भारत में कार इम्पोर्ट कराने पर बहुत ज्यादा टैक्स लगता है लेकिन फिर भी आपको सड़क पर इम्पोर्टेड कार्स दिख जायेंगी. हाल के समय में कुछ अमेरिकन Cadillac Escalade SUVs को भारत में इम्पोर्ट कराया गया है और लोग सकरा उनकी तस्वीरें उतार लेते हैं. लेकिन इस Cadillac Escalade को एक ऐसे हालत में देखा गया जिससे आप आश्चर्यचकित ज़रूर होंगे.
Cadillac Escalade के टायर्स बदले जा रहे हैं!
इस फोटो को TBHP पर Viren Parikh ने डाला था. इस तस्वीरों की श्रृंखला में हम देख सकते हैं की Cadillac Escalade मुंबई या पुणे में एक सड़क किनारे की दुकान पर अपने टायर्स बदलवा रही है. यहाँ देखी जाने वाली Cadillac Escalade इस गाड़ी का ESV वर्शन है जिसका व्हीलबेस ज्यादा लम्बा है एवं इसमें 8 पैसेंजर्स तक बैठ सकते हैं. Escalade ESV के बेस वैरिएंट की अमेरिका में कीमत 56 लाख रूपए है लेकिन ये इसके लक्ज़री वैरिएंट के जैसी दिखती है जिसकी कीमत 60 लाख रूपए है. इसे भारत में इम्पोर्ट कराने का मतलब है की इसपर 200 प्रतिशत से ज्यादा का टैक्स लगेगा और इसकी कीमत 2 करोड़ के साथ रोड टैक्स के आसपास बैठेगी.
इससे Cadillac Escalade भारत की सबसे महंगी गाड़ियों में से एक बन जाती है और इसे सड़क किनाते दुकान पर खड़ी देखना हैरतंगेज़ ही है. ऐसी गाड़ियों को मेन्टेन करना बेहद महंगा होता है खासकर तब जब भारत में इसके कोई अधिकृत डीलर मौजूद नहीं हैं. इन्हें प्राइवेट गेराज ही रिपेयर और सर्विस करते हैं. लेकिन, सड़क किनारे गेराज में इसे खड़ा पाना चौंकाने वाली बात ही है.
तस्वीर लेने वाले के मुताबिक़, तस्वीर में दिखने वाली Cadillac Escalade इस दुकान पर पाने टायर्स बदलवा रही है. ये साफतौर पर दिख भी रहा है क्योंकि गाड़ी के बायें हिस्से के टायर्स निकले हुए हैं. इस बात का पता नहीं है की क्या Cadillac के मालिक ने टायर्स को सड़क किनारे वाली दुकान से ही खरीदा या फिर कहीं और से.
टायर्स बदलना कोई बड़ी बात नहीं होती और इसे किसी भी दुकान पर करवाया जा सकता है. लेकिन, कार की महंगी कीमत को देखते हुए हम उम्मीद करते हैं की इसे हाई-एंड दुकानों में ही ले जाया जाता होगा. लेकिन, सड़क किनारे के दुकानों में भी अनुभव की कमी नहीं होती और उनकी किफायती सर्विस कहीं और नहीं मिलती.
ये पहली बार नहीं है की एक महंगी गाड़ी को लोकल गेराज पर रिपेयर के दौरान देखा गया है. इस साल पहले भी एक Audi R8 को दिल्ली में सड़क के किनारे देखा गया था. खैर, ऐसे कार मालिकों के जेब पर मेंटेनेंस का भार काफी ज्यादा पड़ता है और अगर आपको कहीं किफायती मेंटेनेंस मिलती है तो क्या ही कहने!