सड़क पर सुरक्षा का एक बड़ा हिस्सा होता है आपकी कार की ब्रेकिंग दूरी और ब्रेकिंग क्षमता. जहां चारों चक्कों पर बड़े ब्रेक होने के चलते आपको बेहद कम दूरी में रुकने में मदद करता है, लेकिन अक्सर सिर्फ रुकना ही काफी नहीं होता. आपको हर बार, लगातार भरोसेमंद ब्रेकिंग परफॉरमेंस चाहिए. ऐसा करने के लिए आपको अपने ब्रेक्स को बेहतरीन हालत में रखना होगा. जहां समय पर ब्रेक पैड और डिस्क रिप्लेसमेंट, ब्रेक ब्लीडिंग, और ABS सिस्टम इस मामले में मदद करते हैं. ये आपका भी फ़र्ज़ बनता है क्योंकि अपने ब्रेक्स की देखभाल करना आपकी राइड को और सुरक्षित बनाएगा. इसलिए हम आपके लिए लेकर आये हैं ऐसे ब्रेकिंग टिप्स को आपकी ड्राइव को और सुरक्षित बनायेंगे.
हर बार ब्रेक आराम से इस्तेमाल करें
ब्रेकिंग का सबसे पहला और ज़रूरी टिप है आराम से ब्रेक्स लगाना. दूसरे शब्दों में हर बार कार रोकते वक़्त ब्रेक्स का इस्तेमाल आराम से करें. अगर आपको रुकने की जल्दी नहीं है, तो ब्रेक्स का इस्तेमाल आराम से करें. ऐसा करने से आप ना केवल अपने ब्रेक पैड को लम्बे समय तक चला पायेंगे, आप अचानक ब्रेकिंग से होने वाले से टक्कर से भी बच सकेंगे.
धीमे चलना बेहतर है
आगे ट्रैफिक सिग्नल लाल है? एक्सीलीरेटर पर रहम कीजिये, उसपर से पाँव हटाने से आपकी गाड़ी खुद-ब-खुद धीमी होने लगेगी और फिर ब्रेक का कम से कम इस्तेमाल करते हुए आप अपनी गाड़ी को रोक पायेंगे. ऐसा करने से ना केवल आप अपने ब्रेक की लाइफ बढ़ाएंगे बल्कि आपको अच्छी माइलेज भी मिलेगी.
स्पीड कम करने के लिए डाउनशिफ्ट करना
इंजन ब्रेकिंग आपका दोस्त है. आगे आने वाली रूकावट को देखते हुए एक गियर नीचे आ जाने से आप अपनी रफ़्तार कम कर पायेंगे और रोज़मर्रा के इस्तेमाल में आप ब्रेक का इस्तेमाल कम कर पायेंगे. उदाहरण के लिए अगर आप चौथे गियर में 50 किमी/घंटे पर चल रहे हैं, तीसरे गियर में आ जाने से आपको कार बिना ब्रेक के इस्तेमाल के 30-35 किमी/घंटे पर आ जाएगी.
ढलान से उतारते वक़्त गियर का सही इस्तेमाल
अपने कार से ज्यादा माइलेज किसे नहीं पसंद? ऐसे में ढलान को देख बहुत लोग अपने कार को न्यूट्रल में डाल गति को बनाए रखना चाहते हैं. लेकिन, ऐसा कभी भी नहीं करना चाहिए. ऐसा करने का मतलब है की आपके ब्रेक्स पर ना केवल भर पड़ेगा बल्कि आप खतरे में भी पड़ सकते हैं क्योंकि कार की गति बढ़ते हुए संतुलन से बाहर हो सकती है. जब इतनी तेज़ गति पर आप ब्रेक लगायेंगे तो ब्रेक पैड के बेहद गर्म हो जाने से ब्रेकिंग क्षमता कम हो जाती है या ब्रेक फेल होने की सम्भावना भी रहती है. इससे बचने के लिए आपको ढलान से उतरते वक़्त जितना संभव हो सके उतने नीचे गियर में रहना चाहिए, ताकि इंजन ब्रेकिंग आपको सतुलन बनाने और ब्रेक्स की उम्र बढाने में मदद करे.
कार के आगे और पीछे दूरी बनाए रखना
आगे वाली कार से एक सुरक्षित दूरी बनाए रखने से आपको ना सिर्फ आपातकाल में ब्रेकिंग के लिए समय मिलेगा बल्कि आराम से ब्रेक लेने पर आपके ब्रेक्स पर कम भार भी पड़ेगा. जहां आप अपने पीछे चल रहे लोगों को कण्ट्रोल नहीं कर सकते, बिलकुल सट कर चल रही पीछे वाली गाड़ी को धीमे होकर आगे जाने का मौका दे दें.
ब्रेक पैड और डिस्क का रख-रखाव और रीप्लेसमेंट
इस बात को सुनिश्चित कीजिये की आपके ब्रेक पैड बेहतरीन हालत में हैं क्योंकि इनके एक सीमा से ज्यादा घिसने से ब्रेक डिस्क को क्षति पहुँचने लगती है. इसलिए समय पर ब्रेक पैड बदलवाना ज़रूरी होता है. वहीँ अगर आपके गाड़ी में हाइड्रोलिक ब्रेकिंग सिस्टम है, तो ब्रेक पैड/डिस्क को बदलवाते वक़्त इस बात का ध्यान रखें की ब्रेक को पूरी तरह से ब्लीड कराया गया है, क्योंकि इस हाइड्रोलिक सिस्टम में हवा के एक भी बुलबुले के बचे रह जाने से पूरा सिस्टम फेल कर जाता है.
मौसम के अनुसार रफ्तार
बारिश और बर्फ़बारी के दौरान या कीचड़ वाले रास्तों पर आपको अपनी गाड़ी की रफ़्तार पर्याप्त रूप से धीमी कर लेनी चाहिए क्योंकि ऐसे हालत में गाड़ी की ब्रेकिंग क्षमता कम हो जाती है. ऐसे हालातों में टायर्स को कम ग्रिप मिलती है और इसके साथ ब्रेकिंग की घटी हुई क्षमता का मतलब है की आपके ब्रेक्स पर काफी भार पड़ता है, जिससे आपकी सुरक्षा खतरे में पड़ जाती है. इसलिए ऐसे में ब्रेक्स को डैमेज करने आर सुरक्षित रहने के लिए कम रफ़्तार पर चलना मुनासिब होगा.