 1984 से 1989 तक भारत के प्रधानमंत्री रहे Rajiv Gandhi ने बहुत सी लक्ज़री कार्स का इस्तेमाल किया है जैसे की Maruti 1000 sedan, Mercedes Benz 500 SEL, और Range Rover. Mercedes और Range Rover कार्स Rajiv Gandhi को जॉर्डन के राजा ने तोहफे में दी थीं. Rajiv Gandhi खुद अपनी कार चलने के शौक़ीन थे और उन्हें ये लक्ज़री कार्स Hindustan Ambassador से कहीं ज्यादा पसंद थीं. Rajiv Gandhi की माता और भारत की दो बार प्रधानमंत्री रहीं Indira Gandhi ने अपने कार्यकाल में केवल Hindustan Ambassador का ही इस्तेमाल किया. Rajiv Gandhi के बाद भी कई भारतीय प्रधानमंत्रियों ने सिर्फ Hindustan Ambassador का ही इस्तेमाल किया और यह स्थिति Vajpayee जी के आने के बाद ही बदली.
एक दिलचस्प वाकया!
जब 2004 में Vajpayee जी ने प्रधानमंत्री का पद छोड़ा तो फिर से Hindustan Ambassador का इस्तेमाल शुरू कर दिया. एक बार इस कार में बैठते वक़्त वे इसके दरवाजे में फँस गए और उन्हें फ्रंट एग्जिट डोर से बहार निकलना पड़ा जो काफी तकलीफदेह था. जब कांग्रेस सरकार के मुखिया और प्रधानमंत्री Manmohan Singh जी को यह बात पता चली तो उन्होंने एक पुरानी BMW 7-Series कार Vajpayee जी के लिए भेजी.