नयी कार खरीदने को लेकर उत्साह होने सामान्य सी बात है क्योंकि यह किसी भी व्यक्ति की जिंदगी में घर के बाद दूसरी सबसे महंगी वस्तु होती है. इस उत्साह में लोग काफी कुछ या तो नज़रअंदाज़ कर देते हैं या भूल जाते हैं जो आगे चलकर कार और मालिक दोनों के लिए परेशानी का सबब हो सकता है. आज हम आपके लिए लेकर आये हैं ऐसी ही 10 गलतियों की एक विस्तृत सूची.
1. डिलीवरी से पहले परीक्षण ना करना
हर नए कार मालिक को अपनी कार की डिलीवरी से पहले इसका गहन निरीक्षण कर लेना चाहिए. यह सुनिश्चित करना आपकी जिम्मेदारी है कि डीलर द्वारा भेजी गयी कार में कोई खराबी नहीं है. इसके साथ ही आपको अपनी नयी कार के पंजीकरण के कागज़ात भी अच्छी तरह जांच लेने चाहियें.
2. अच्छी तरह ओनर मैन्युअल ना पढ़ना
यह एक एनी गलती है जो नयी कार के मालिक अक्सर ही करते नज़र आते हैं और बाद में इसका परिणाम भी भुगतते हैं. इस कारण आप अपनी कार के सर्विस भूल सकते हैं और ऐसा भी हो सकता है कि आपको ये भी ना पता हो कि आपकी नयी कार में जैक कहाँ मौजूद है. इसलिए अगर आप अनेकों कार्स के मालिक हैं फिर भी नयी कार खरीदतते वक़्त मैन्युअल अच्छी तरह पढ़ लें.
3. शुरुआत में कार के इंजन पर अधिक दबाव डालना
अपनी नयी कार को तेज़ गति पर चलाने का मज़ा ही कुछ और है. मगर हमारी सलाह मानें तो शुरू के कुछ दिनों में बेहतर होगा कि आप ऐसा करने से बचें. ऐसा इसलिए कि नयी कार के इंजन को सड़क के हिसाब से ढलने में कुछ समय लगता है. एक बार अगर इंजन अच्छी तरह से ढल जाए तो आपकी कार की उम्र, माइलेज, और परफॉरमेंस तीनो में काफी इज़ाफा हो जाता है.
4. समय से सर्विस ना कराना

यह एक आम गलती है जो अक्सर ही कई कार मालिक करते हैं — कभी जान कर तो कभी अनजाने में. अगर आपने ऐसा किया तो आपकी नयी चमचमाती कार की वारंटी कंपनी द्वारा रद्द कर दी जाएगी जो ऐसा करने के लिए बस एक मौके की तलाश में रहते हैं. इसके साथ ही अगर आप एक भी सर्विस कराना भूल जाते हैं तो आपको अलग से खरीदी गयी वारंटी की भी सुविधा नहीं मिलती.
5. कार को समझने के लिए वक़्त ना लेना
ऐसी गलती आपकी नयी चमचमाती कार की रौनक छीन सकती है. अगर आपको इस बात का अंदाज़ा नहीं है कि आपको कार का दरवाज़ा खोलने के लिए कितनी ताकत लगानी है तोबहुत संभव है कि पार्किंग में आप अपनी कार का दरवाज़ा दीवार से भिड़ा दें. इसी तरह अगर आपको अपनी कार के ग्राउंड क्लीयरेंस और ब्रेकिंग की जानकारी नहीं तो हमारी मानिये कि एक बड़ी दुर्घटना दूर नहीं.
6. टायर्स और हैंडलिंग पर ध्यान ना देना
डीजल कार्स में फ्रंट टायर्स पर काफी दबाव रहता है और 5,000 किलोमीटर तय करने से पहले ही इनको बदलने की नौबत आ जाती है. ऐसे में अगर आप कार की हैंडलिंग या पहियों की स्थिति को लेकर लापरवाह हैं तो आपको भारी नुकसान का भुगतना पड़ सकता है. उदाहरण के लिए टायर ख़राब होने की स्थिति में आपको 20,000 रुपयों का निकसान होगा जो आपके चौंकन्ना रहने पर मात्र 500 रूपए में ठीक किये जा सकते थे.
7. लोकल मेकैनिक से सर्विस कराना
आपातकालीन परिस्थिति को छोड़ किसी भी अन्य सूरत में लोकल मेकैनिक से अपनी कार की सर्विस कराना एक और बड़ी भूद साबित हो सकती है. ऐसा करने पर आपकी कार की वारंटी रद्द कर दी जाएगी. इसलिए जब तक आपकी कार वारंटी में है, लोकल मेकैनिक से दूर ही रहने में भलाई है.
8. खुद कार की मरम्मत करना

अपनी कार की खुद मरम्मत करना सुनाने में बहुत अच्छा लगता है पर मॉडर्न कार्स में तकनीक का ऐसा जाल बिछा होता है कि थोड़ी सी भी गलती के कारण आप ना सिर्फ अपनी वारंटी खो देंगे बल्कि कार को भारी नुक्सान भी कर बैठेंगे.
9. वारंटी के दौरान कार मॉडिफाई करना
अपनी कार में बेहतर ग्रिप वाले टायर लगाने तक तो ठीक है पर इसके अलावा अगर आपक कोई भी बदलाव अपनी नयी कार में करते हैं तो वारंटी ख़त्म होने का ख़तरा आपके ऊपर मंडराता रहेगा. उदाहरण के लिए पहियों में छेड़खानी से सस्पेंशन की वारंटी ख़त्म हो सकती है. तो हमारी सलाह है कि जब तक आपकी कार वारंटी में है, मॉडिफिकेशन से डोर ही रहने में भलाई है.
10. वार्निंग लाइट नज़रंदाज़ करना
कार में इंजन के तापमान का अलर्ट देने वाली लाइट एक कारण से लगायी गयी है और उसे नज़रंदाज़ करना आपके नए-नवेले इंजन के लिए खतरनाक साबित हो सकता है. इसी तरह कार में मौजूद अन्य अलर्ट लाइट्स पर भी ध्यान देने अनिवार्य है.