SUVs असल में बड़ी 4WD (4 व्हील ड्राइव) गाड़ियाँ होती थीं जिनका मकसद मुश्किल से मुश्किल रास्तों पर बिना फंसे हुए पहुँच जाना होता था. लेकिन समय के साथ SUVs ज्यादा आरामदायक और महंगी होती चली गयीं. एक आज का समय है जब हम देखते हैं की SUV के कई मायने हो गए हैं. अब SUV के स्टाइल और स्टांस की नक़ल करने वाली 2WD (2 व्हील ड्राइव) गाड़ियों को भी SUV मान लिया जाता है.
दरअसल, भारत जैसे अधिकाँश देशों में 2WD SUV और कार्स 4WD मॉडल्स से ज्यादा पॉपुलर हैं. ऐसा इसलिए है क्योंकि 2WD को बनाना सस्ता होता है और आपको रोज़-रोज़ एक 4WD की ज़रुरत नहीं पड़ेगी, बशर्ते आप ऑफ-रोडिंग शौक़ीन नहीं हों. लेकिन, सिर्फ रफ और टफ दिखने की वजह से 2WD गाड़ियों को हर जगह पहुँचने की कोशिश नहीं करनी चाहिए. आपको एक बेहतर आईडिया देने के लिए पेश हैं वो 5 जगहें जहां से आपको अपनी 2WD गाड़ी को दूर रखना चाहिए.
समुद्र के किनारे
आपको अपनी गाड़ी को समुद्र के किनारे बिलकुल नहीं ले जाना चाहिए. ऐसा इसलिए होता है क्योंकि वहाँ because of the ढीली रेत मौजूद होती है जिससे गाड़ियाँ वहाँ आसानी से फँस जाती हैं. कभी-कभी तो 4WD SUVs को भी बालू में दिक्कत आती है. जब तक ये नहीं बताया गया हो की वो एक ड्राइविंग बीच है, वहाँ गाड़ी नहीं चलानी चाहिए. ड्राइविंग बीच पर दिक्कतें नहीं आती हैं क्योंकि उनके बालू के नीचे पथरीली या मिट्टी की सतह होती है जिससे ड्राइविंग आसान हो जाती है. ऊपर दिया गया विडियो इस बात को आसानी से समझाता है. बीच पर फँसी ये Scorpio एक खालिस SUV है लेकिन ये 2WD वैरिएंट है जिसके चलते गाड़ी का निकलना मुश्किल हो जाता है.
कीचड़
हम मानते हैं कि कीचड़ में गाड़ी चलाना मजेदार ऑफ-रोडिंग गतिविधि हो सकती है, लेकिन 2WD गाड़ी के लिए ये शामत हो सकती है. कीचड़ में ड्राइव करने के लिए बहुत ज्यादा ग्रिप की ज़रुरत होती है जो 2WD गाड़ी में नहीं मिलता. चूंकि 2WD गाड़ी में केवल 2 चक्के घुमते हैं, अगर एक चक्का फँस जाता है तो गाड़ी को बाहर निकालना ज्यादा मुश्किल हो जाता है. वहीँ दूसरी ओर 4WD गाड़ी के सभी घुमते हैं और अगर दो चक्के फँस भी जाएँ तो दूसरे चक्के घूमने लगते हैं. इन गाड़ियों में और भी कई ऑफ-रोडिंग फीचर्स मिलते हैं, जैसे डिफरेंशियल्स, जिससे सभी चक्कों को अच्छा ट्रैक्शन मिलता है.
बालू
बालू साफतौर पर 2WD गाड़ियों की दुश्मन है. बालू के टीलों जैसी बलुआही जगहें आपकी 2WD गाड़ी के लिए बेहद खतरनाक होती हैं. ऐसा इसलिए है क्योंकि बालू बेहद ढीली होती है और इसमें गाड़ी काफी जल्दी धंस सकती है. बिना मतलब का व्हील-स्पिन और दिक्कतें पैदा करता है और गाड़ी बालू में और भी धंस सकती है. यहाँ तक की कई 4WD गाड़ियों को भी ढीली बालू वाली जगह जाने की मनाही होती है. लेकिन फिर भी वो ज्यादा ग्रिप के चलते 2WD गाड़ियों से अच्छा परफॉर्म करते हैं.
बर्फ
ताज़ा बर्फ पर ड्राइव करना कोई बड़ी बात नहीं होती और 2WD हैचबैक्स भी इस काम को आसानी से पूरा कर लेती हैं. दिक्कत आती है पुराने बर्फ में ड्राइव करने में जो ज़्यादा सख्त होकर बेहद फिसलन भरा बन जाता है. जहां 4WD गाड़ियाँ पॉवर को चारों चक्कों तक भेजकर संतुलन बनाए रखता है. वहीँ 2WD गाड़ियाँ सख्त बर्फ पर आसानी से संतुलन खो बैठती हैं.
दलदल
आमतौर पर नदी और झीलों के किनारे पाए जाने वाले दलदली इलाकों को देखकर पार करना बेहद आसान लगता है लेकिन उसमें आपके चक्के आसानी से फँस सकते हैं. 4WD गाड़ियों में पॉवर दोनों एक्सल में बाँट दिया जाता है, इनका दलदली इलाके से निकालना आसान होता है लेकिन अगर आपके पास 2WD गाड़ी है तो ऐसे जगहों से दूर रहना ही बेहतर है.