बिल्कुल नयी 2018 Maruti Suzuki Swift ने अप्रैल 2018 में 22,766 यूनिट्स के साथ अपने अब तक के सबसे अच्छे मासिक सेल्स नम्बर्स पोस्ट किये. ये Maruti का Swift ब्रांड के लिए अब तक का सबसे ज़्यादा मासिक डिस्पैच आंकड़ा है, और ये बात ध्यान में रखनी चाहिए की ये कार इंडिया में 3 जनरेशन्स और 15 सालों से बिक रही है. इतने बड़े आंकड़ों का मतलब है की Swift अब सेल्स के मामले में काफी छोटे, सस्ते, और लम्बे समय तक इंडिया की बेस्ट सेलिंग कार Alto से आगे निकल गयी है. लेकिन एक और कार है जो अप्रैल 2018 में Swift से ज़्यादा बिकी और वो है Swift का कॉम्पैक्ट सेडान बंधू — Dzire. Dzire के 25,935 यूनिट्स बिके जो इसका अब तक का सबसे अच्छा आंकड़ा है.
ये हैं 5 कारण की Swift आखिर Maruti Alto से ज़्यादा क्यों बिक रही है:
1. बड़ी डिमांड. Maruti के पास फिलहाल Swift के 1.3 लाख से ज्यादा बुकिंग्स हैं. और इस डिमांड को पूरा करने के लिए ये देशभर के डीलरशिप्स को तेज़ी से कार्स सप्लाई कर रही है. एक बार जब बुकिंग का बैकलॉग घटेगा तब डिस्पैच के साथ भी कुछ ऐसा ही होगा. लेकिन अभी के लिए, आप ऐसे ही मासिक डिस्पैच आंकड़े की उम्मीद रख सकते हैं.
2. ऑटोमैटिक ऑप्शन्स. Swift में अब AMT ऑप्शन्स भी उपलब्ध हैं. इस कार को मुख्यतः एक पर्सनल कार के रूप में खरीदा जाता है क्योंकि कैब ऑपरेटर Dzire को पसंद करते हैं. अब पर्सनल कार कस्टमर्स ऑटोमैटिक ऑप्शन्स की तलाश में हैं. इसी डिमांड को नयी Swift पेट्रोल और डीजल दोनों ही ऑप्शन्स के साथ पूरा करती है.
3. बेहतरीन प्राइसिंग. Maruti ने Swift को 5 लाख रूपए से नीचे वाले स्लॉट में डाला है जिससे ज़्यादा से ज़्यादा कस्टमर्स इस ओर आकर्षित हो रहे हैं. Swift अब तो Baleno के कस्टमर्स को भी खींच रही है क्योंकि इसकी कीमत बड़े हैचबैक को अंडरकट कर रही है.
4. बड़े सुधार. Maruti के HEARTECT प्लेटफार्म के इस्तेमाल ने दोनों पेट्रोल और डीजल Swifts की माइलेज और बढ़ाई है. पेट्रोल Swift का पॉवर भी बढ़ा है. ये कार्स ढेर सारे नए फ़ीचर्स के साथ पहले से ज़्यादा जगहदार भी हो गयी हैं, जो इन्हें पहले से ज्यादा आकर्षक बनाता है.
5. नोवेल्टी वैल्यू. Swift वाकई में रोड पर भीड़ से अलग दिखती है, और Maruti के लेटेस्ट मॉडल खरीदने की इच्छा कई लोगों में बेहद तीव्र होती है. एक बार जब इसका नोवेल्टी वैल्यू कम हो जाएगा, तब अगले कुछ महीनों में Swift की सेल्स मासिक 15,000-20,000 यूनिट्स के आसपास हो जाने की उम्मीद है.